चार दिन हो गए
साल के गुज़रे
नयापन जैसा तो
नही आया नज़र..
आएगा धीरे से...
हमें तो चलना ही है...
गरीबों से मोहब्बत भगवान की इबादत है
मां बाप की दुवाएं जिन्दगी की अमानत है।।
अपने स्वाभिमान को सर्वदा जगाए रखना
जन्मभूमि की मिट्टी का कर्ज अदा करते रहना।।
हवा पर दस्तख़त की किसी ने ... सधु चंद्र
उन्मुक्त गगन में
चंचल मन
उड़ता जाता क्षितिज पार ।
अंतस से उठती तरंग
तेज गति से ...
चाप पर न पाता नियंत्रण
बारम्बार ।
आरोह-अवरोह
पर लगा टेक
मनोभाव बना देता
सामान्य को कलाकार
नये साल की शुरुवात...! ...फ़िज़ा
नये साल की शुरुवात कुछ इस ढंग से मैंने की
प्रकृति के साथ और कुछ युवाओं के संग हुई
कहते हैं पानी में रहकर मगर से न रखो कभी बैर
सोचकर शामिल हुए बच्चों की टोली में करने सैर
ओट्स वेजिटेबल ढोकला ..ज्योति देहलीवाल
ओट्स में कैल्शियम, पोटेशियम, विटामिन बी-कॉम्प्लेक्स और
मैग्नीशियम भरपूर मात्रा में होता है। ओट्स खाने से कब्ज की
समस्या दूर हो कर पाचन शक्ति बढ़ती है। सब्जियों में
तो बहुत सारे विटामिन्स रहते ही है।
अत: आइए आज बनाते है, एक बहुत ही हेल्दी स्नैक्स,
ओट्स वेजिटेबल ढोकला...
मेरी ग़ज़ल पढ़ेगा कौन .....नवीन मणि त्रिपाठी
उनकी बात सुनेगा कौन ।
ज़िद पर आज़ झुकेगा कौन ।।
की है बगावत जनता ने ।
साहब तुम्हें चुनेगा कौन ।।
व्वाहहह..
जवाब देंहटाएंगुड डबल शाट..
आभार..
सादर..
असीम शुभकामनाओं के संग श्रमसाध्य कार्य हेतु साधुवाद
जवाब देंहटाएंउम्दा प्रस्तुति
हार्दिक शुभकामनाएं ,बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति, मंचपर हमारी रचना शामिल करने के लिए ह्र्दयतल से आभार।
जवाब देंहटाएंसुप्रभात 🙏खूबसूरत प्रस्तुति ।
जवाब देंहटाएंनव वर्ष मंगलमय हो। आभार दिग्विजय जी।
जवाब देंहटाएंसुंदर प्रस्तुति। मेरी रचना को पांच लिंको का आनंद में शामिल करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद, दिग्विजय भाई।
जवाब देंहटाएंNice links
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी हलचल प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंबढ़िया प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंDigvijay ji aapka bahut bahut shukriya meri rachana ko yahan shamil karne ke liye. Aapko aur anya sathiyon ko naye varsh ki shubhkamanayein,
जवाब देंहटाएंAbhar!!!
Dhanyawad ,
जवाब देंहटाएंskandsolution