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शुक्रवार, 1 दिसंबर 2017

868.....आचमन ही सही कभी कर ही लिया कर

सादर अभिवादन....
माह दिसम्बर का पहला दिन
भारी छुट्टियों का महीना
बेसब्री से प्रतीक्षा कर रहे थे लोग...
आपको तआज़्ज़ुब हो रहा होगा
आज हम क्यों...
आज हमारी सखी श्वेता 

अपरिहार्य कारणों से नहीं आ सकी
चलिए चलते हैं पसंदीदा रचनाओं की ओर...
       नव प्रवेश...     
बेटियों का क्या है कसूर....पूनम मोहन
लड़की कमाने वाली चाहिए,
खुद का खर्च उठाने वाली चाहिए
शादी का खर्च तो आप उठाओगे ही
दरवाजे की शोभा तो बढ़ाओगे ही,
लड़की कमाऊं चाहिए,
और हमें कुछ नहीं चाहिए।

कल तीस नवम्बर को बाईसवीं सालगिरह थी कविता दीदी की
.........शुभकामनाएँ.........
हुए हम घायल प्यार में तेरे..... कविता रावत
कल तक बेखबर दिल प्यार से
उसे अब प्यार निभाना सीखना है
रहना है जिस दिल में उसे
गहराई उसकी भी नापना है
पहली प्यार की ये दीवानगी


मैं .......रश्मि प्रभा
मैं एक माँ हूँ
जिसके भीतर सुबह का सूरज
सारे सिद्ध मंत्र पढता है
मैं प्रत्यक्ष
अति साधारण
परोक्ष में सुनती हूँ वे सारे मंत्र  ...
ॐ मेरी नसों में
रक्त बन प्रवाहित होता है

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परिणीता........ डॉ .इंदिरा गुप्ता
एक युग्म 
हम दोनो होंगे 
सुख सौभाग्य
रचेंगे 
सुन अर्धांगिनी 
अपने जीवन को 
शुचि,  यश
गौरव से 

भर देगे ! 


जो झूठा होता है,....दिलबाग ‘विर्क’
लाठी वाले जीतते रहे हैं यहाँ पर हर युग में 
इतिहास का हर पन्ना यही क़िस्सा सुनाता है अक्सर।

भले ही दामन भरा हो ख़ुशियों से, मगर ये सच है 
दर्द का लम्हा सबको अपने पास बुलाता है अक्सर।


सर्द सुबह.......फुरुषोत्तम कुमार सिन्हा
फिर लौटकर न आएगी कोहरे में डूबी ये सुबह,
शीत में भींग-भींगकर फिर न थप-थपाएगी ये सुबह,
सर्दियों की आड़ में फिर न बुलाएगी ये सुबह,
फिर क्युँ न मैं भी हो लूँ, इन सर्द सुबहो संग?
बाँट लूँ गर्म साँसें, देख लूँ कुछ जागे सपने!

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हर दीपक दम तोड़ रहा है...कुसुम कोठारी
स्वार्थ का खेल हर कोई खेल रहा है
मासूमियत लाचार दम तोड रही है

शांति के दूत कहीं दिखते नही है
हर और शिकारी बाज उड रहे है

दो दिन पहले का अखबार

उलूक का पन्ना

हर जुबाँ से 
एक पूरी गीता 
लिखी हुई 
हर दीवार 
सड़क पेड़ पर 
चिपकी हुई 
बहुत दूर से 
अंधों को तक 
नजर आती है 
.......
आज्ञा दें यशोदा को..











17 टिप्‍पणियां:

  1. जल्दबाज़ी में भी उम्दा पोस्ट कैसे बना लेती हैं आप!
    ढ़ेरों आशीष व अक्षय शुभकामनाओं के संग शुभ दिवस ....

    जवाब देंहटाएं
  2. ऊषा स्वस्ति।
    आज आपकी प्रस्तुति बेहतरीन साहित्यिक संवाद लेकर उपस्थित हुई है। आपकी पारखी नजर और रचनाओं का मर्म समझने की विराट समझ सुधिजनों को सरस विचारणीय और विविधतापूर्ण साहित्यिक सामग्री से परिचय कराती आ रही है। इस बेहतरीन प्रस्तुति पर आपको ढेरों बधाइयां आदरणीया बहन जी। सभी चर्चा कारों की अपनी अपनी शैली है अंक प्रस्तुत करने की। इस क्रम में आदरणीया श्वेता जी ने अपनी विशिष्ट पहचान हमारे बीच कायम कर ली है। इस अंक में सम्मिलित की गई रचनाओं के सभी रचनाकारों को बधाई एवं शुभकामनाएं। आभार सादर।

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. आदरणीया कविता जी को मंगल कामनाएं।

      हटाएं
    2. पूनम मोहन जी का हार्दिक स्वागत है इस मंच पर।

      हटाएं
  3. कविता जी के लिये शुभकामनाएं। नव प्रवेश पूनम जी का स्वागत । आज की सुन्दर प्र्स्तुति में 'उलूक' के दो दिन पुराने अखबार की खबर को शीर्षक पर देने के लिये आभार यशोदा जी को।

    जवाब देंहटाएं
  4. सुप्रभात दी, बहुत अच्छी प्रस्तुति.. दिसंबर महीने की पहली कुनकुनाती ठंड और अहले सुबह पांच लिंकों का आंनद लेना खूबसूरत अहसास हैं( जल्द से जल्द स्वेता जी को परेशानियों से निजात मिले यही दुआ करती हुं) विषम परिस्थितियों में भी आपकी आज की प्रस्तुति विशेष है सभी चयनित रचनाएं मनोहारी हैं,सबों को बधाई..!!

    जवाब देंहटाएं
  5. बहुत बहुत आभार,सादर यशोदा दी!! स्वान्तः सुखाये लिखने वाली मेरे जैसे नवागंतुक को आप सुधीजनों का इतना स्नेह पाना अत्यंत आह्लादित करता है।
    माननीय कवि जनों के साथ इस मंच पे आने का सम्मान पा मैं खुद को बहुत गौरवान्वित महसूस कर रही हूँ।। आप सब का प्यार और आशीर्वाद और मार्गदर्शन की प्रार्थी हूँ। पुनः आप सबों का बहुत बहुत आभार।।

    जवाब देंहटाएं
  6. इंद्र धनुषी प्रस्तुति विविध रंगों का संगम बहुत बधाई आदरणीय यशोदा जी, और बहुत सा आभार मेरी रचना को पांच लिंक मे सामिल करने के लिये सभी रचनाऐं नव रचनाकारों की है पर ठहराव और गहराई लिये सभी को बहुत बहुत बधाई।
    सुप्रभात, शुभ दिवस।

    जवाब देंहटाएं
  7. आदरणीय यशोदा दीदी -- सादर प्रणाम और सुप्रभात |बेहतरीन प्रस्तुतिकरण के साथ आज का लिंक खास है | श्वेता बहन की अनुपथिति ब्लॉग जगत में एक महत्वपूर्ण शुन्यता का आभास करवा रही है | आशा है वे जल्द ही अपनी रचनाओं की बहुरंगी छटा फिर से बिखेरेंगी | सारी रचनाएं महत्वपूर्ण और अपनी विशिष्टता आप रखती है | आपको आज के संकलन के सफल संचालन पर हार्दिक बधाई | सभी रचनाकार साथियों को भी हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं |

    जवाब देंहटाएं
  8. बहुत अच्छी प्रस्तुति
    सभी को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं

    जवाब देंहटाएं
  9. बहुत बढ़िया हलचल प्रस्तुति में मेरी पोस्ट शामिल करने हेतु आभार!

    जवाब देंहटाएं
  10. बेहतरीन प्रस्तुतिकरण के साथ आज का लिंक बहुत बढिया
    सभी रचनाकारों को बधाई..
    आभार।

    जवाब देंहटाएं
  11. दीदी
    नमन
    अच्छी रचनाओ का संगम
    आभार श्रेष्ठ रचनाएँ पढ़वाने के लिए
    आदर सहित

    जवाब देंहटाएं
  12. वाआआह बहुत ही अच्छी रचनाओं का संकलन .... बधाई आप सभी को इस श्रमसाध्य कार्य के लिए ऐसे ही आप सब आगे बढ़ते रहें .... शुभकामनायें 🙏

    जवाब देंहटाएं
  13. बेहतरीन प्रस्तुतिकरण एवं उम्दा लिंक संकलन....

    जवाब देंहटाएं

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