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सोमवार, 6 दिसंबर 2021

3234 ..वर्तमान भारतीय परिदृश्य की, एक झलक

सादर अभिवादन
कल रवीन्द्र जी आए थे
ऑमिक्रान को बारे में विस्तार से बताए
बचाव का तरीका काफी से अधिक पसंद आया
बचाव ही इलाज है....
रचनाएँ देखें..



रेडियो पर, टीवी पर, अख़बारों में भी
देने होंगे इश्तिहार, संग में भुगतान के
तय कुछ "पक्के में" रुपए भी।
दिन-रात हर तरफ, हर ओर,
क्या गाँव, क्या शहर, हर महानगर,
करवानी भी होगी निरंतर मुनादी भी।





लिहाजा राजा के पास बनिया पहुंचा, बोला राजा जी मुझे रोटी का दाम 10 करना है। 
राजा बोला तुम 10 नहीं 30 रुपए करो, बनिया बोला 
महाराज इससे तो हाहाकार मच जाएगा,
नतीजा सुनिए....
अगले दिन से 5 की रोटी 15 में बिकने लगी।
जनता खुश... बनिया खुश... और राजा भी खुश।
#वर्तमान भारतीय परिदृश्य की, एक झलक





अपने आख़िरी समय में
कुछ कहना चाहते थे पिता.

आँखें पथरा गई थीं उनकी,
आवाज़ बंद थी,
सिर्फ़ हाथ थे,
जो इशारा कर रहे थे.






कितना अच्छा मौसम यार पुराना था
घर- घर में सिलोन का बजता गाना था

खुशबू के ख़त होठों के हस्ताक्षर थे
प्रेम की आँखों में गोकुल,बरसाना था

कौन अकेला घर में बैठा रोता था
सुख-दुःख में हर घर में आना-जाना था





शोक मनाती रही रातभर उनींदी
अनमनी भोर की आहट पर
पेड़ की बची शाखों पर
घोंसले को दुबारा बुनने के उत्साह से
किलकती तिनका बटोरती
चिड़ियों ने खिलखिलाकर कहा-
एक क्षण से दूसरे क्षण की यात्रा में
समय का शोकगीत गाने से बेहतर है




पीले पन्नों की किताब में
अभी कुछ श्वेत हैं
अनुभव का
खिलखिलाता हरापन
लिखना चाहता हूँ
उन पर।
देख रहा हूँ
पीले पन्नों में
अनुभव के कुछ शब्द
घूर रहे हैं

...
आज बस इतना ही

सादर 

9 टिप्‍पणियां:

  1. सुप्रभात यशोदा जी...। आभार आपका। मेरी रचना को शामिल करने के लिए साधुवाद...।

    जवाब देंहटाएं
  2. जी ! सुप्रभातम् वाले करबद्ध नमन संग आभार आपका .. अपनी आज की बहुरंगी प्रस्तुति "वर्तमान भारतीय परिदृश्य की, एक झलक" में मेरी बतकही को शामिल करने के लिए ...

    जवाब देंहटाएं
  3. सुंदर प्रस्तुति| आपका आभार

    जवाब देंहटाएं
  4. पठनीय संदेशात्मक रचनाओं से सजी सुंदर प्रस्तुति दी।
    मेरी रचना शामिल करने के लिए अत्यंत आभार आपका।
    सादर।

    जवाब देंहटाएं
  5. बहुत ही शानदार और लाजवाब प्रस्तुति
    सभी अंत एक से बढ़कर एक हैं!

    जवाब देंहटाएं
  6. हर रचना बहुत सुंदर शानदार और प्रेरक । सराहनीय सूत्रों का संयोजन ।

    जवाब देंहटाएं
  7. सुंदर सार्थक लिंक शानदार प्रस्तुति।
    रचनाकारों को बधाई।

    जवाब देंहटाएं

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