दिनांक 30 अप्रैल 2017 को हो गया
पिता....अशोक बाजपेई
इस भोग वाले
संसार में
बिना भोगे
चले गए एक दिन पिता
धूँ धूँ करती चिता के
धुएँ में विलीन होती है
उनकी छवि
जो मिटाए नहीं मिटती
पिता....विष्णु विराट
मौन हुए तो लगा कि मीलों-मीलों रोए हैं,
शरशैया पर जैसे भीष्म पितामह सोए हैं,
राजा शिवि की देह हडि्डयों में दधीचि बैठा
दिए-दिए ही किए अंत तक कुछ ना लिए पिता।
हमसे मत पूछिए, चिता आँखों में जलती है
हमसे मत पूछिए हमारी जान निकलती है
हमसे मत पूछिए कलेजा कैसे फटता है
बिना तुम्हारे फटे कलेजे किसने सिए पिता।
पिता....राजेन्द्र अविरल
जब जन्म लिया था मैंने
खोए थे, जीवन के झंझावातों में तुम।
जब उठाया बाहों में तुमने मुझे
सुंदर भविष्य के लिए मेरे,
कठोरतम श्रम का
व्रत ले रहे थे तुम।
पिता......रमेशचंद्र शर्मा 'आरसी'
रहे सदा जीवनभर जग में, तुम मेरी पहचान पिता,
कहाँ चुका पातीं जीवनभर,इस ऋण को संतान पिता।
चले तुम्हारी अंगुली थामे, हम पथरीली राहों पर,
बिना तुम्हारे वो सब रस्ते, रह जाते अनजान पिता।
पिता.....त्रिलोक सिंह ठकुरेला
पिता ! आप विस्तृत नभ जैसे,
मैं निःशब्द भला क्या बोलूं.
देख मेरे जीवन में आतप,
बने सघन मेघों की छाया.
ढाढस के फूलों से जब तब,
मेरे मन का बाग़ सजाया.
आज का यह संक्षिप्त अंक स्मृतिशेष पिताजी को समर्पित करता हूँ
हरि ओम शान्ति
अपूरणीय क्षति
जवाब देंहटाएंनिःशब्द श्रद्धा सुमन
सादर
दुखद।
जवाब देंहटाएंईश्वर दिवंगत आत्मा को सद्गति प्रदान करें।
दिवंगत आत्मा हेतु मेरी भीनी श्रद्धांजलि एवः शोक संतप्त परिवार हेतु संवेदना ।
जवाब देंहटाएंहार्दिक श्रद्धांजलि ! ईश्वर उन्हें अपने चरणों में स्थान दें एवं कुलदीप भाई व् परिवार के एनी सदस्यों को यह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें यही प्रार्थना है ! /\
जवाब देंहटाएंभावभीनी श्रद्धाजलि दिवगंत आत्मा के चरणों में,कुलदीप जी एवम् समस्त परिवार को इस दुख को सहन कर पाने की शक्ति ईश्वर प्रदान करे।🙏🙏
जवाब देंहटाएंदुख:द समाचार। ईश्वर दिवंगत की आत्मा को शान्ति प्रदान करे और कुलदीप जी और परिवार को इस कठिन घड़ी से उबरने की शक्ति भी दे । ऊँ शान्ति।
जवाब देंहटाएंपिता रूपी चिरस्थाई वृक्ष जो सदैव अपने बच्चों को दुनिया के दुःखों से सुरक्षित करता है उस अजेय मानव को मेरी भावभीनी श्रद्धांजलि। दिवंगत आत्मा को परमात्मा शांति प्रदान करे।
जवाब देंहटाएंजानकर अत्यंत दुःख हुआ कि कुलदीप जी के पिताश्री अब इस लौकिक संसार में नहीं रहे | किन्तु उनका रागात्मक जीवन अमर है , उनकी स्मृतियाँ अजर हैं | इसी अमरत्व के सहारे अब उनका परिवार उन्हें सहेजे रखे साथ ही इस विछोह की घडी में ईश्वर परिवार को धैर्य प्रदान करे साथ ही पिताश्री के आत्म-स्वरूप को संसार के आवागमन से मुक्ति दे , इन्हीं शब्दों के साथ उन्हें आत्मिक श्रद्धांजलि |
जवाब देंहटाएंभाई कुलदीप के पिताजी के निधन का समाचार जानकर अत्यंत दुःख हुआ। ईश्वर से प्रार्थना है की वे दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान कर अपने चरणों में स्थान देते हुए परिवार के सदस्यों को इस गहन दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें!
जवाब देंहटाएंहार्दिक श्रद्धांजलि सहित
दुखद समाचार | भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे |
जवाब देंहटाएंबहुत दुखद समाचार। भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे और कुलदीप जी एवं उनके परिवार को यह दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करे।
जवाब देंहटाएंनमन....श्रद्धांजलि....
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