आज मृत्यु से शायद पर्दा उठ जाए
दस्तावेज से रहस्य बेपर्दा होने को है
गुड मॉर्निंग
युवती उठी, अपना जैकेट कंधे पर डाला और उनके निकट आकर बोली,
“खुल्ली हवा और हँसी हेल्थ विच गुड होंदीये, होर आप तो इन्ने हेण्डसम हो,
बुड्ढों जैसे कपड़े क्यों पेने ओ?”
युवती ने उत्तर की प्रतीक्षा नहीं की
और खिलखिलाती हुई पार्क से निकल गई।
रचनात्मकता को बढ़ाएं
अनुकूल परिस्थितियोँ के होने का
इन्तजार करने के बजाय
स्वयं को बदलकर परिस्थितियोँ को
अपने अनुकूल बनाएं।
ज्ञ से ज्ञानी
वर्णमाला का अंतिम वर्ण,
और संयुक्ताक्षर कहलाया।
कुछ लोग मेरा उच्चारण,
'ग्य' करते जैसे विग्यान,
तो कुछ लोग मेरा उच्चारण,
'ज्न' करते जैसे विज्नान।
तुम और मैं
मैं जीवन पथ पर संघर्ष कर लौटता ,
निराशा की एक ठंडी सी सांस छोड़ता,
तुम आशा का झट से निर्मल जल ले आती,
और सांत्वना भरे हाथों से स्वयं पिलाती,
फिर साडी के पल्लू से श्रम स्वेद पोंछती,
कहानी के पीछे
मैं, सबसे बाहर, सिर्फ़ अपने पैरों की उंगलियों के
अगोर के मुहाने कांपता खुद को ख़बरदार करता कि
जिस बिंदु सब हेरा जाये, तुम लम्बी सांस खींचकर वहां से
कहानी शुरु करना. हेराये की लम्बी दूरी खींच निकालो
फिर तब कहीं उनींदे में आंख खोलकर खुद से
पूछना, उपन्यास कहां शुरु होगा.
छुपाता फिरता हूँ
सारे दोस्त शहर खाली कर चले
गैरों से ये बात छुपाता फिरता हूँ
सबके पीने की वजह अलग
अपनी सबसे छुपाता फिरता हूँ
एक खास तरह का प्यार
खुश करने के लिये बस मैं ही हूँ,
अब खुद की तकलीफ से मजे से लड़ सकती हूँ।
मुझे किसी को जवाब नहीं देना
क्योंकि मैं किसी की अमानत नहीं।
अपनी उलझनें सुलझाने में मुझे अब कम वक्त लगता है
क्योंकि मुझे किसी का इन्तज़ार नहीं रहता।
मैं बिल्कुल मैं हूँ और बहुत आसान है ये प्यार।
खून से मिली आजदी मिट्टी में ना मिल जाए
हम फिर मिलेंगे ..... तब तक के लिए ..... आखरी सलाम
विभा रानी श्रीवास्तव
वाह..
जवाब देंहटाएंशुभ प्रभात दीदी
सही व सधी हुई प्रस्तुति
सादर
Sundar prastuti
जवाब देंहटाएंBahut khoob
जवाब देंहटाएंGood Links
बहुत बढ़िया हलचल प्रस्तुति हेतु आभार!
जवाब देंहटाएंनेताजी को सादर श्रद्धा सुमन!
देश का नेता कैसा हो,सुभाष चंद्र बोस जैसा हो
जवाब देंहटाएंखूब मेहनत करके बढ़िया पोस्ट तैयार की आपने। बहुत बधाई।
नमन है...इस महान नेता को...
जवाब देंहटाएंकुछ चरित्र ऐसे हैं...
जो मुझे बहुत प्रीय हैं...
जिन में नेता जी भी एक हैं...
आभार आंटी आप का...
वाह! दीदी,बहुत सुंदर पोस्ट,,,
जवाब देंहटाएंसुभाष जी जैसे महान नेता को मेरा शत शत नमन
अब इस रह्स्य से पर्दा उठना ही उठना चाहिये
ये समय की माँग है |
बहुत सुन्दर प्रस्तुति ।
जवाब देंहटाएंSundar sanyojan :) Deri ke liye kshama aur meri post ko sthan dene ke liye bahut dhanyewaad... Niyamit rahungi yahan.. :)
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