निवेदन।


फ़ॉलोअर

सोमवार, 6 फ़रवरी 2017

570....कुछ ना इधर कुछ ना उधर कहीं हो रहा था

सादर अभिवादन
छठा दिन माह फरवरी का
बिना किसी लाग-लपेट के चलते हैं ....
की सच्चे मन से दोस्ती
प्रसन्न रहा करते थे
दिन रात उसी के गीत गाते
बढ़ चढ़ कर उन्हेंदोहराते
पर पहचान नहीं पाए

मैं जानता हूँ
तुम्हारे भीतर
कोई ’क्रान्ति’ नहीं पनपती
पर बीज बोना तुम्हारा स्वभाव है।

कोहरे को पार कर
अँखुआता घाम है
सरसो पिरिआ गई
महका जो आम है
झूम झूम डालियाँ
करती व्यायाम है

सारा अपने-पराये का स्‍पंदन
सुख-दुख, राग-द्वेष, प्रेम-विरह,
और मैं स्‍वयं होती जाती हूं 
कभी आकाश सी अनंत तो कभी
समुद्र की काई को फाड़ कर,
होती जाती हूं धरती सी गहरी...। 


सब कुछ का आभास 
होना इस आभासी 
दुनियाँ में कौन सा 
जरूरी हो रहा था 
अपनी अपनी खुशी 
छान छान कर कोई 
अगर एक छलनी 
को धो रहा था 
दुखी और बैचेन 
दूसरा कोई कहीं 
दहाड़े मार मार 
कर रो रहा था 
......











5 टिप्‍पणियां:

  1. बढ़िया प्रस्तुति। आभार यशोदा जी 'उलूक' के अखबार के एक बासी समाचार को शीर्षक पर जगह देने के लिये ।

    जवाब देंहटाएं
  2. बहुत बहुत धन्‍यवाद यशोदा जी, मेरे ब्‍लॉग ''खुदा के वास्‍ते'' की कविता 'वैक्‍यूम' को आजमाने के लिए.

    जवाब देंहटाएं
  3. शुभदोपहर...
    सुंदर अति संदर...
    सादर नमन...

    जवाब देंहटाएं
  4. उम्दा है आज की हलचल |
    मेरी रचना शामिल करने के लिए धन्यवाद |

    जवाब देंहटाएं

आभार। कृपया ब्लाग को फॉलो भी करें

आपकी टिप्पणियाँ एवं प्रतिक्रियाएँ हमारा उत्साह बढाती हैं और हमें बेहतर होने में मदद करती हैं !! आप से निवेदन है आप टिप्पणियों द्वारा दैनिक प्रस्तुति पर अपने विचार अवश्य व्यक्त करें।

टिप्पणीकारों से निवेदन

1. आज के प्रस्तुत अंक में पांचों रचनाएं आप को कैसी लगी? संबंधित ब्लॉगों पर टिप्पणी देकर भी रचनाकारों का मनोबल बढ़ाएं।
2. टिप्पणियां केवल प्रस्तुति पर या लिंक की गयी रचनाओं पर ही दें। सभ्य भाषा का प्रयोग करें . किसी की भावनाओं को आहत करने वाली भाषा का प्रयोग न करें।
३. प्रस्तुति पर अपनी वास्तविक राय प्रकट करें .
4. लिंक की गयी रचनाओं के विचार, रचनाकार के व्यक्तिगत विचार है, ये आवश्यक नहीं कि चर्चाकार, प्रबंधक या संचालक भी इस से सहमत हो।
प्रस्तुति पर आपकी अनुमोल समीक्षा व अमूल्य टिप्पणियों के लिए आपका हार्दिक आभार।




Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...