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बुधवार, 4 जनवरी 2023

3628..एक उजास..

।।प्रातःवंदन।।

" स्वागत! जीवन के नवल वर्ष

आओ, नूतन-निर्माण लिये,

इस महा जागरण के युग में

जाग्रत जीवन अभिमान लिये !

दीनों दुखियों का त्राण लिये

मानवता का कल्याण लिये,

स्वागत! नवयुग के नवल वर्ष!

तुम आओ स्वर्ण-विहान लिये।"

 सोहनलाल द्विवेदी

बुधवार की भोर और प्रस्तुति में सम्मिलित लिंक पे नज़र डालें✍️

नार्सिसिस्ट    

उसका प्यार उसकी नफ़रत   
उसका आरोप उसका प्रत्यारोप   
उसकी प्रताड़ना, शिकायत   
उसकी दया, क्षमा   
उसका परिहास, उपहास   
उसके बन्धन, क्रन्दन ..
➖➖

आज सुबह से नहीं दिखी तुम
सर्दी से डर कहां छुपी तुम 

रोज सुबह किरणों की डोली ,
में आती थी तुम सज धज कर 
मन में लिए प्यार की उष्मा

➖➖

रात अमावस की है काली

दीप बुझाए हैं किसने

घृणा-द्वेष की दीवारों से

नींव हिलाई है जिसने।

कुरुक्षेत्र लगता मरघट सा

डाली के सब पुष्प झरे ..

➖➖

नाते रिश्ते इसके पीछे 

सबके आगे रहता पैसा

खूब हंसाता खूब रूलाता

सबको नाच नचाता पैसा


अपने इससे दूर हो जाते 

दूजे इसके पास आ जा..

➖➖


मंगलामुखी – एक उजास ...!


डॉ॰लता अग्रवाल का उपन्यास हाथों में है। किन्नरों पर आधारित इस उपन्यास की प्रस्तावना पढ़ी, जिसमें पायल फाउंडेशन की डायरेक्टर, किन्नर गुरु, पायल सिंह ने लिखा है, 

हमें न्याय दिलाता उपन्यास...!

।।इति शम।।

धन्यवाद

पम्मी सिंह 'तृप्ति'..✍️

9 टिप्‍पणियां:

  1. सौ टका सच
    नाते रिश्ते इसके पीछे
    सबके आगे रहता पैसा
    बेहतरीन अंक
    सादर

    जवाब देंहटाएं
  2. बहुत अच्छी हलचल प्रस्तुति में मेरी ब्लॉग पोस्ट सम्मिलित करने हेतु आभार!
    https://www.youtube.com/watch?v=svRRJRDlI38

    जवाब देंहटाएं
  3. बहुत ही सुन्दर रचना संकलन एवं प्रस्तुति सभी रचनाएं उत्तम रचनाकारों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं मेरी रचना को चयनित करने के लिए सहृदय आभार सखी सादर

    जवाब देंहटाएं
  4. पठनीय सूत्रों से सजी प्रस्तुति प्रिय पम्मी जी।अन्तिम रचना खुली नहीं।सो समीक्षा से साक्षात्कार ना हो सका।केवल फोटो ही खुल पाती है।सोहन लाल द्विवेदी जी की रचना भूमिका को विशेष बना रही है।सभी रचनाकारो को नमन।आपको हार्दिक आभार 🙏♥️

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. अब देखिए ..ठीक कर दी🙏सादर

      हटाएं
    2. जी शुक्रिया पम्मी जी।पर सुबह से जो देख रहे हैं उन्होने क्या देखा???मैने सुबह ही देख लिया था पर लिख ना सकी।🙏

      हटाएं

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