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रविवार, 2 जनवरी 2022

3261...पड़े न साया दुःख या उदासी का रहें सगर्व...

शीर्षक पंक्ति: आदरणीया साधना वैद जी की रचना से। 

 सादर अभिवादन। 

रविवारीय अंक लेकर हाज़िर हूँ। 

लो 

आ गया 

दो हज़ार बाईस

जीवन में जुड़ेगा सबके 

हो रंक या फिर रईस।

-रवीन्द्र सिंह यादव   

आइए अब आपको आज की पसंदीदा रचनाओं की ओर ले चलें-

भुवनभास्कर तुम्हारा आना

 वे लौटतीं अपने बसेरों में 

व्याकुल अपने बच्चों से मिलने  

ये दृश्य बहुत मनोहर होते  

दिल चाहता यहीं रम जाऊं|

मंगलकामना


नूतन वर्ष

हर्ष और उत्कर्ष

मनायें पर्व 


 पड़े न साया

दुःख या उदासी का

रहें सगर्व

नव वर्ष में नव हर्ष के विस्तार का हो अभिनंदन (कविता)

नव पल्लवों पर ओस की

बूंदें टिकतीजैसे ज्योति।

पवन रचता है  हिंडोला

सीप में पलती है मोती।

ऐसा हो नूतनवर्षाभिनंदन



मरुस्थली अन्तःस्थल में भरें संवेदना

सहयोग, त्याग, उदारता से भरे मन

परस्पर विरोध-विग्रह दूर हों सभी के

कुछ ऐसा हो नूतनवर्षाभिनंदन

"बादल"


वैसे तुम चाहो तो

अपनी उपस्थिति के चिन्ह 

उसकी खिड़की पर 

छोड़ सकते हो 

बुद्धिमती है वो

सब कुछ जान लेगी

सूर्य के आगमन से पूर्व

जागी तो 

तुषार कणों में निहित

 गूढ़ सन्दर्भ पहचान लेगी

0२२ कहता है


यों मायूसी में सिमटो

खो जाओ स्वप्न में  

दौड़ गंतव्य की ओर 

मैं पता साहस का लाया हूँ।

मिला है ख़ुश्क दरिया देखने को

किसी  के  पास  है  अंबार  धन का,

कोई  तरसा  है   पैसा   देखने  को।

सुना  आँधी  को  पेड़ों  से  ये कहते,

तरस   जाओगे   पत्ता   देखने  को।

 सबको नया साल मुबारक

शतरंजी चालों को चलते

चुनावी वादों को करते

भीतर से जो सभी एक हैं

उनको जीत और हार मुबारक।

 *****

आज बस यहीं तक 

फिर मिलेंगे आगामी गुरुवार। 

रवीन्द्र सिंह यादव 


10 टिप्‍पणियां:

  1. दूसरा दिन बरस का
    बदलाव आएगा
    कहते थे लोग
    नहीं आता नज़र
    बदलाव कहीं पर भी
    हवा वही,वृक्ष वही
    वही नदी वही पर्वत
    ...
    खूबसरत अंक
    आभार..
    सादर..

    जवाब देंहटाएं
  2. पाँच लिंक की हलचल की पूरी टीम एवं सभी पाठकों को नूतन वर्ष की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं ! आज के संकलन में बहुत ही सुन्दर सूत्रों का समावेश ! मेरी रचना को भी स्थान दिया आपका ह्रदय से बहुत बहुत धन्यवाद एवं आभार रवीन्द्र जी ! सादर वन्दे !

    जवाब देंहटाएं
  3. बहुत सुन्दर संकलन ।आज के संकलन में मेरे सृजन को सम्मिलित करने के लिए सादर आभार आ. रवीन्द्र सिंह जी ।

    जवाब देंहटाएं
  4. सभी अंक बहुत ही उम्दा व शानदार
    इतनी बेहतरीन प्रस्तुति के लिए आपका तहेदिल से धन्यवाद🙏💕

    जवाब देंहटाएं
  5. बहुत अच्छी रचनाओं का चयन हुआ है। इस अंक से जुड़ने वाले सभी ब्लॉगर्स को सपरिवार नव वर्ष की शुभकामनाएँ! यह एक सफल कार्यक्रम है। सादर!--ब्रजेंद्रनाथ

    जवाब देंहटाएं
  6. बेहतरीन संकलन।
    मेरे सृजन को स्थान देने हेतु बहुत बहुत शुक्रिया आदरणीय रविंद्र जी सर।
    सादर नमस्कार

    जवाब देंहटाएं
  7. बहुत अच्छी हलचल प्रस्तुति में मेरी ब्लॉगपोस्ट सम्मिलित करने हेतु आभार
    नववर्ष मंगलमय हो सबका

    जवाब देंहटाएं
  8. बहुत सुंदर रचना प्रस्तुति

    जवाब देंहटाएं
  9. बहुत सुंदर सराहनीय और सार्थक अंक । सभी को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई 💐💐

    जवाब देंहटाएं

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