नमस्कार दोस्तो
मेरी कविता में तुम
पिता
गुड़िया (बाल कविता )
मेरी गुड़िया रंग रंगीली
बेहद प्यारी छवि उसकी
दिन रात साथ रहती
मुझे बहुत प्यारी लगती |
है बहुत सलीके वाली
होशियारी विरासत में मिली
पढाई में सब से आगे
सभी की दुलारी है
अभी से है चिंता
दिन भर ब्लॉगों पर लिखी पढ़ी जा रही 5 श्रेष्ठ रचनाओं का संगम[5 लिंकों का आनंद] ब्लॉग पर आप का ह्रदयतल से स्वागत एवं अभिनन्दन...
आभार। कृपया ब्लाग को फॉलो भी करें
आपकी टिप्पणियाँ एवं प्रतिक्रियाएँ हमारा उत्साह बढाती हैं और हमें बेहतर होने में मदद करती हैं !! आप से निवेदन है आप टिप्पणियों द्वारा दैनिक प्रस्तुति पर अपने विचार अवश्य व्यक्त करें।
टिप्पणीकारों से निवेदन
1. आज के प्रस्तुत अंक में पांचों रचनाएं आप को कैसी लगी? संबंधित ब्लॉगों पर टिप्पणी देकर भी रचनाकारों का मनोबल बढ़ाएं।
2. टिप्पणियां केवल प्रस्तुति पर या लिंक की गयी रचनाओं पर ही दें। सभ्य भाषा का प्रयोग करें . किसी की भावनाओं को आहत करने वाली भाषा का प्रयोग न करें।
३. प्रस्तुति पर अपनी वास्तविक राय प्रकट करें .
4. लिंक की गयी रचनाओं के विचार, रचनाकार के व्यक्तिगत विचार है, ये आवश्यक नहीं कि चर्चाकार, प्रबंधक या संचालक भी इस से सहमत हो।
प्रस्तुति पर आपकी अनुमोल समीक्षा व अमूल्य टिप्पणियों के लिए आपका हार्दिक आभार।
वाह,,,,,
जवाब देंहटाएंशुभ प्रभात
बढ़िया रचनाएँ
सादर
सुंदर प्रस्तुतीकरण
जवाब देंहटाएंबढ़िया प्रस्तुति ।
जवाब देंहटाएंसुंदर संकलन आभार आपका
जवाब देंहटाएंअनुपम
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर हलचल प्रस्तुति .
जवाब देंहटाएंबढ़िया हलचल. मेरी रचना शामिल करने के लिए शुक्रिया.
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर हलचल।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर रचनाएं।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर रचनाएं।
जवाब देंहटाएं