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बुधवार, 18 अप्रैल 2018
1006 मौन अच्छा है किन्तु मनन के लिए..
19 टिप्पणियां:
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शपभ प्रभात
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी रचनाएँ पढ़वाई आज
शुभ कामनाएँ अक्षय तृतिया की
सादर
बहुत सुंदर प्रस्तुति। आदरणीय भवानी प्रसाद मिश्र जी की। रचना हम सब को तैयार रहने का बोध कराती है। सभी रचनाएँ एक से बढ़कर एक हैं।मेरी रचना को भी स्थान देने के लिये सादर आभार।
जवाब देंहटाएंसादर
सुप्रभातम् पम्मी जी,
जवाब देंहटाएंबेहद प्रभावशाली, सारगर्भित भूमिका के साथ लाज़वाब प्रस्तुति है आज के अंक की।
सारी रचनाएँ बहुत अच्छी हैं।
मेरी रचना को स्थान देने के लिए सादर आभार आपका।
सभी साथी रचनाकारों को हार्दिक शुभकामनाएँ।
असीम शुभकामनाएं सस्नेहाशीष संग
जवाब देंहटाएंअति सुंदर प्रस्तुतीकरण
बहुत बढ़िया प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंपम्मी जी हर बार की तरह नाविक के तीर जैसी सटीक सी प्रस्तुति शानदार।
जवाब देंहटाएंसभी रचनाऐं बहुत सुंदर सभी रचनाकारों को बधाई।
बहुत आभारी हूँ पम्मी जी आपकी मेरी रचना को स्थान देने के लिए..सभी रचनाएँ एक से बढ़ कर एक है। सधन्यवाद
जवाब देंहटाएंबहुत आभारी हूँ पम्मी जी आपकी मेरी रचना को स्थान देने के लिए..सभी रचनाएँ एक से बढ़ कर एक है। सधन्यवाद
जवाब देंहटाएंअति सुंदर प्रस्तुतीकरण
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर हलचल प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंअक्षय तृतीया की शुभकामनाएं। कविवर भवानी प्रसाद मिश्र जी की रचना का उल्लेख करते हुए आदरणीया पम्मी जी ने एक बेहतरीन प्रस्तुति हमारे समक्ष प्रस्तुत की है। रिशांक में चयनित सभी रचनाकारों को बधाई एवं शुभकामनाएं। मेरी रचना को स्थान देने के लिए आभार।
जवाब देंहटाएंकृपया रिशांक को इस अंक पढ़ें। धन्यवाद।
हटाएंवाह!बहुत सुंंदर प्रस्तुति। सभी रचनाएँ लाजवाब ।
हटाएंबढ़िया, पम्मी जी की खास अंदाज वाली प्रस्तुति। बधाई!!!
जवाब देंहटाएंबहुत सुंंदर प्रस्तुति.....
जवाब देंहटाएंमनमोहक रचनाएँ....सुंदर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंलाजवाब प्रस्तुतिकरण उम्दा पठनीय लिंक संकलन...
जवाब देंहटाएंप्रिय पम्मी जी -- बहुत ही मनन परक बात लिखी -- मौन जरूरी है पर मनन के लिए | मौन अवस्था पर हो तो अभिशाप है |मौन अव्यवस्थाओं के प्रति मौन समर्थन है |मौनधारण करने वाले कोई क्रान्ति नहीं कर सकते | उसके लिए स्वर प्रखर करने पड़ते हैं | सुंदर प्रस्तुतिकरण | सभी रचनाएँ पढ़ तो ली है पर सभी पर लिखना संभव नहीं हो पाया | सभी रचनाकारों को सस्नेह बधाई और आपको भी प्यार भरी शुभकामनाये | सभी साहित्य प्रेमियों को अक्षयतृतीया महा पर्व की हार्दिक मंगल कामनाएं |
जवाब देंहटाएंपम्मी जी निश्चय मौन ही अच्छा मनन के लिये ..अद्भुत और आध्यत्मिक काव्य
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