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शनिवार, 3 मार्च 2018

960... बसियौरा



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960 का जोड़ अंक 6
आप ये न कहना 9

सभी को यथायोग्य
प्रणामाशीष
हुआ जो आके आश्कार होली का
बजा रबाब से मिलकर सितार होली का
सुरुद रक्स हुआ बेशुमार होली का
हंसी खुशी में बढ़ा करोबार होली का
जुबां पे नाम हुआ बारबार होली का।
                                             
।। नजीर अकबरबादी।।
  **  होली मुबारक**
©निवेिदता
आज बसियौरा होली है. बसियौरा माने बासी.
बिहार में लगभग हर बड़े त्यौहार का बसियौरा मनाया जाता है
 या फिर उसको छोटा-बड़ा में बाँट देते हैं. दीवाली में बच्चों का एक दिन से मन नहीं भरता
तो एक दिन पहले छोटी दिवाली कर दिया. बचे पटाखों का स्टॉक ख़त्म करने के लिए
 एक दिन बाद बसियौरा दिवाली भी मना लेते हैं. वैसे ही बसियौरा दसहरा
और बसियौरा होली भी. होली के फंक्शन की तैयारी में इस पर
 कुछ लिख नहीं पाया. दिमाग में आ रहा था कुछ कुछ.
फिर लगा क्यों न एक बसियौरा पोस्ट ही ठेल दी जाये..
तो पहले आपको होली मुबारक
बसियौरा



दोहे रमेश के


सूना-सूना है बडा, .....होली का त्योहार !
ओठों पे मुस्कान ले, आ भी जाओ यार !!

दिखी नहीं त्यौहार में, शक्लें कुछ इस बार !
थी जिनकी मुस्कान ही, पिचकारी की धार !!


होली

उड़त गुलाल लाल भए बादर
आसमान रंगों की झालर
झरे अबीर चले पछवैया
आँगन बोले सोन चिरैया
मन के द्वार, नयन के पनघट
रंग बिखरते मिठबोली के


होली

राम रहीम बने हमजोली
डालें रंग बनाकर टोली
कोई धर्म हो कोई जाति
सभी बने है संगी-साथी
गले लगे सब लगा गुलाल
दिल में ना अब कोई मलाल


होली


"नेताजी की होली"

रंग उड़े चेहरे हैं, कौन रंग डालोगे
मांस रहित हड्डियां हैं, कब तक संभालोगे ।
फिर मिलेंगे....

अरे जरा ठहरें
 क़दम हम
सभी के लिए एक खुला मंच
आपका हम-क़दम आठवें क़दम की ओर
इस सप्ताह का विषय है
:::: उदास ::::
उदाहरणः
जब कभी उकेर लेती हूँ तुम्हें 
अपनी नज़्मों में !

आँसुओं से भीगे 
गीले, अधसूखे शब्दों से!!

सूख जायेंगी गर कभी 

आप अपनी रचना आज शनिवार 03 मार्च 2018  
शाम 5 बजे तक भेज सकते हैं। चुनी गयी श्रेष्ठ रचनाऐं आगामी सोमवारीय अंक 05 मार्च 2018  को प्रकाशित की जाएगी । 
इस विषय पर सम्पूर्ण जानकारी हेतु हमारे पिछले गुरुवारीय अंक 


12 टिप्‍पणियां:

  1. आदरणीय दीदी
    सादर नमन
    मालपुआ तो है न अभी
    बासी में ही आनन्द आता है
    एक यादगार प्रस्तुति
    सादर

    जवाब देंहटाएं
  2. वाह्ह...वाह्ह्ह...लाज़वाब बसियौरा है दी:)
    सारी रचनाएँ एक से बढ़कर एक...👌
    आभार आपका दी सुंदर प्रस्तुति और जानदार रचनाओं के लिए।

    जवाब देंहटाएं
  3. बहुत बढिया बसियौरा..सुंदर संकलन।
    सभी रचनाकारों को बधाई
    धन्यवाद

    जवाब देंहटाएं
  4. बहुत अच्छी रंगारंग प्रस्तुति
    सभी को होली की हार्दिक शुभकामनाएं

    जवाब देंहटाएं
  5. बहुत अच्छी प्रस्तुति
    सभी को होली की हार्दिक शुभकामनाएं

    जवाब देंहटाएं
  6. आदरणीय दीदी, लाज़वाब प्रस्तुति , बसियौरा हम भी मना रहे हैं,आप के संग।
    सादर

    जवाब देंहटाएं
  7. आदरणीया ,होली के रंग की तरंग तो सप्ताह भर चलती है ।बासी रोटी और त्योहारी बसियौरा खाने का आनंद ही अलग है । रंगों में सराबोर लाज़वाब प्रस्तुति।शुभकामनाएँ ।
    सादर ।

    जवाब देंहटाएं
  8. बहुत सुंदर बसियारा ....रंग बिरंगी पेशकश

    जवाब देंहटाएं
  9. इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.

    जवाब देंहटाएं
  10. आदरनीय विभा दीदी ------ ब्लॉग जगत में आपसी भाई चारे के बहुत सुंदर रंग बिखरे हैं | इन्ही में एक कड़ी जोड़ी है आज की प्रस्तुती ने | '' बसियौरा '' शब्द मेरे लिए नितांत नया - नवेला है | बिहार की भूमि की अपनी सांस्कृतिक पहचान है | ब्लॉग जगत में भी बिहार से साहित्य साधकों ने अपनी प्रतिभा के झंडे बुलंद कर रखे है जिनके लेखों के माध्यम से बिहार के बारे में नित नयी बातें पता चलती रहती है | आज जो पता चला पहले कभी नहीं सुना | आभारी हूँ आपकी ' बसियौरा ' से परिचय कराने के लिए | होली खूब मस्त रही सभी ने होली सृजन में अद्भुत रचनाकर्म कर साहित्य में अतुलनीय योह्दान दिया | आज की सभी रचनाएँ देखी - हमेशा की तरह कोई भी रचना नजरअंदाज करने लायक नहीं | रंग बिरंगी रचनायों ने आज भी होली का एहसास करवाया |



    ओ रे ! रघुवा -गारे फगवा ,

    फागुन जाने वाला है रे !

    भांग, ठंडाई खूब चढ़ाई ;

    बड़े लाला पे मस्ती छाई

    गोरी मुस्काए जिया चुराए -

    चम्पा सी महके हर मन को भाई -

    इन पल में तू जी - जी भरकर

    पी मस्ती का प्याला रे !!



    बंशी की धुन- बैठ बजा रे -

    कच्चे घाट पे नदी किनारे -

    सुन थिरके हर मन मतवाला ;

    ऊँच- नीच ना दिखे कहाँ रे ?

    धो दे आज मैल कलुषित मन की -

    उजला हो हर मन काला रे !!!!!!

    सभी रचनाकार साथियों को होली की शुभकामनाये | आज मैंने भी बसियौरा मनाया आपके साथ | सादर आभार और नमन | होली मुबारक हो |









    जवाब देंहटाएं
  11. रसमय प्रस्तुति में नये शब्द से परिचय. विविधता से परिपूर्ण सुन्दर प्रस्तुति. सभी चयनित रचनाकारों को बधाई एवं शुभकामनायें.

    जवाब देंहटाएं

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