आज के इस अंक में
ग़ज़ल ही ग़ज़ल
जिसे सुनना पड़ेगा..
आज्ञा दें..
यशोदा
दिन भर ब्लॉगों पर लिखी पढ़ी जा रही 5 श्रेष्ठ रचनाओं का संगम[5 लिंकों का आनंद] ब्लॉग पर आप का ह्रदयतल से स्वागत एवं अभिनन्दन...
आभार। कृपया ब्लाग को फॉलो भी करें
आपकी टिप्पणियाँ एवं प्रतिक्रियाएँ हमारा उत्साह बढाती हैं और हमें बेहतर होने में मदद करती हैं !! आप से निवेदन है आप टिप्पणियों द्वारा दैनिक प्रस्तुति पर अपने विचार अवश्य व्यक्त करें।
टिप्पणीकारों से निवेदन
1. आज के प्रस्तुत अंक में पांचों रचनाएं आप को कैसी लगी? संबंधित ब्लॉगों पर टिप्पणी देकर भी रचनाकारों का मनोबल बढ़ाएं।
2. टिप्पणियां केवल प्रस्तुति पर या लिंक की गयी रचनाओं पर ही दें। सभ्य भाषा का प्रयोग करें . किसी की भावनाओं को आहत करने वाली भाषा का प्रयोग न करें।
३. प्रस्तुति पर अपनी वास्तविक राय प्रकट करें .
4. लिंक की गयी रचनाओं के विचार, रचनाकार के व्यक्तिगत विचार है, ये आवश्यक नहीं कि चर्चाकार, प्रबंधक या संचालक भी इस से सहमत हो।
प्रस्तुति पर आपकी अनुमोल समीक्षा व अमूल्य टिप्पणियों के लिए आपका हार्दिक आभार।
तीसरे सैकड़े की ओर अग्रसर हलचल । बहुत सुन्दर प्रस्तुति ।
जवाब देंहटाएंदिल से उसके जाने कैसा बैर निकला
जवाब देंहटाएंजिससे अपनापन मिला वो ग़ैर निकला
उम्दा
शुभप्रभात...
जवाब देंहटाएंसुंदर संकलन।
बहुत बढ़िया हलचल प्रस्तुति हेतु आभार!
जवाब देंहटाएंउम्दा लिंक्स |
जवाब देंहटाएंKhubsoorat tarashe links, Dhanyewad 1 Dayanand Pande ji ka andaze byan vartman ghatnao ki anubhhoti
जवाब देंहटाएं