आज महा शिवरात्रि है
पर शिवालय नही है आज इस पन्ने में
हाँ, सचित्र राम लीला जरूर है..
वो भी विदेशी
आप भी देखिए....
बाली में रामलीला....हर्षवर्धन जोग
बड़ी हिन्दू जनसँख्या और लम्बे समय तक हिन्दू राज रहने के कारण बाली में बहुत से मंदिर हैं और रामलीला का भी चलन है. निचले नक़्शे पर नज़र मारें तो समझ में आता है की भारत से बर्मा, थाईलैंड, इंडोनेशिया और आसपास के देशों में काफी व्यापार चलता होगा. इसी व्यापार के साथ साथ रामायण और महाभारत भी पहुँच गई होगी. रामायण यहाँ 'केचक रामायण' के नाम से प्रचलित है.
( इस ब्लॉग में काफी से अधिक चित्र हैं कृपया ब्लॉक का अवलोकन करें)
फ़िराक गोरखपुरी से क्षमायाचना के साथ,,,गोपेश जायसवाल
गरज़ कि काट दिए ज़िन्दगी के दिन ऐ दोस्त,
वो तलुए चाट के गुज़रे, कि दुम हिलाने में.
मोहब्बत के अशआर.... ऱश्मि शर्मा
चूमकर पेशानी एक रात कहा था उसने
जैसी जिंदगी वैसी तू भी अजीज है मुझको
दस्तूर-ए-दुनिया से नावाकिफ़ ए दिल
खाकर हजार ठोकरें अब भी सच समझता है इसे।।
प्यार..........डॉ छवि निगम
हाँ भूल चुकी हूँ तुम्हें
पूरी तरह से
वैसे ही
जैसे भूल जाया करते हैं बारहखड़ी
तेरह का पहाड़ा
जैसे पहली गुल्लक फूटने पर रोना
फिर मुस्काना
भटकने का सुख मामूली नहीं होता...प्रतिभा कटियार
नींदे किसी गठरी में कैद हैं कि
नींदों की कीमत पर जाग मिली है,
दोस्तों का साथ मिला है,
प्यार मिला है...
सुबह पर मेरा
कोई अख्तियार नहीं,
रात पर है...
बात पते की..डॉ. सुशील जोशी
माफ करियेगा ’उलूक’
जानता है तेरे शहर में
तेरे मोहल्ले में तेरे घर में
इस तरह के जलवे
हो भी और नहीं भी
हो रहे होते हैं
लिखने दे बबाल ना कर
मत बता मुझे मेरे हाल
मुझे पता है तेरे जैसे
ना हो सकते हैं ना होंगे
आज्ञा दें यशोदा को
ढ़ेरों आशीष व असीम शुभकामनाओं संग शुभ दिवस छोटी बहना 😍💐
जवाब देंहटाएंउम्दा प्रस्तुतीकरण
महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर बहुत बहुत शुभकामनायें ! सुंदर लिंक्स से सजी हलचल..आभार !
जवाब देंहटाएंमहाशिवरात्रि की शुभकामनाएं। आज की सुन्दर प्र्स्तुति में 'उलूक' के सूत्र 'देश प्रेम देश भक्ति और देश' को शीर्षक पर जगह देने के लिये आभार यशोदा जी ।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर लिंकों के साथ अच्छी हलचल। महाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनायें।
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