भाई कुलदीप जी रुद्राभिषेक में व्यस्त हैं आज
सूचना का आदान प्रदान के लिए...
प्रस्तुत हैं मेरी पसंद जो मैंने आज पढ़ी....
दिन भर ब्लॉगों पर लिखी पढ़ी जा रही 5 श्रेष्ठ रचनाओं का संगम[5 लिंकों का आनंद] ब्लॉग पर आप का ह्रदयतल से स्वागत एवं अभिनन्दन...
आभार। कृपया ब्लाग को फॉलो भी करें
आपकी टिप्पणियाँ एवं प्रतिक्रियाएँ हमारा उत्साह बढाती हैं और हमें बेहतर होने में मदद करती हैं !! आप से निवेदन है आप टिप्पणियों द्वारा दैनिक प्रस्तुति पर अपने विचार अवश्य व्यक्त करें।
टिप्पणीकारों से निवेदन
1. आज के प्रस्तुत अंक में पांचों रचनाएं आप को कैसी लगी? संबंधित ब्लॉगों पर टिप्पणी देकर भी रचनाकारों का मनोबल बढ़ाएं।
2. टिप्पणियां केवल प्रस्तुति पर या लिंक की गयी रचनाओं पर ही दें। सभ्य भाषा का प्रयोग करें . किसी की भावनाओं को आहत करने वाली भाषा का प्रयोग न करें।
३. प्रस्तुति पर अपनी वास्तविक राय प्रकट करें .
4. लिंक की गयी रचनाओं के विचार, रचनाकार के व्यक्तिगत विचार है, ये आवश्यक नहीं कि चर्चाकार, प्रबंधक या संचालक भी इस से सहमत हो।
प्रस्तुति पर आपकी अनुमोल समीक्षा व अमूल्य टिप्पणियों के लिए आपका हार्दिक आभार।
बहुत सुंदर संकलन!!!
जवाब देंहटाएंसुप्रभात दी,
जवाब देंहटाएंसुंदर पठनीय लिंकों का चयन और आपकी सीख भरी पंक्तियाँ।
बहुत उम्दा रचनाएं
जवाब देंहटाएंखूबसूरत संकलन
बहुत सुंदर संकलन..
जवाब देंहटाएंमेरी रचना को शामिल करने के लिए धन्यवाद।
लिंक का समापन खूबसूरत सीख के साथ..
बहुत बढिया।
शुभप्रभात
जवाब देंहटाएंआदरणीय, ''यशोदा दीदी''
सुन्दर प्रस्तुतिकरण, उम्दा लिंक संयोजन
आपका हृदय से आभार।
"एकलव्य
आदरणीय दीदी शुभप्रभात....
जवाब देंहटाएंसुंदर लिंक चयन किया आपने....
mobile हमेशा साथ रहता है....
Whatsapp सूचना देने का सबसे उचित व सस्ता माध्यम है....
मैं प्रस्तुति कंप्यूटर पर ही बनाता हूं....
इस लिये घर या कार्यालय से दूर होने पर....
पांच लिंकों का आनंद से...कभी-कभार अवकाश हो जाता है...
पुनः आभार आप का....
बहुत अच्छी हलचल प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर आज की प्रस्तुति . धन्यवाद पांच लिंकों का आनंद.
जवाब देंहटाएंबढ़िया प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंsundar prastuti..........
जवाब देंहटाएंsundar links.........
बहुत ही उम्दा संकलन...
जवाब देंहटाएंबेहतरीन सूत्रों से सुसज्जित अंक प्रस्तुत किया है आदरणीय यशोदा बहन जी ने। आभार सादर। सभी चयनित रचनाकारों को बधाई। मेरी रचना :ख़ालीपन से दूर ..... को स्थान देने के लिए आभार।
जवाब देंहटाएंप्रस्तुति के समापन पर लिखी गयीं पंक्तियाँ वृहद शिक्षा का भंडार हैं जिन पर ग्रन्थ लिखे जा सकते हैं किन्तु उन्हें आत्मसात करते-करते हम अपना बहुमूल्य समय खो चुके होते हैं और अपनों से बहुत दूर जा चुके होते हैं। चर्चा में देर से शामिल होने के लिए क्षमा प्रार्थी हूँ।