दिन भर ब्लॉगों पर लिखी पढ़ी जा रही 5 श्रेष्ठ रचनाओं का संगम[5 लिंकों का आनंद] ब्लॉग पर आप का ह्रदयतल से स्वागत एवं अभिनन्दन...
निवेदन।
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रविवार, 31 मार्च 2024
4082 तुम्हारी यादें गाहे-बगाहे आकर घेर लेती है मुझे
शनिवार, 30 मार्च 2024
4081 ...मैं बहारों के घर कल गया , आँधियों को पता चल गया
शुक्रवार, 29 मार्च 2024
4080 ..हिंसा के दौर में चुनाव अच्छे या बुरे का नहीं रहा
सादर अभिवादन
गुरुवार, 28 मार्च 2024
4079...नोच-नोच शाखों से बहार लेके जाएगा...
शीर्षक पंक्ति: आदरणीय उदय वीर सिंह जी की रचना।
सादर अभिवादन।
गुरुवारीय अंक में पढ़िए अपनी पसंदीदा रचनाएँ-
टूटे न टूटा कभी मौसम की
मार से,
दिल में
संजोया ऐतबार
लेके लाएगा।
रंगे-
बिरंगे, गुल,
गुलशन
में
आये थे,
नोच-नोच
शाखों से बहार लेके जाएगा।
तुलना करना सदा व्यर्थ है
दो पत्ते भी नहीं एक से,
व्यर्थ स्वयं को तौला करते
जीना है जीवन भूल गए !
तुम मोहन मैं राधा
क्यों ना बाँटें हम
हर दुख आधा- आधा।
और बन जाता है
जानवर
क्रूर, वहसी,जंगली
समाज ने
कम्फर्ट जोन
बना लिया है।
विलुप्ति की कगार पर पारंपरिक कलाएं, बीन वादन
फिर मिलेंगे।
रवीन्द्र सिंह यादव
बुधवार, 27 मार्च 2024
4078..हर कदम पर घात है...
।।प्रातःवंदन।।
"भोर की दस्तक हुई है, जग !
पूर्व में छायी अरुणिमा,
बह चली सुखकर हवा,
फिर नये अंदाज में
गाने लगे मिल खग !
तितलियाँ मकरंद वश
उड़ने लगी हैं,
भ्रमर, मधु का मीत,
खुश हो गुनगुनाता,
राग में पागल हुआ सा
रहा इत-उत भग !"
त्रिलोक सिंह ठकुरेला
होली के दूसरे दिन की दशा समेटते,सहेजते और बुधवारिय प्रस्तुति की छटा ...✍️
हम उत्सवधर्मी देश के वासी सभी पर मस्ती छाई
प्रकृति भी लेती अंगड़ाई होली आई री होली आई,
मन में फागुन का उत्कर्ष अद्भुत होली का त्योहार
बूढ़वे हो जाते युवा, चहुंओर आशा प्रेम का संचार..
✨️
1.
विजयी भव
होली का आशीर्वाद
हर माँ देती।
2.
माँ-बाबा पास
रॉकेट से भेजती
रंगों की झोली!
✨️
बता सखी अब
कैसे पाऊँ प्रेम दोबारा,
तृष्णा मिटे अब कैसे फिर से,
कैसे अब मैं पुनः तृप्त हूँ…
✨️
हँस के मिल लें अब रक़ीबों ,अचकचाहट छोड़ दें
भर लें खुद में बस मोहब्बत,तिलमिलाहट छोड़ दें ..
है भले ही जग ये धोखा , हर कदम पे घात है
अहल-ए-दिल कैसे मगर यूँ मुस्कुराहट छोड़ दें ..
✨️
।।इति शम।।
धन्यवाद
पम्मी सिंह ' तृप्ति '..✍️
मंगलवार, 26 मार्च 2024
4077 ...वासन्ती हवाओं से बात की है
सादर अभिवादन
सोमवार, 25 मार्च 2024
4076 ..सूखा रंग लगाया तुमने, फिर मैं इतना कैसे भीग गया
सादर अभिवादन
रविवार, 24 मार्च 2024
4075 ..इस होली में दिखेगी चालीस का हीरो और पिचहत्तर की प्रेमिका जोगी रा सा रा रा रा
सादर अभिवादन
शनिवार, 23 मार्च 2024
4074 ....होली रे रिसिया बरजोरी रे लिया
सादर अभिवादन