एक सुंदर स्नेह *अलाव*'प्रज्वलित कर
तीसरा कदम एक *'चित्र'* मनोरम
फिर कायनात हुई *इंद्रधनुषी*
*पहाड़ी नदी* की रागिनी मोहक
*खलल* पडा फिर भी ना रुका कारवाँ
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कश्ती करनी होगी
तूफानों के हवाले
चल उठा कदम
कारवाँ भी बनेगा
मिलेगी मंजिल भी
राहें बनेगी खुद रहनुमा
हम सफर हम कदम।
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छोड़ दे बिंंदिया चूड़ी कंगना
अखाड़ा बनाऊँ अब घर का अँगना
आ मेरी लाड़ो छुपके मेरे पीछे
जीवन की प्रत्यंचा पर चढा कर
आदरणीया सुप्रिया "रानू" जी
नौ महीने का इंतज़ार बड़ा बेसब्र होता है,
मन की आकांक्षाएं उम्मीदों से भरता है,
संवेदन तो हर घड़ी है तुम्हारी,
पर भौतिकता में तुम्हारे साथ कि चाहत करती हूं
हर पल तुम्हारे कदमो की आहट सुनती हूँ..
एक कदम तुम,एक कदम हम बढ़ाएं
कदम दर कदम, हम यूँ ही बढ़ते जाएं
मंजिलों की राह हम आसान कर जाएं।
दुविधा में है कहाँ खोजे उसे
धरती माता गर्व करे तुम पर
तुम्हारे कदमों के निशानों पर
तुम तक पहुँचना चाहती हूँ !
सारी आवाजें गुम हो जायें,
भर ले उष्ण श्वास छाती में
कैसे मन्जिल तक पहुँचे, छाया घोर अँधेरा है!
कदम कदम यहाँ दरिंदो का लगा हुआ मेला है!
मन कहता सपनो को पूरा कर लूँ,
डर कहता दरिंदो से अपने को बचालूँ,
मंज़िल की राह में चलते चलते
शायद ऐसे ही बढ़ता है कारवाँ मंज़िल की ओर
आदरणीय डॉ. सुशील कुमार जोशी जी
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नोट: रचनाएँ सुविधानुसार लगायी गयीं हैं।
हमक़दम के अगले विषय के लिए कल का अंक देखना न भूलें।
आप सभी के द्वारा रचित आज का अंक
आपको कैसा लगा
द्वारा व्यक्त किये गये बहुमूल्य सुझावों और
प्रेरक वचनों की प्रतीक्षा में
शुभ प्रभात
जवाब देंहटाएंविलियम शेक्सपियर जी को सादर नमन
कहानियाँ, नाटक आदि भी लिखे
नाटकों का मंचन भी हुआ
आपने याद दिलाया सखी
हम तो भूल ही चुके थे
अच्छी प्रस्तुति
सादर शुभकामनाएँ सृजन कर्ताओँ को
सादर
शुभ प्रभात |श्वेता जी उम्दा प्रस्तुति |विलियम शेक्सपियर जी को सादर नमन |मेरी रचना शामिल करने के लिए आभार सहित धन्यवाद |
जवाब देंहटाएंएक छोटी सी मोमबत्ती का प्रकाश कितनी दूर तक जाता है! इसी तरह इस बुरी दुनिया में एक अच्छा काम चमचमाता है.विलियम शेक्सपियर।
जवाब देंहटाएंशानदार प्रस्तुति हमेशा की तरह कुछ नव किसलय सी.
सभी रचनाऐं एक से बढ़कर एक मेरी रचनाओं को सामिल करने का स्नेह आभार।
बहुत खास प्रस्तुतीकरण
जवाब देंहटाएंशानदार प्रस्तुति |विलियम शेक्सपियर जी को सादर नमन |मेरी रचना शामिल करने के लिए आभार
जवाब देंहटाएंपिय श्वेता -- पञ्च लिंकों में आपके सौजन्य से पता चला आज विश्व साहित्य के शिखर आदरणीय विलियम शेक्सपियर का जन्म दिन है और उनकी बहुचर्तित वाक्य और जीवन के कटुसत्य का बोध कराती रचना कितनी सुंदर है ये आज जाना | ''ये संसार एक रंगमंच है सारे स्त्री पुरुष मात्र अभिनयकर्ता '' ये वाक्य किस रचना का हिस्सा है आज पता चला | आभार इस भावपूर्ण प्रस्तुति के लिए | सभी रचनाएँ देखी पढ़ी | कदम के बहाने बेमिसाल सृजन !! सभी रचनाकारों को शुभकामनाये | आपको भी हार्दिक बधाई और शुभकामनाये | सौहार्द की ये कदमताल यूँ ही चलती रहे और पञ्चलिंकों में हमकदम के उत्सव यूँ ही सजते रहें |सस्नेह --
जवाब देंहटाएंसुन्दर विशेष पंद्रहवा कदम हलचल के कदमों में से। आभारी है श्वेता जी का 'उलूक' उसे भी एक कदम जगह देने के लिये।
जवाब देंहटाएंशुभ प्रभात,सभी बड़ों को,उम्दा संकलन स्वेता जी सहृदय धन्यवाद मेरी रचना शामिल करने को और शुभकामनाएं सभी श्रेष्ठ रचनाकारों को
जवाब देंहटाएं..
सर्व प्रथम कवि सर शेक्सपीयर जी को नमन 🙏 कवि किसी युग काल या जगह विशेष का नहीं होता आज उनको याद कर प्रिय श्वेता जी ने इस काव्य मंच को और भव्यता प्रदान कर दी नमन श्वेता जी 🙏
जवाब देंहटाएंआज के काव्य गुच्छ के लिये कुछ पंक्तियाँ .....
कदम कदम कितने कदम
चिंहित हुए मंच पर आज
नव प्रभात या नव संकल्प सरीखा
हर कदम पहने जज्बात !
हर कदम मील का पत्थर है
हर कदम दृढ़ विश्वास
सिखा रहा हर कदम काव्य
मनुज बनो ये ही बेहतर आस !
मेरे साधरण से काव्य को स्थान देने का धन्यवाद 🙏
आपकी ये पंक्तियाँ भी शानदार रहीं इन्दिरा जी . 🙇♀️🙇♀️🙇♀️
हटाएंअद्भुत सुंदर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंसभी रचनाएँ उत्क्रष्टता को प्राप्त हैं सभी को बधाई और शुभकामनाएँ
हमारी रचना को भी शामिल करने के लिए आभार
विलियम शेक्सपियर जी को सादर नमन
सुप्रभात 🙇🙇
शुभ प्रभात ...सबसे पहले सर विलियम शेक्सपियर जी को सादर नमन ..श्वेता आपकी प्रस्तुति लाजवाब !!मेरे कदम को हमकदम बनाने के लिए बहुत बहुत आभार ..।
जवाब देंहटाएंशानदार प्रस्तुति हमेशा की तरह।एक पर एक रचनाएउ आज के लिंक को सुशोभित कर रही है।शेक्सपियर की रचना कग हिंदी अनुवाद और भी चार चाँद लगा रही।
जवाब देंहटाएंआभार
बहुत सुन्दर हम-कदम विषयक प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर प्रस्तुति। मेरी रचना को जगह देने के लिए शुक्रिया
जवाब देंहटाएंबहुत ही शानदार रचनाएं ! हमकदम के इस कारवां की हमसफ़र बनने का मुझे भी मौक़ा मिला हृदय से आभारी हूँ आपकी ! सारी रचनाएं बेहतरीन ! मेरी रचना को चुनने के लिए हृदय से शुक्रिया आपका !
जवाब देंहटाएंबहुत बढिया प्रस्तुति.
जवाब देंहटाएंशानदार रचनाएँ.
हमकदम के इस कारवाँ में मुझे शामिल करने के लिए आपका हार्दिक आभार श्वेता जी. 🙏🙏
बेहतरीन प्रस्तुति . सभी रचनाकारों को बधाई एवं शुभ कामनाएँ .
जवाब देंहटाएंगज़ब के लिंक्स संयोजित किये आपने ... सभी एक से बढ़कर एक .... शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंयुगपुरुष विलियम शेक्सपियर की सुन्दर,सार्थक कविता के साथ आज के विशेषांक का शुभारम्भ एवं सम्पूर्ण प्रस्तुतिकरण बहुत ही शानदार है...सभी लिंक बहुत ही उम्दा एवं बेहतरीन.... सभी रचनाकारों को बधाई एवं शुभकामनाएं...
जवाब देंहटाएंमेरी रचना को भी स्थान देने के लिए आपका हृदय से आभार एवं धन्यवाद।
बहुत अच्छे लिंक दिए गए हैं .
जवाब देंहटाएंहिन्दीकुंज,हिंदी वेबसाइट/लिटरेरी वेब पत्रिका