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शनिवार, 29 जुलाई 2017

743... धनी



सभी को यथायोग्य
प्रणामाशीष


हमारे लिए गर्व की बात
विस्तार से अगले पोस्ट में


चित्र में ये शामिल हो सकता है: 8 लोग, लोग खड़े हैं





कभी कल कल करती सरिता,
या कभी गगन चुम्बी इमारतों से ये पेड़
कभी सीली ठंडी हवा
तो कभी हरियाली चरती हुई भेड।
यहीं आकर मिलता है
अनुभव धरती के स्वर्ग का
आकर यहीं होता है आभास
ईश्वर के अस्तित्व का




रम्भाती थी  गैया
सहसा तभी
डूब गयी
तैरती नैया




रफू से ऐब-ऐ-पैरहन दुनियां की निगाहों से छुप जाते हैं,
रिश्ते मगर रफू होते नहीं, हो भी जाएं तो बड़े सताते हैं




यह हर साल ब्रिटेन में 40 हजार और अमेरिका में दो लाख लोगों की
असमय मौत का कारण बनता है। लेकिन ज्यादातर लोगों को इसका
अंदाजा नहीं है कि छोटे घर के भीतर की प्रदूषित वायु भी
स्वास्थ्य को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती है। घरेलू उपकरणों का असर 
: उन्होंने कहा, आजकल ज्यादातर घरों में गैस-चूल्हों का इस्तेमाल 
किया जाता है। घरों की साफ-सफाई के लिए 
रासायनिक स्वच्छता उत्पादों का प्रयोग होता है।




परमेश्वर धन के विरुद्ध नहीं है, क्योंकि उसने स्वयं ही कुछ को
उस से आशीषित किया है; परन्तु निश्चय ही वह धन के अनुचित संचय
और दुरुप्योग के विरुद्ध है। परमेश्वर नहीं चाहता है कि
धन के लोभ में पड़कर मसीही विश्वासी उसके मार्गों से
भटक जाएं। वह अपने अनुयायियों से चाहता है कि वे सच्ची
भक्ति के साथ उसके प्रति विश्वास योग्य बने रहें, और
वह उनकी सभी आवश्यकताओं को पूरा करता रहेगा। - लॉरेंस दरमानी


<><>

फिर मिलेंगे


11 टिप्‍पणियां:

  1. शुभ प्रभात दीदी
    सादर नमन
    अच्छी व पठनीय रचनाएँ
    सादर

    जवाब देंहटाएं
  2. शुभ प्रभात आदरणीय
    अच्छे लिंक संजोए हैं
    आपने
    आभार
    "एकलव्य''

    जवाब देंहटाएं
  3. बहुत सुंदर और पठनीय संकलन

    जवाब देंहटाएं
  4. आज की प्रस्तुति मन को भा गयी।
    पटना की कवि-गोष्ठी सारगर्भित,आकर्षक और विचारणीय है।
    बिना किसी बिछावन के फर्श पर बैठे साहित्यकार और उत्सुक साहित्यप्रेमी.... बोलते चित्र !
    एक ओर जहाँ नई पीढ़ी मोबाइल के इस्तेमाल में
    दक्षता हासिल करती हुई अपना सृजन उसमें सहेज रही है
    वहीँ बुज़ुर्ग पीढ़ी का विश्वास अब भी अपनी डायरी में बसा हुआ है।
    कई अपरिचित ब्लॉग पढ़ने को मिले।
    आपका चयन सराहनीय और प्रेरक है।
    सभी चयनित रचनाकारों को शुभकामनाऐं और बधाई।
    आदरणीय विभा दीदी को सादर प्रणाम।
    आभार सादर।

    जवाब देंहटाएं
  5. बहुत सुन्दर कमाल की प्रस्तुति.

    जवाब देंहटाएं
  6. आज की प्रस्तुति बहुत बढिया
    पटना की कवि-गोष्ठी सारगर्भित,आकर्षक
    सभी रचनाकारों को बधाई एवम् शुभकामना..

    जवाब देंहटाएं
  7. बहुत सुंदर सारगर्भित लिंकों का संयोजन मेरे लिए सारे अपठित लिंक थे आभार विभा जी सुंदर रचनाओं को पढ़वाने के लिए।

    जवाब देंहटाएं
  8. एकदम अलग सी प्रस्तुति!धन्यवाद आदरणीय विभा जी ।

    जवाब देंहटाएं

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