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मंगलवार, 18 जनवरी 2022

3277...मिले जो भाव ऊंचा फिर तो बिक जाना ज़रूरी है...

सादर अभिवादन।

पढ़िए मंगलवारीय अंक की पाँच रचनाएँ मेरे साथ-

मत चूको चौहान


शरम को छोड़ जा पहुँचो चुनावी मंडियों में तुम

मिले जो भाव ऊंचा फिर तो बिक जाना ज़रूरी है

गर्दिश--दौराँ


जुआरी जीत-हार तक नये पासे फैंक रहे

आदर्शो का भरी सभा चीर-हरण हो रहा

केशव नही आये, हां केशव अब नही आयेंगे

अब महाभारत में "श्री गीता" अवतरित नहीं होगी

बस महाभारत होगा छल प्रपंचों का

दीप तुम कब तक जलोगे ?

क्षीण क्षणभंगुर जगत में,अंत सबका है सुनिश्चित।

धर्म जलना है तुम्हारा,कर्म का क्या भान किंचित।

प्रेम में जलता पतंगा,क्या बने उसका सहारा?

तेल-बाती के बिना तो,व्यर्थ है जीवन तुम्हारा।

जीवन का स्पंदन

उदय होते बाल सूर्य की स्वर्णिम आभा

खिलते फूल पर ओस की बूँद का ठहरना

कच्ची धूप के स्पर्श से इन्द्रधनुष बन जाना

जीवन के स्पंदन का मधुर राग बन जाना

अमेरिकन कवयित्री ग्वेन्डोलिन ब्रूक्स की कविता " क्रेज़ी वुमेन" का अनुवाद

और दुनिया मुझे घूरेगी

मुझपर फब्तियाँ कसेगी

"कहेगी  है यह औरत पागल, है पागल इसकी रीत "

जो नहीं गाती है मई  में खुशी के गीत। "

*****

आज बस यहीं तक 

फिर मिलेंगे आगामी गुरुवार। 

रवीन्द्र सिंह यादव 

11 टिप्‍पणियां:

  1. शरम को छोड़ जा पहुँचो
    चुनावी मंडियों में तुम
    मिले जो भाव ऊंचा फिर तो
    बिक जाना ज़रूरी है
    बेहतरीन
    आभार..
    सादर..

    जवाब देंहटाएं
  2. सुप्रभात 💐
    सतश्रीअकाल🙏
    सभी बड़ों को प्रणाम🙏
    बहुत ही खूबसूरत व सरहानीय प्रस्तुति!
    शीर्षक बहुत कुछ बयां कर रहा है!
    आभार...🙏

    जवाब देंहटाएं
  3. प्रत्येक रचना की स्वतंत्र अस्मिता है.
    सभी को पढने का अपना मज़ा है.

    इस पन्ने पर जगह देने के लिए हार्दिक आभार, रवीन्द्र जी.

    जवाब देंहटाएं
  4. बेहतरीन रचना संकलन एवं प्रस्तुति सभी रचनाएं उत्तम रचनाकारों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं मेरी रचना को स्थान देने के लिए सहृदय आभार आदरणीय 🙏 सादर

    जवाब देंहटाएं
  5. शानदार सूत्र बटोरे हैं भाई रविन्द्र जी आपने,
    सुंदर सार्थक संकलन।
    सभी रचनाकारों को बधाई,सभी रचनाएं बहुत आकर्षक।
    मेरे गर्दिश-ए-दौराँ को स्थान देने के लिए हृदय से आभार।
    सादर सस्नेह।

    जवाब देंहटाएं
  6. बहुत बढ़िया,शानदार सूत्रों का चयन ।बहुत बधाई आदरणीय 👌👏💐

    जवाब देंहटाएं

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