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शुभ प्रभात रवीन्द्र भाई
जवाब देंहटाएंबढ़िया रचनाएँ
आभार
सादर
सुन्दर प्रस्तुति। शुभकामनाएं।
जवाब देंहटाएंवाह! सुन्दर संकलन!!! बधाई और आभार!!!
जवाब देंहटाएंबेहतरीन रचनाएं सुंदर प्रस्तुति सभी रचनाकारों को बहुत बहुत बधाई
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी हलचल प्रस्तुति में मेरी पोस्ट शामिल करने हेतु आभार!
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुति। सभी रचनाकारों को बधाई।
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर हलचल प्रस्तुति सभी चयनित रचनाकारों को बधाई मेरीरचना को सम्मिलित करने के लिए धन्यवाद आदरणीय 🙏
जवाब देंहटाएंरवीन्द्र जी, आभार,सुन्दर प्रस्तुति,इस चर्चा में सम्मलित सभी रचनाकारों को बधाई।
जवाब देंहटाएंसार्थक सुंदर प्रस्तुति ,सभी चयनित सामग्री प्रशंसनीय।
जवाब देंहटाएंसभी रचनाकारों को बधाई।
"स्वतंत्रता का अर्थ वह क्या जाने
जवाब देंहटाएंजो स्वतंत्र वातावरण में खेला है,
स्वतंत्रता का अर्थ उस पीढ़ी से पूछो
जिसने पराधीनता का दर्द झेला है।"
बेहद सारगर्भित पंक्तियाँ.है रवींद्र जी।
कम शब्दों में कही गयी अर्थपूर्ण भूमिका के साथ बेहद उम्दा रचनाओं का संयोजन है आज के अंक में।
सभी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।