अगर ! अगर दैनिक इस्तेमाल में
स्टील के डिज़ाइन वाले बरतन
{थाली डोंगे कटोरे जिनके किनारे मुड़े रहते हैं ,अंदर बाहर उबड़-खाबड़ लकीरे हों}
गृहणी दृष्टि जरा जमा ,चश्मे लगाकर ख्याल रखें... स्वच्छता का
लहसुन प्याज मांसाहार
बिगाड़े व्यवहार
क्या-कैसा रहा होगा
दुर्वासा ऋषि का
संतुलित आहार
सारांश में अच्छे एवंम निरोगी स्वास्थ्य के लिए
जीवन में नियमियता लाना जरूरी है जैसे की समय से सोना,
समय से उठना, समय पर नास्ता करना, समय पर भोजन करलेना,
संध्या से पूर्व कुछ हल्का नास्ता चाय कोफ़ी के साथ
और बाद में रात नो बजे तक शाम का खाना खा लेना|
सारांश में अच्छे एवंम निरोगी स्वास्थ्य के लिए
जीवन में नियमियता लाना जरूरी है जैसे की समय से सोना,
समय से उठना, समय पर नास्ता करना, समय पर भोजन करलेना,
संध्या से पूर्व कुछ हल्का नास्ता चाय कोफ़ी के साथ
और बाद में रात नो बजे तक शाम का खाना खा लेना|
"बचपन से चाहे जितने मांसाहारी हों ,बड़े होने पर सभी शाकाहारी हो ही जाते हैं... हमलोग शाकाहारी बनने का गुण बताते हैं... हम जब रात में फल खाते हैं न..."
"अरे! ओह्ह! रात में फल नहीं लेना चाहिए..."
"व्वो तो पता है... लेकिन वो कय्या है न ,हमलोगों का पेट उस हिसाब से ढ़ला रहता है लयकाईं से खाते...
"बाकी लोग तो शायद जवानी आने के बाद खाना शुरू करते हैं?"
स्वस्थ जीवन का आधार"बाकी लोग तो शायद जवानी आने के बाद खाना शुरू करते हैं?"
ऊर्जा मिलती है बहुत, पिएं गुनगुना नीर!
कब्ज खतम हो पेट की, मिट जाए हर पीर!!
प्रातः काल पानी पिएं, घूंट-घूंट कर आप!
बस दो-तीन गिलास है, हर औषधि का बाप!!
ठंडा पानी पियो मत, करता क्रूर प्रहार!
करे हाजमे का सदा, ये तो बंटाढार!!
संतुलित आहार
माँछ मटन आ अंडा चिकेन
पाकल फल दूध आ मक्खन
साँझ-भोर निश्चित सचार
नित लिअ संतुलित आहार
चाट समौसा चाउमिन छोड़ू
साफ-सफाइसँ नाता जोड़ू
बासी गंदा करय बेमार
ध्यान रखें
जो गीले पैरों से भोजन करता है वह दीर्घायु होता है।
अन्न का सदैव आदर करें क्योंकि इस प्रकार ग्रहण किया हुआ
भोजन प्रतिदिन आपके बल और पराक्रम को बढ़ाता है।
भोजन ग्रहण करने के आधे घंटे बाद जल लेना चाहिए।
><
चलते-चलते
कब्ज खतम हो पेट की, मिट जाए हर पीर!!
प्रातः काल पानी पिएं, घूंट-घूंट कर आप!
बस दो-तीन गिलास है, हर औषधि का बाप!!
ठंडा पानी पियो मत, करता क्रूर प्रहार!
करे हाजमे का सदा, ये तो बंटाढार!!
संतुलित आहार
माँछ मटन आ अंडा चिकेन
पाकल फल दूध आ मक्खन
साँझ-भोर निश्चित सचार
नित लिअ संतुलित आहार
चाट समौसा चाउमिन छोड़ू
साफ-सफाइसँ नाता जोड़ू
बासी गंदा करय बेमार
ध्यान रखें
जो गीले पैरों से भोजन करता है वह दीर्घायु होता है।
अन्न का सदैव आदर करें क्योंकि इस प्रकार ग्रहण किया हुआ
भोजन प्रतिदिन आपके बल और पराक्रम को बढ़ाता है।
भोजन ग्रहण करने के आधे घंटे बाद जल लेना चाहिए।
><
चलते-चलते
अब बारी है
हम-कदम की.....
हम-क़दम
सभी के लिए एक खुला मंच
आपका हम-क़दम पच्चीसवें क़दम की ओर
इस सप्ताह का विषय है
'मंजर'
उदाहरण.......
बड़ा भयावह
बड़ा दर्दनाक
होता है,
वह मंजर....
जब होता है कोई
अपना, बहुत अपना..
मानो दिल ही.... मृत्यु शय्या पर !
देखना उसे,
तड़पते हुए,
पल-पल, तिल-तिल..
क्षण-क्षण, जाते हुए
मृत्यु-मुख में....
बड़ा भयावह होता है
वह मंजर......!
उपरोक्त विषय पर आप सबको अपने ढंग से
पूरी कविता लिखने की आज़ादी है
आप अपनी रचना शनिवार 30 जून 2018
शाम 5 बजे तक भेज सकते हैं। चुनी गयी श्रेष्ठ रचनाऐं
आगामी सोमवारीय अंक 02 जुलाई 2018 को प्रकाशित की जाएगी ।
रचनाएँ पाँच लिंकों का आनन्द ब्लॉग के
सम्पर्क प्रारूप द्वारा प्रेषित करें
धन्यवाद