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शुक्रवार, 3 दिसंबर 2021

3231....सुख की चिड़िया

शुक्रवारीय अंक में
आपसभी का स्नेहिल अभिवादन।
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बेतरतीब उगी हुई
घनी जंगली घास-सा दुख
जिसके नीरस अंतहीन छोर के
उस पार कहीं दूर से
किसी हरे पेड़ की डाल पर
बोलती सुख की चिड़िया का 
मद्धिम स्वर 
उम्मीद की नरम दूब-सा
थके पाँव के छालों को
सहलाकर कहती है-
ज़िंदगी के सफ़र का
 खूबसूरत पड़ाव
 तुम्हारी प्रतीक्षा में है। 
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आइये आज की रचनाएँ पढ़ते हैं-

ज़िंदगी तुझको चलना ही होगा


मधुमास मधुरिम सा महके धरा पर
तो पतझड़ से फिर-फिर गुजरना ही होगा

ये 'हालात' मौसम से, बनते बिगड़ते
डर छोड़ डट आगे बढ़ना ही होगा

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कथरी

हमको कर देगा कहरनियाँ के हवाले
अपने चला जाएगा 
शहर में कमाने
पत्नी को अपने
सर पर चढ़ाता है,
बच्चों को 
स्कूल में पढ़ाता है
पन्द्रह दिनों में यहॉं आता है तो
पुरानी कथरी उलट-पुलट ओढ़ाता है
इससे भला जाड़ा जाएगा?
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बदली हुई मनःस्थितियों में ,

बेमौसम की बरसात हुई ।

जीवमात्र ठिठुरे हैं सारे ,

कब दिन हुआ कब रात हुई

रुख बदल दो  तुम ही ऐ हवाओं !

मन तपस को तरस रहा ।।


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 अपवाद

क्या जरूरी है कि
एक दुसरे का दिल दुखाकर अलग हुआ जाए
उसने कहा, शायद हाँ
क्योंकि वजह जरूरी होती है ज़िन्दगी में
मैंने पूछा यदि बिना दिल दुखाए अलग हुआ जाए तो?
उसने कहा
हो सकते हो
मगर फिर हम दोबारा एक न हो पाएंगे कभी
दिल का दुखना संभावना बचाएगा
फिर से मिलने की.


 तू मेरे पास खुद को सबसे अधिक सुरक्षित महसूस करती थी फिर ऐसा क्या हुआ जो तू ऐसी बातें कर रही है? तेरी सोच इतनी घटिया कैसे हो गई? छी...!मैं देख रहा हूं कल मार्केट से आने के बाद से तू मेरे साथ ऐसे विहैव कर रही है जैसे मैं तेरा भाई नहीं बल्कि कोई अजनबी हूँ! 'मेरी सोच घटिया नहीं बल्कि तुम घटिया इंसान हो !' और क्या कहा सुरक्षित महसूस करती थी मैं तुम्हारे साथ, हां करती थी पर कल मॉल में तेरा जो रूप देखा उसके बाद बिल्कुल भी सुरक्षित महसूस नहीं करता है।

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आज के लिए इतना ही
कल का विशेष अंक लेकर आ रही हैं
प्रिय विभा दी।
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5 टिप्‍पणियां:

  1. बेहतरीन अंक..
    देवेंद्र पाण्डेय की कथरी
    कसक पैदा कर गई मन में
    आभार..
    सादर..

    जवाब देंहटाएं
  2. सुप्रभात 🌞💐
    सतश्रीअकाल 🙏😊
    नमस्कार 🙏
    प्रणाम🙏
    𝗚𝗼𝗼𝗱 𝗺𝗼𝗿𝗻𝗶𝗻𝗴 ☕😀
    बहुत ही शानदार प्रस्तुति👌
    सभी अंक बहुत ही बेहतरीन है👍
    मेरी पोस्ट को शामिल करने के लिए आपका तहे दिल से शुक्रिया🙏
    आभार.. 🙏

    जवाब देंहटाएं
  3. बहुत सुंदर संकलन । बेहतरीन सूत्रों के मध्य मेरे सृजन को सम्मिलित करने के लिए हृदयतल से धन्यवाद श्वेता जी !

    जवाब देंहटाएं
  4. सुख की चिड़िया..शानदार भूमिका के साथ लाजवाब प्रस्तुति ...सभी लिंक बेहद उत्कृष्ट.. मेरी रचना को स्थान देने हेतु तहेदिल से धन्यवाद प्रिय श्वेता जी! सभी रचनाकारों को बधाई एवं शुभकामनाएं।

    जवाब देंहटाएं

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