सम्पादक, संवेदनशील लेखक, समीक्षक मुंशी प्रेमचंद जी को
हलचल परिवार जन्मदिवस पर कोटि -कोटि प्रणाम करता है।
⭗⭗



⭗⭗
हम-क़दम के तीसवें क़दम
का विषय...
...........यहाँ देखिए...........
दिन भर ब्लॉगों पर लिखी पढ़ी जा रही 5 श्रेष्ठ रचनाओं का संगम[5 लिंकों का आनंद] ब्लॉग पर आप का ह्रदयतल से स्वागत एवं अभिनन्दन...
आभार। कृपया ब्लाग को फॉलो भी करें
आपकी टिप्पणियाँ एवं प्रतिक्रियाएँ हमारा उत्साह बढाती हैं और हमें बेहतर होने में मदद करती हैं !! आप से निवेदन है आप टिप्पणियों द्वारा दैनिक प्रस्तुति पर अपने विचार अवश्य व्यक्त करें।
टिप्पणीकारों से निवेदन
1. आज के प्रस्तुत अंक में पांचों रचनाएं आप को कैसी लगी? संबंधित ब्लॉगों पर टिप्पणी देकर भी रचनाकारों का मनोबल बढ़ाएं।
2. टिप्पणियां केवल प्रस्तुति पर या लिंक की गयी रचनाओं पर ही दें। सभ्य भाषा का प्रयोग करें . किसी की भावनाओं को आहत करने वाली भाषा का प्रयोग न करें।
३. प्रस्तुति पर अपनी वास्तविक राय प्रकट करें .
4. लिंक की गयी रचनाओं के विचार, रचनाकार के व्यक्तिगत विचार है, ये आवश्यक नहीं कि चर्चाकार, प्रबंधक या संचालक भी इस से सहमत हो।
प्रस्तुति पर आपकी अनुमोल समीक्षा व अमूल्य टिप्पणियों के लिए आपका हार्दिक आभार।
शुभ प्रभात सखी
जवाब देंहटाएंबेहतरीन प्रस्तुति
आज ट्रेजडी क्वीन मीना कुमारी
का 85 वां जन्म दिन है
मीना जी को उनके मां-बाप ने छोड़ दिया था अनाथ आश्रम के बाहर,
इस वजह से कहलाईं 'ट्रेजेडी क्वीन'
आदरांजली
सादर
बहुत सुंदर रचना नमन सदी के माहान कलम के सिपाही को
जवाब देंहटाएंकलम के सिपाही से आवाज के जादूगर तक! बहुत सुन्दर संकलन।
जवाब देंहटाएंबढ़िया हलचल। बहुत सुन्दर प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंबेहतरीन संकलन
जवाब देंहटाएंउम्दा रचनाएँ
मेरी रचना के चयन के लिए हार्दिक आभार
आभार आपका।
जवाब देंहटाएंबेहतरीन प्रस्तुति ।
जवाब देंहटाएंसभी रचनाकारों को बधाई
वाह!!खूबसूरत प्रस्तुति । सभी रचनाकारों को हार्दिक बधाई ।
जवाब देंहटाएंसुप्रभात पम्मी जी,
जवाब देंहटाएंबेजोड़ भूमिका कालजयी क़लम के सिपाही से लेकर रफी साहब को दी गयी सुराज्जलि बेहद सुंदर। बहुत ही अच्छी रचनाएँ है सारी।
सादर।
बेहतरीन प्रस्तुति ।नमन कलम के सिपाही को,सभी रचनाकारों को बधाई...
जवाब देंहटाएंसुंदर प्रस्तुति सभी रचनाकारों को बहुत बहुत बधाई
जवाब देंहटाएं
जवाब देंहटाएं"मैं मजदूर हूँ जिस दिन न लिखूं उस दिन मुझे रोटी खाने का अधिकार नहीं"
खुबसूरत अंक , प्रेरणादायक काफी कुछ
बहुत अच्छी हलचल प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंउम्दा रचनाएँ.....!
जवाब देंहटाएंबेहतरीन ब्लॉग हलचल ...मेरी रचना शमिल की आभार ...😁
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर संकलन आज का ! मेरी रचना को स्थान देने के लिए आपका हृदय से बहुत बहुत धन्यवाद एवं आभार पम्मी जी !
जवाब देंहटाएंबेहतरीन लिंक्स एवम प्रस्तुतिकरण ....
जवाब देंहटाएंकोटि कोटि शोषित लोगों की पीड़ा को लिखने वाले कलम से योद्धा और साहित्य के पुरोधा आदरणीय मुंशी प्रेमचंद को शत शत नमन !!!!!!!!!!! बेहतरीन प्रस्तुती के साथ मुहम्मद रफ़ी का गाया सुंदर गीत मुझे भी पसंद है -- सस्नेह आभार पम्मी जी | जीवन की व्यस्तता में ऐसे मधुर गीत विस्मृत से हो गये थे | सभी रचनाओं के रचनाकारों को सस्नेह बधाई और आपको सराहनीय अंक के लिए हार्दिक शुभकामनायें | सस्नेह --
जवाब देंहटाएं