क्या खूब कहा है किसी ने...
हो के मायूस न यूं शाम से ढलते रहिये
ज़िंदगी भोर है सूरज सा निकलते रहिये
एक ही जगह पे ठहरोगे तो थक जाओंगे
धीरे धीरे ही सही राह पे चलते रहिये
किनारा मिले न मिले
मंजिल मिले न मिले
फिर भी मैं बढ़ती जाऊँगी
राही रुके न रुके
फिर भी मैं संभलती जाऊँगी ......
खर-दूषण विस्तार, दुशासन बदले मुखड़े
रहे हारते गाँव, पते की बात बताता।
गया लापता गंज, किन्तु वह पता न पाता।
हुआ पलायन तेज, पकड़िया बरगद उखड़े |
खर-दूषण विस्तार, दुशासन बदले मुखड़े ||
मोदी के नेतृत्व में निरंतर बढ़ती भाजपा की प्रासंगिकता
सरकार की अनेक लोक-कल्याणकारी, मानवीय संवेदनाओं पर आधारित योजनाओं के बारे में तटस्थ होकर बताने को राजी नहीं। केंद्र की अनेक विकास योजनाओं का लाभ गैर-भाजपाई
राज्यों की जनता तक इसलिए भी नहीं पहुंच पाता, क्योंकि गैर-भाजपाई सरकारें केवल भाजपा विरोध की राजनीति करने पर ही उतारू हैं। ऐसी सरकारें परंपरागत राजनीतिक द्वेष व प्रतिस्पर्धा की गंदी आदत के कारण भाजपा से केवल वोट हथियाने की प्रतिस्पर्द्धा तक ही सीमित रहना चाहती हैं। इन परिस्थितियों में जैसे-जैसे लोग देश-समाज के बाबत स्वाध्ययन कर अपने स्वतंत्र विचार बनाएंगे वैसे-वैसे भाजपा अपने सुशासन व विकास मंत्र के बूते उनके लिए प्रासंगिक होती जाएगी और कांग्रेस सहित अन्य राजनीतिक दल संभवत: अस्तित्व के संघर्ष के लिए भी न बचें।
शर्माइन ने कुत्ता पाला
शर्माइन की खुशी और उत्साह देखने लायक था ! ऐसे में उनसे कैसे कहते कि यह अति साधारण स्ट्रीट डॉग है और बड़े होने के बाद इसकी शक्ल और अक्ल दोनों ही कहीं उन्हें निराश ना कर दें ! लेकिन हम उनकी खुशी पर पानी के छींटे मारना नहीं चाहते थे सो चुपचाप उनका अनुमोदन कर घर लौट आये ! शर्माइन की ज़रूरत के अनुसार हमारे टॉमी की बास्केट, गले का कॉलर, चेन, गद्दी, रजाई, कोट सब एक-एक कर वक्त और मौसम की माँग के अनुसार शर्माइन के यहाँ पहुँच गए ! शर्माइन अक्सर उसे गोदी में उठाये रहतीं और उसे ‘शेक हैंड’, ‘सिट डाउन,’ स्टैंड अप’ आदि छोटे-छोटे कमांड सिखलाने की कोशिश करतीं ! लेकिन जैसी हमें आशंका थी ब्राउनी ने कुछ भी नहीं सीखा ना ही शर्माइन का कोई कहना ही कभी माना !
ब्रह्मपुत्र नदी के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी - Important Information about Brahmaputra River
5. ब्रह्मपुत्र नदी
एशिया महाद्वीप (Asia Continent) में बहने वाली सबसे लम्बी नदी है
6. इस नदी का समापन बंगाल की खाड़ी में है
आने वाला कल...
रितेश--अच्छा मम्मी आपने सुना इधर एक बड़ी घटना हो गई... परसों अमेरिका के किसी कस्बे में एक पौधा पाया गया... पूरी दुनिया में अफरातफरी मच गई । दुनिया भर के वैज्ञानिक वहाँ इकठ्ठा हो गए, काफी रिसर्च चल रही है, आखिर दुनिया में एक वनस्पति दिखाई देना बहुत बड़ी बात है ।
मम्मी--अच्छा बेटा तू टाईम से अपने भोजन के केप्सूल तो लेता है ना ? और हाँ- वो पानी वाले केप्सूल लेना मत भूलना, वरना तेरी तबियत खराब हो जाएगी और टाईम से ऑक्सीजन लेते रहना बेटा, तेरे पापा ने एक बार ऑक्सीजन लेने में लापरवाही कर दी थी तो पूरे फेफड़े ही बदलवाने पड़ गए... तू तो जानता ही है की अच्छे वाले फेफड़े कितने महंगे हो गए है...।
आज बस इतना ही...
चलते-चलते
अगर आप महान काम नहीं कर सकते तो छोटे काम महान तरीके से करें। --- नेपोलियन हिल
धन्यवाद।
शुभ प्रभात
जवाब देंहटाएंबेहतरीन रचनाएँ पढ़वाई आपने
सादर
बहुत-बहुत आपका कुलदीप जी ! मेरी हास्य कथा 'शर्माइन ने कुत्ता पाला' को आज की हलचल में स्थान दिया ! हृदय से धन्यवाद !
जवाब देंहटाएंआभारी हूँ !
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुति कुलदीप जी ।
जवाब देंहटाएंसुन्दर हलचल प्रस्तुति ....
जवाब देंहटाएंअति सुन्दर प्रस्तुति ....
जवाब देंहटाएंसुन्दर हलचल प्रस्तुति ....
जवाब देंहटाएंhttp://savanxxx.blogspot.in