सभी को यथायोग्य
प्रणामाशीष
गंगानगरी पाटलिपुत्र से गंगा उद्गमस्थली हरिद्वार में हूँ
पढ़ने के शौक ने ब्लॉग में लाया
ब्लॉग से सीखकर
बाहर की दुनिया में फैलाने की कोशिश
सस्नेहाशीष व शुभकामनाओं की
तुम न आए, हमें ही बुलाना पड़ा
मंदिरों में सुबह-शाम जाना पड़ा
लाख बातें कहीं मूर्तियाँ चुप रहीं
बस तुम्हारे लिए सर झुकाना पड़ा
भेंट-दक्षिणा व उपहारों से नवाज़ा जाता।
उस देश मे कन्या को क्यूँ बोझ माना जाता,
देवी के नव रूपों की पूजा होती।
सुख-समृद्धि बनी रहे, प्रार्थना होती,
आए न कोई संकट निज जीवन में।
यही नित्य देवी से मंगल कामना होती,
उस देश में नारी-जाति पर अमंगल होता।
मनोकामना
धर्म चाहे जो भी मानो
सुमार्ग पर चलो
ज्ञान चाहे जो भी जानो
सदुपयोग करो
सदाचारी बनो , कल्याणकारी बनो
नायक बनो , सुखदायक बनो
पुरुषोत्तम नहीं बन सकते तो
सर्वोत्तम इंसान बनो
मनोकामना
तेरी दिल की पुकार
सुनना ही मेरी चाहत है
प्यार की कशिश को पहचानो
ये दिल तुझसे आहत है
><
फिर मिलेंगे...
हम-क़दम की बारी
उन्चासवाँ अंक
विषय
शिशिर
उदाहरणः
मंद-मंद हंसता है प्रभात
सांय-सांय बहता है पवन
सिहर-सिहर उठता है बदन
रवि-किरण तन को छूती है
अनुरागी हो जाता है नयन.
रचनाकार
सुश्री भारती दास
प्रविष्टियाँ दिनांक 15 दिसम्बर 2018 यानी आज तक प्रेषित करें
प्रकाशन दिनांक 17 दिसम्बर 2018
सुप्रभातम् दी:),
जवाब देंहटाएंसुबह-सुबह एक से बढ़कर एक कविताओं को को पढ़कर आनंद आ गया।
हमेशा की तरह सबसे अलग लाज़वाब संकलन।
आदरणीय दीदी...
जवाब देंहटाएंसादर नमन..
सदा की तरह मनमोहक..
शुभकामनाएँ...
सादर...
बहुत ही सुन्दर रचना संकलन, बेहतरीन प्रस्तुति, हार्दिक आभार ।
जवाब देंहटाएंसुप्रभात,
जवाब देंहटाएंशानदार रचनाये।
हमेशा की तरह लाजवाब प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंबेहतरीन लिंकों का चयन..
जवाब देंहटाएंशुभकामनाएँँ।
बेहतरीन संकलन ,दीदी सुंदर रचनाएं ,
जवाब देंहटाएंयशोदा दी अगर आप हरिद्वार आए है तो ऋषिकेश भी आइएगा ।मै ऋतु असुजा ऋषिकेश ,ऋषिकेश निवासी आपका हार्दिक स्वागत करती हूं। मेरा पता ,गंगा नगर Rishikesh ,Ganesh Vihar Lane no 1 house no 433/34...
बहुत ही अच्छी हलचल प्रस्तुति 👌
जवाब देंहटाएंबेहतरीन रचनाएँ |
सुंदर संयोजन
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंशानदार प्रस्तुतिकरण उम्दा लिंक संकलन...
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर अंक प्रस्तुत किया है आदरणीया विभा दीदी ने। आपकी साहित्यिक सक्रियता हमारे लिये प्रेरक है। सभी चयनित रचनाकारों को बधाई एवं शुभकामनाएँ।
जवाब देंहटाएंसभी रचनाएँ एक-से-बढकर-एक है....इसमें सबसे बेहतरीन लगा मुझे - "स्वच्छ हिन्दुस्तान की नेम प्लेट"। यह बिल्कुल भिन्न है। 'स्वच्छ भारत' का एक अलग ही रूप...।
जवाब देंहटाएंआपकी अन्वेषक दृष्टि अतुल्य है वीभा दी अथक मेहनत से खोज कर रत्न ले आती हैं आप।
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर प्रस्तुति सुंदर अंक ।
सभी रचनाकारों को बधाई