दिन भर ब्लॉगों पर लिखी पढ़ी जा रही 5 श्रेष्ठ रचनाओं का संगम[5 लिंकों का आनंद] ब्लॉग पर आप का ह्रदयतल से स्वागत एवं अभिनन्दन...
निवेदन।
---
फ़ॉलोअर
बुधवार, 9 अगस्त 2017
754..दरकार है ..आज भी उसी सदा की..
पर हमें तो..
ब्लॉग ताऊ
डाट इन से अनमोल प्रस्तुति..
आज
रायता दिवस है यारो...अफ़वाह की कोशीश मुकम्मल की जाये..
13 टिप्पणियां:
आभार। कृपया ब्लाग को फॉलो भी करें
आपकी टिप्पणियाँ एवं प्रतिक्रियाएँ हमारा उत्साह बढाती हैं और हमें बेहतर होने में मदद करती हैं !! आप से निवेदन है आप टिप्पणियों द्वारा दैनिक प्रस्तुति पर अपने विचार अवश्य व्यक्त करें।
टिप्पणीकारों से निवेदन
1. आज के प्रस्तुत अंक में पांचों रचनाएं आप को कैसी लगी? संबंधित ब्लॉगों पर टिप्पणी देकर भी रचनाकारों का मनोबल बढ़ाएं।
2. टिप्पणियां केवल प्रस्तुति पर या लिंक की गयी रचनाओं पर ही दें। सभ्य भाषा का प्रयोग करें . किसी की भावनाओं को आहत करने वाली भाषा का प्रयोग न करें।
३. प्रस्तुति पर अपनी वास्तविक राय प्रकट करें .
4. लिंक की गयी रचनाओं के विचार, रचनाकार के व्यक्तिगत विचार है, ये आवश्यक नहीं कि चर्चाकार, प्रबंधक या संचालक भी इस से सहमत हो।
प्रस्तुति पर आपकी अनुमोल समीक्षा व अमूल्य टिप्पणियों के लिए आपका हार्दिक आभार।
शुभ प्रभात
जवाब देंहटाएंआदरणीय पम्मी जी
आज का अंक बेहतरीन ,मनभावन
उम्दा प्रस्तुति व सुन्दर शब्दों से सजी
रंग -बिरंगे लिंकों की लड़ियाँ हृदय को
स्पर्श कर रहीं हैं
सभी रचनाकारों एवं पाठकों को बधाई।
आपकी समीक्षा अपेक्षित हैं
आभार।
''एकलव्य''
शुभ प्रभात पम्मी बहन
जवाब देंहटाएंकुछ हटकर एक गम्भीर प्रस्तुति
हमारे देश का इतिहास देखते हुए
आज के परिवेश मे हम सर्वथा
अपने ही देश की बर्बादी करते रहते हैं
आँखे लोगो की बंद हो चुकी है
सारे अपने बारे में ही सोचने लगे हैं
सादर..
बहुत ही सुंदर प्रस्तुति। बधाई। प्रभात अभिवादन
जवाब देंहटाएं।।
उम्दा प्रस्तुतीकरण
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर लिंको का सुंदर प्रस्तुति करण पम्मी जी।
जवाब देंहटाएंबधाई एवं शुभकामनाएँ।
बहुत सुन्दर मनभावन संकलन
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर प्रस्तुतिकरण...
जवाब देंहटाएंउम्दा लिंको का चयन....
आकर्षक प्रस्तुतिकरण ! बधाई !
जवाब देंहटाएं
जवाब देंहटाएंउम्दा प्रस्तुति
बहुत बढ़िया प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंसभी रचनाएँ बेहतरीन हैं । विविधता के रंगों से सजी इस प्रस्तुति के लिए पम्मी जी को बधाई । सभी चयनित रचनाकारों को भी बधाई । सभी रचनाएँ पढ़ीं । बहुत सुंदर हैं । पम्मीजी द्वारा अंक का प्रस्तुतिकरण भी बहुत सुंदर है ।
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंआदरणीय पम्मी जी - आज के सफल संयोजन पर आपको बहुत बधाई | आजके संयोजन में कविताओं के साथ पद्य रचनाएँ उल्लेखनीय रही | कथित ''अफवाह देवी '' पर सार्थक व्यंग बड़ा ही रोचक और सराहनीय रहा | साहित्य साधिका आदरणीय अनामिका से हुई बातचीत झझकोरने वाली है | साहित्य जगत के कई अनसुने पहलुओं से अवगत होना नया अनुभव था | 75साल पहले आजके दिन शुरू हुए भारत छोड़ो आन्दोलन को समर्पित ये संयोजन हमें याद दिलाता है कि उन विभूतियों को नमन करें जिनकी बदोलत आज हम आजादी की खुली फिजा में साँस ले रहे हैं | मेरी रचना को आजके संयोजन का हिस्सा बनाने के लिए आपकी हार्दिक आभारी हूँ |
जवाब देंहटाएं