निवेदन।


फ़ॉलोअर

गुरुवार, 7 दिसंबर 2023

3967 ..मेचोंग तूफान आया हुआ है सभी तरफ जल-जल है

 सादर अभिवादन

मेचोंग तूफान आया हुआ है
सभी तरफ जल-जल है
हवा में नमी है, ठण्ड भी बढ़ी हुई है
और 
आज भाई रवीन्द्र जी व्यस्त हैं

रचनाएं देखें



जीवन दे उपहार अनोखे
अपनी ही झोली क्यों ख़ाली,
सब दे कर भी कभी न चुकता
क्यों दिल की साँकल उढ़का ली !




क्योंकि इस दुर्दिंन समय में
कागज़ गिरवाये शब्दों से
अधिक जरूरी है,
दबती न्याय की पूकार पर
तुम्हारा पेपरवेट बनना




मैंने चाहतों की सारी उम्मीदे छोड़ दी
खुश रहने लगा हूँ जबसे उम्मीदे छोड़ दी
यूँ ज़िन्दगी को अक्सर जिया हूँ मैं
गरजती बारिशों में भी सूखा रहा हूँ मैं





आकाशवाणी क्लब, पटना में मेरे काव्य संग्रह ' किलकारी ' का लोकार्पण समारोह संपन्न हुआ.
साहित्य और समाज के प्रति जागरूक करती संस्था  ' लेख्य मंजूषा ' के तत्वावधान में आयोजित इस समारोह का संचालन संस्था की अध्यक्ष डा विभा रानी श्रीवास्तव ने किया और धन्यवाद ज्ञापन प्रवीण ने किया। अध्यात्म, जीवन दर्शन, प्रकृति दर्शन, प्रेमिल भावोच्छवास, माटी की सुगंध, समसामयिक समाज और  शीर्षक रचना में वर्गीकृत यह संग्रह देश के बच्चों को अपनी परंपरा, संस्कार और मूल्यों से जोड़ने का प्रयास है।




कोकिल कुहुक कूजती कानन
किसलय कोपल कुसुमित कुञ्जन
साँझ सुशोभित सज्जित सुंदर
स्वर संगीत सुमृदुल सुहावन
अंबुद अमिय अनंदित अतुलित
अभिसिंचित अभिनंदन

           
आज बस
कल मिलिएगा सखी श्वेता से
सादर

5 टिप्‍पणियां:

  1. सुप्रभात ! तूफ़ान की रफ़्तार धीमी हो गई है, पर रचनाक्रों की कलम की रफ़्तार अनवरत जारी है, तभी तो आदरणीय यशोदा जी अति श्रम से सजा लायी हैं पाँच रचनाएँ इस मंच पर, जो अपनी तरह का अकेला ही रोशनी बनकर प्रज्वलित हो रहा है। सभी रचनाकारों और पाठकों को शुभकामनाएँ ! आभार !

    जवाब देंहटाएं

आभार। कृपया ब्लाग को फॉलो भी करें

आपकी टिप्पणियाँ एवं प्रतिक्रियाएँ हमारा उत्साह बढाती हैं और हमें बेहतर होने में मदद करती हैं !! आप से निवेदन है आप टिप्पणियों द्वारा दैनिक प्रस्तुति पर अपने विचार अवश्य व्यक्त करें।

टिप्पणीकारों से निवेदन

1. आज के प्रस्तुत अंक में पांचों रचनाएं आप को कैसी लगी? संबंधित ब्लॉगों पर टिप्पणी देकर भी रचनाकारों का मनोबल बढ़ाएं।
2. टिप्पणियां केवल प्रस्तुति पर या लिंक की गयी रचनाओं पर ही दें। सभ्य भाषा का प्रयोग करें . किसी की भावनाओं को आहत करने वाली भाषा का प्रयोग न करें।
३. प्रस्तुति पर अपनी वास्तविक राय प्रकट करें .
4. लिंक की गयी रचनाओं के विचार, रचनाकार के व्यक्तिगत विचार है, ये आवश्यक नहीं कि चर्चाकार, प्रबंधक या संचालक भी इस से सहमत हो।
प्रस्तुति पर आपकी अनुमोल समीक्षा व अमूल्य टिप्पणियों के लिए आपका हार्दिक आभार।




Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...