आज अभी तक भाई रवीन्द्र जी दिखे नहीं...
यदि इस प्रस्तुति के बनते-बनते भी
यह प्रस्तुति रुकेगी नहीं...
उनकी पसंदीदा रचनाएँ यहां जुड़ सकती है...
दिन भर ब्लॉगों पर लिखी पढ़ी जा रही 5 श्रेष्ठ रचनाओं का संगम[5 लिंकों का आनंद] ब्लॉग पर आप का ह्रदयतल से स्वागत एवं अभिनन्दन...
आभार। कृपया ब्लाग को फॉलो भी करें
आपकी टिप्पणियाँ एवं प्रतिक्रियाएँ हमारा उत्साह बढाती हैं और हमें बेहतर होने में मदद करती हैं !! आप से निवेदन है आप टिप्पणियों द्वारा दैनिक प्रस्तुति पर अपने विचार अवश्य व्यक्त करें।
टिप्पणीकारों से निवेदन
1. आज के प्रस्तुत अंक में पांचों रचनाएं आप को कैसी लगी? संबंधित ब्लॉगों पर टिप्पणी देकर भी रचनाकारों का मनोबल बढ़ाएं।
2. टिप्पणियां केवल प्रस्तुति पर या लिंक की गयी रचनाओं पर ही दें। सभ्य भाषा का प्रयोग करें . किसी की भावनाओं को आहत करने वाली भाषा का प्रयोग न करें।
३. प्रस्तुति पर अपनी वास्तविक राय प्रकट करें .
4. लिंक की गयी रचनाओं के विचार, रचनाकार के व्यक्तिगत विचार है, ये आवश्यक नहीं कि चर्चाकार, प्रबंधक या संचालक भी इस से सहमत हो।
प्रस्तुति पर आपकी अनुमोल समीक्षा व अमूल्य टिप्पणियों के लिए आपका हार्दिक आभार।
सस्नेहाशीष संग शुभ दिवस छोटी बहना 💐😍
जवाब देंहटाएंउम्दा लिंक्स का चयन
वाह ! बहुत ही खूबसूरत लिंक संयोजन । बहुत सुंदर आदरणीया ।
जवाब देंहटाएंशुभप्रभात....
जवाब देंहटाएंसुंदर संकलन....
कहां गये भाई रविंद्र जी....
सादर....
सुप्रभात यशोदा जी ! बहुत सुन्दर सूत्र ! आज की प्रस्तुति में मेरे ब्लॉग सुधीनामा पर मेरे आलेख 'यह कैसा विरोध' के चयन की भी सूचना दी थी रवीन्द्र भाई ने ! कोई बात नहीं ! वे कहीं व्यस्त हो गए हैं ऐसा लगता है ! आपने बहुत सार्थक लिंक्स लगाए हैं ! आभार !
जवाब देंहटाएंआदरणीय दीदी
हटाएंसादर नमन
कल भाई रवीन्द्र जी की प्रस्तुति रात 9 बजे कर डैशबोर्ड पर नहीं दिखी
तो त्वरित व्यवस्था करनी पड़ी
खेद है....
सादर
बहुत उम्दा रचनाओं का चयन
जवाब देंहटाएंमेरी रचना को स्थान देने के लिए हार्दिक आभार
शुभ प्रभात !
जवाब देंहटाएंआज का सुन्दर पठनीय लिंकों से सुसज्जित अंक प्रस्तुत करने के लिए आदरणीय यशोदा बहन जी का धन्यवाद एवं बधाई।
तय समय पर प्रस्तुति मेरे द्वारा प्रेषित न की जा सकी अतः आपने सुधि पाठकों एवं रचनाकारों की अभिरुचि और लय को बनाये रखने का जो तुरत -फुरत प्रयास किया वह लाजवाब है।
सभी मेरे द्वारा चयनित रचनाओं के आदरणीय रचनाकारों (गगन शर्मा जी, दीदी साधना वैद जी ,दिग्विजय अग्रवाल जी ,अंजू शर्मा जी ) को खेद सहित सूचना पोस्ट कर दी गयी है। आदरणीय लोकेश जी की रचना कॉमन रही अतः खेद की सूचना नहीं भेजी गयी, उन्हें बधाई।
सभी चयनित रचनाकारों को बधाई एवं शुभकामनाऐं ! आभार सादर।
उत्सुक सुधि पाठक इन रचनाओं के लिंक यहाँ क्लिक करके पठन का आनंद ले सकते हैं।-
हटाएं1.सोशल -मीडिया के पार्श्व-प्रभाव पढ़िए आदरणीय दीदी साधना वैद जी के सराहनीय आलेख में -
यह कैसा विरोध......साधना वैद
http://sudhinama.blogspot.in/2017/08/blog-post_12.html
2. तकनीक का ख़ामियाज़ा यहाँ भी बयां हो रहा है, गगन शर्मा जी की एक विचारणीय प्रस्तुति -
महिलाओं की "पोस्ट" पर न्यौछावर "कुछ" लोगों की अजीब मानसिकता.....गगन शर्मा, कुछ अलग सा
http://kuchhalagsa.blogspot.in/2017/08/blog-post_76.html
3. हमने ख़ूब सुना और पढ़ा है कि भ्रष्टाचार रोकने के लिए नियुक्त अमला ख़ुद भ्रष्टाचार में लिप्त पाया जाता है। कुछ ऐसा ही समाज का भ्रष्टाचार उजागर करती व्यंग के सिरमौर स्वर्गीय हरिशंकर परसाई जी की आदरणीय दिग्विजय अग्रवाल जी द्वारा प्रस्तुत एक शानदार कृति-
अश्लील .....हरिशंकर परसाई
http://digvijay4.blogspot.in/2017/08/blog-post_16.html
4. हिंदी के जाने माने साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित सुप्रसिद्ध कवि डॉक्टर चंद्रकांत देवताले जी का विगत सोमवार 81 वर्ष की आयु में निधन हो गया। "पाँच लिंकों का आनंद" उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए अंजू शर्मा जी द्वारा प्रस्तुत उनकी दस प्रतिनिधि रचनाऐं पेश कर रहा है -
चंद्रकांत देवताले की दस कवितायें...अंजू शर्मा
चंद्रकांत देवताले की दस कवितायें...अंजू शर्मा
हटाएंhttp://swayamsiddhaa.blogspot.in/2017/08/blog-post_16.html
मभावस्निग्ध सुप्रभात। हलचल के अंक का नियमित पाठक हूँ। कभी कभी अपनी रचनाओं को इस सरिता में प्लावित होते देखकर मन प्रसन्न हो उठता है। सभी का धन्यवाद।
जवाब देंहटाएंआदरणीय दीदी शुभ प्रभात
जवाब देंहटाएंआपातकालीन परिस्थितियों में बनाई गई प्रस्तुति भी लाज़वाब
सुन्दर लिंक संयोजन ,रचनाओं को चुनने में त्वरित निर्णय ,
काश हमारे देश के न्यायालय भी ऐसे ही होते तो देश की तस्वीर कुछ और होती।
आभार ,"एकलव्य"
होते तो न....
हटाएंवहाँ मन मर्जी नहीं चलती
सादर
सुप्रभात यशोदा जी . बेहद सुन्दर संयोजन .अपने लिंक संयोजन में मुझे शामिल करने के लिए बहुत बहुत आभार .
जवाब देंहटाएंसुप्रभात दी:)
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर संयोजन और सराहनीय रचनाएँ आज के लिंकों की। सभी चयनित रचनाकारों को बधाई एवं शुभकामनाएँ।
बहुत सुन्दर हलचल प्रस्तुति ..
जवाब देंहटाएंसुप्रभात यशोदाजी, पठनीय सूत्रों का संयोजन, मुझे भी शामिल करने के लिए आभार !
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर संकलन..
जवाब देंहटाएंसभी चयनित रचनाकारों को बधाई
आभार।
उम्दा लिंको का संकलन....
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुतिकरण...
बढ़िया प्रस्तुति हमेशा की तरह। जारी रहे।
जवाब देंहटाएं