अब वो दिन दूर नहीं..
जब हमारे सम्माननीय पाठकगण
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पाँच लिंकों का आनन्द परिवार
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शुभ प्रभात
जवाब देंहटाएंहम भाई रवीन्द्र सिंह जी के आभारी हैं
सादर
चर्चा में देर से शामिल होने के लिए क्षमा चाहता हूँ। आपका हार्दिक आभार "पाँच लिंकों का आनंद " में पाठकों की पसंद का तीसरा अंक मेरे नाम करने के लिए। रचनाकारों को नई स्फूर्ति और सृजन को विस्तार मिले ऐसे प्रयासों से ऐसी उम्मीद करता हूँ।
हटाएंवाह
जवाब देंहटाएंआपका स्नेह और आशीर्वाद यों ही मिलता रहे। हार्दिक आभार।
हटाएंबहुत सुंदर links का संयोजन ।
जवाब देंहटाएंआपका आभार ।
हटाएंबहुत सुन्दर रोचक संकलन....
जवाब देंहटाएंआपका हार्दिक आभार।
हटाएंआदरणीय 'यशोदा दीदी' नवीन लेखकों को एक सार्थक मंच प्रदान करने के लिए आपको हृदय से नमन करता हूँ शुभकामनाओं सहित ,आभार। "एकलव्य"
जवाब देंहटाएंआपकी शुभकमनाओं और सहयोग के लिए आभारी हूँ एकलव्य जी। अपेक्षित सहभागता बनाये रखियेगा।
हटाएंआदरणीय, रवींद्र जी शुभकामनाओं सहित ,आभार। "एकलव्य"
जवाब देंहटाएंबहुत -बहुत आभार एकलव्य जी।
हटाएंअच्छा लगा आज के लिंक पढ़कर। रवीन्द्र सिंह यादव जी को बधाई।
जवाब देंहटाएंGood initiative of this site.
जवाब देंहटाएंबार -बार पढ़ने पर नए - नए अर्थ समझाती सुन्दर रचना।
जवाब देंहटाएंबहुत -बहुत आभार दीपक जी।
हटाएंसर्वप्रथम आभार आदरणीय यशोदा जी का, जिनका यह सुंदर प्रयास नए लेखकों को सार्थक मंच तो देता ही है,उनका मनोबल भी बढ़ाता है । रवींद्र यादव जी की भी आभारी हूँ कि उन्होंने गुलमोहर को पाँच लिंको में पहुँचाया । सभी रचनाएँ सुंदर व सार्थक हैं । आज वाचन के लिए अथाह सामग्री उपलब्ध है ब्लॉग जगत में । मैं वाचन की बेहद शौकीन हूँ और पाँच लिंकों की रचनाएँ लगभग रोज पढ़ती हूँ । पुनः एक बार सादर धन्यवाद...
जवाब देंहटाएंमेरी और पाँच लिंकों का आनंद की ओर से आपका हार्दिक आभार चर्चा में सारगर्भित टिप्पणी जोड़ने के लिए।
हटाएंसुंदर संकलन
जवाब देंहटाएंआपका पुनः आभार मीना जी।
हटाएंसभी रचनाएँ उत्कृष्ट हैं। बधाई रवीन्द्र सिंह यादव जी।
जवाब देंहटाएंआपका हार्दिक तुषार जी
हटाएंबहुत अच्छा अंक है आज का जिसमें सभी विचारणीय मुद्दे कविताओं में समाये हैं। बधाई हो रविन्द्र सिंह यादव जी। साइट संचालक यशोदा जी का धन्यवाद ऐसे सफल सुन्दर संयोजन के लिए।
जवाब देंहटाएंमेरी और पाँच लिंकों का आनंद की ओर से आपका हार्दिक विरेश जी आभार चर्चा में शामिल होने के लिए।
हटाएंसुन्दर प्रयास । आभार।
जवाब देंहटाएंसादर प्रणाम सर ! आपकी टिप्पणी से आज का अंक मेरे लिए विशिष्ट हुआ। हार्दिक आभार।
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