पिछले कुछ दिनो से परीक्षा की तैयारी मे व्यस्त होने के कारण ब्लॉग को समय नही दे पाया। कुछ इस तरह खो गए अपनी दुनिया मे की दीदी को सूचना भी नही दे पाए इसलिए माफी चाहता हू ।
एक मूर्ति बेचने वाले गरीब कलाकार के लिए...किसी ने क्या खूब लिखा है.... ""गरीबो के बच्चे भी खाना खा सके त्योहारों में, तभी तो भगवान खुद बिक जाते है बाजारों में..!
गर ह्रदय पर वजन हो, तभी दौड़िए !
उनको हिम्मत बंधाने को भी दौड़िए !
बहते जल की छोटी सी धारा में
बनता है एक छोटा भवँर
मुझे याद आती है
तुम्हारी नाभि
भँवर में समा जाता है
शाख से टूटा एक पत्ता
तब मुझे याद आती है
अपने कान की प्रतिलिपि
जो समा गई थी तुम्हारी नाभि में
मगर भँवर की तरह नही
बल्कि उस बच्चे की तरह
हाथों से नहीं, पैरों से हवा में उड़ान भरती हैं जेसिका- अमेरिका के एरिज़ोना में जन्मी और वहीं रहने वाली जेसिका कोक्स (32) जन्म से अपंग हैं। उनके दोनों हाथ नहीं थे, इसके बावजूद वह पायलट है। बिना हाथों वाली वह दुनिया की पहली पायलट है, जो हाथों से नहीं, पैरों से प्लेन उड़ाती हैं।लेकिन यह कमजोरी ही उनकी ताकत बनी। आज जेसिका वो सभी काम कर सकती हैं और करती हैं, जो आम लोग भी नहीं कर पाते।
उच्चारण पर.....
कितने ही दल हैं यहाँ, एक कुटुम से युक्त।
होते बारम्बार हैं, नेता वही नियुक्त।१।
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नेता मेरे देश के, ऐसे हैं मरदूद।
भाषण तक सीमित हुए, उनके आज वजूद।२।
प्रणब मुखर्जी देश के 13वें राष्ट्रपति हैं जिन्होंने जुलाई 2012 से पद संभाला है. इससे पहले वे छह दशकों तक राजनीति में सक्रिय रहे हैं और उन्हें कांग्रेस का संकटमोचक माना जाता है.
धन्यवाद
विरम सिंह सुरावा
शुभ प्रभात
जवाब देंहटाएंशुकिया
सही व सटीक रचनाएँ
सादर
सुन्दर प्रस्तुति ।
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया हलचल प्रस्तुति!
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