सुन मितवा..मितवा
तुझको क्या डर है रे
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आदरणीया कुसुम जी की रचना
मितवा
ना जाने कब आये मोरे मितवा
ना खबरिया , संदेशा ना खतवा
भरी भरी बहे नदिया बहु जोर
हियरा हमार कांपे चले न जोर
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शुभ प्रभात सखी
जवाब देंहटाएंमितवा शब्द पर लिखना टेढ़ी खीर है
हाँ....
सभी भाषाओं में
गीत और फिल्मों का निर्माण जरूर हुआ है
काश कोई एक भोजपुरी गीत प्रेषित करता
आनन्द दुगुना हो जाता
सादर
मितवा बढ़ियाँ संकलन
जवाब देंहटाएंमाहिया की करे प्रतीक्षा
वआआह...
जवाब देंहटाएंतुम देह नहीं सुरभित मन हो
जवाब देंहटाएंजग बंधन को जो माने न
हृदय को स्पर्श करने वाली रचनाएं, सुंदर संकलन
सुप्रभात बेहतरीन रचनाओं से सजी सुंदर प्रस्तुति सभी रचनाकारों को बहुत बहुत बधाई मेरी रचना को सुंदर प्रस्तुति का हिस्सा बनाकर मेरा उत्साह बढ़ाने के लिए बहुत बहुत आभार श्वेता जी
जवाब देंहटाएंवाह बहुत सुन्दर।
जवाब देंहटाएंमनभावन 'मितवा' पर मनभावन रचनाएं ! सभी चयनित रचनाकारों का हार्दिक अभिनन्दन ! बहुत सुन्दर हलचल आज की ! मेरी रचना की सम्मिलित करने के लिए आपका हृदय से धन्यवाद एवं आभार श्वेता जी ! सस्नेह वन्दे !
जवाब देंहटाएंबेहतरीन लाज़वाब 'मितवा'अतिसुन्दर रचनायें बहुत ही प्यारी रचनाओं से सुसज्जित आज की हलचल सभी रचनाकारों को बधाई
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी हलचल प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंवाह!!श्वेता ,बहुत ही खूबसूरत प्रस्तुति । सभी रचनाएँ लाजवाब!!
जवाब देंहटाएंप्रिय श्वेता, इस सुंदर अंक के लिए बहुत बहुत बधाई। सबसे पहले तो आप सभी चर्चाकारों का आभार जो नए नए विषय देकर हमारी लेखनी को नई ऊर्जा एवं नए सृजन का उत्साह देते रहते हैं। मेरी रचना को शामिल करने के लिए भी अत्यंत आभार !!!
जवाब देंहटाएंसभी रचनाकार इस विषय पर सुंदर रचनाएँ लाए हैं जिन्हें पढ़ना बेहद अच्छा अनुभव रहा। "मितवा" / "मित्र" या मन के मीत पर लिखना कोई आसान काम नहीं था । करूणा,उलाहना,प्रेम,विरह,व्यथा,व्याकुलता,पीड़ा और समर्पण के भाव इन रचनाओं में उभरकर सामने आए हैं बड़े ही प्रभावशाली ढ़ंग से। सब से बड़ी बात,सभी का विषय एक ही है और भाव अलग अलग। मौलिक सृजन भला और क्या होगा ? सारा श्रेय "मितवा" को....
पुनः स्नेह एवं आभार। दोनों गीत भी सुंदर हैं। रेणु बहन द्वारा भेजा गया मर्मस्पर्शी गीत मेरी भी पसंद है।
बहुत खुश हूँ ये जानकर मीना बहन |
हटाएंबेहतरीन प्रस्तुतिकरण लाजवाब लिंक संकलन...
जवाब देंहटाएंप्रिय श्वेता - आजकी मधुर ,सरस प्रस्तुति मन को आह्लादित कर गयी | हालाँकि सभी रचनाएँ पढ़कर भी उन सभी में से कुछ पर लिखना आज संभव ना पाया | मन मितवा पर रचनाएँ मन के अक्षुण भावों से भरी है
जवाब देंहटाएंजीवन में किसी का होना बहुत मत्वपूर्ण विषय है | सभी रचनाकारों ने सृजन के मोती गढ़े हैं सभी को हार्दिक बधाई | मेरी रचना को विलम्ब के बावजूद लिया गया ये आपकी सहृदयता है | मैं संकोच की वजह से भेज नहीं पायी थी ,क्योकि नियत समय व्यतीत हो चुका था | और रचनाकारों ने अपनी पसंद के गीत नहीं भेजे देखकर मायूसी हुई | मेरा आग्रह है आगे ऐसा बिलकुल मत करें | रचना लेखन का क्रम तो चलता रहता है पर अपनी पसंद सबसे बाँटने का मौक़ा बार बार नहीं आता |आपको इस भावपूर्ण संकलन और आपकी सुंदर रचना के साथ - मधुर गीत के लिए हार्दिक बधाई
प्रिय सखी श्वेता बेहतरीन प्रस्तुति श्रेष्ठ रचनाओं का सुंदर गुलदस्ता ।सभी चयनित रचनाकारों को बधाई मेरी रचनाओं को स्थान देने के लिए आपका धन्यवाद
जवाब देंहटाएंबहुत खूबसूरत प्रस्तुति ।
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