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मंगलवार, 10 जून 2025

4415...बचपन को खिलने दो

मंगलवारीय अंक में
आपसभी का स्नेहिल अभिवादन।
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जेष्ठ मास की पूर्णिमा को संत कबीरदास जी का
अवतरण दिवस मनाया जाता है-

वर्तमान समाज में कबीर के विचारों की आवश्यकता, विशेषकर उनके सामाजिक न्याय, समता और मानवता के प्रति दृष्टिकोण की प्रासंगिकता आज भी बनी हुई है। कबीर के विचार समाज में व्याप्त जातिवाद, भेदभाव, अंधविश्वास और रूढ़िवाद के विरुद्ध हैं, जो आज भी कई रूपों में मौजूद हैं।


कबीर ने जाति, वर्ण, धर्म और लिंग के आधार पर भेदभाव के विरुद्ध आवाज उठाई। उनका मानना था कि सभी मनुष्य समान हैं और उन्हें समान अधिकार प्राप्त होने चाहिए।


कबीर ने अंधविश्वास, कर्मकांड और धार्मिक पाखंड के विरुद्ध आवाज उठाई। उन्होंने लोगों को तर्क और विवेक के साथ सोचने का संदेश दिया। 


कबीर ने सभी धर्मों के बीच सद्भाव और प्रेम की बात कही। वे किसी भी धर्म को श्रेष्ठ नहीं मानते थे और सभी को ईश्वर के समान मानते थे। 


कबीर ने ज्ञान और अनुभव की खोज को महत्वपूर्ण माना। वे कहते थे कि हमें केवल वही मानना चाहिए जो तर्क और अनुभव से प्रमाणित हो। 


कबीर ने समाज में व्याप्त अंधविश्वासों, रूढ़ियों और आडम्बरों का विरोध किया। वे समाज को बेहतर बनाने के लिए प्रयास करते थे।


कबीर ने हमेशा मानवता को महत्व दिया और सभी के साथ प्रेम और करुणा से व्यवहार करने की बात कही।


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आज की रचनाएँ



टीन एज बहुत ही नाजुक उम्र होती है। इस उम्र में हार्मोन्स ऊधम मचाते हैं । जिंदगी यथार्थ, कल्पना व भावनाओं के झंझावात में घिरी महसूस होती है। जरा सी भी दिल पर लगी चोट से मानसिक सन्तुलन बिगड़ सकता है। इस समय एक्स्ट्रा अटेंशन, केयर व साथ की जरूरत होती है बच्चों को।


हिय  ही  काया का केंद्र बिंदु
इसमें  ही  बसता  प्रेम सिन्धु
इन सबको जो पूरित करता
औषधि अधिपति वह मात्र इंदु


इन्हे रूठने भी दो 
फिर मनाने का मज़ा भी लो
इनकी फूली हुई गाल 
और आँखों में गुस्सा 
भी लगता बड़ा प्यारा 
इनकी तुतलाती हुई बाते 

शिष्य में आ गया अहंकार



कुछ दिन तक तो शिष्य अपने गुरु जी की बात को सुनता रहा, लेकिन धीरे-धीरे उसे गुरुजी की बात बुरी लगने लगी। वह मन ही मन सोचता था कि गुरुजी के खिलौने कम दाम में बिकते हैं, इसलिए गुरु की मुझसे ईष्या करते हैं। तभी तो मुझे अक्सर सलाह दिया करते हैं। मैं इनसे अच्छे खिलौने बनाता हूं। एक दिन गुरुजी के सलाह देने पर शिष्य को गुस्सा आ गया। 


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आज के लिए इतना ही 
मिलते हैं अगले अंक में।

4 टिप्‍पणियां:

  1. वर्तमान समाज में कबीर के विचारों की आवश्यकता
    शत शत नमन
    शानदार अंक
    आभार
    सादर

    जवाब देंहटाएं
  2. वाह! बेहतरीन अंक! कबीर नें सदा मानवता को महत्व दिया ...सही में वर्तमान में कबीर के विचारों की अत्यधिक आवश्यकता है ।

    जवाब देंहटाएं
  3. सार्थक भूमिका और सराहनीय रचनाओं से सजा सुंदर अंक

    जवाब देंहटाएं

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