आप सभी का स्नेहिल अभिवादन।
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चलिए आज के रचनाओं के रचनाओं के संसार में
दिन भर ब्लॉगों पर लिखी पढ़ी जा रही 5 श्रेष्ठ रचनाओं का संगम[5 लिंकों का आनंद] ब्लॉग पर आप का ह्रदयतल से स्वागत एवं अभिनन्दन...
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रात-रातभर झूमते हरसिंगार
जवाब देंहटाएंभोर होते ही
प्रवासी पक्षियों का
गीत से मदमस्त
डालियों से लुढ़क पड़ते हैं
और दूब का प्रगाढ़ आलिंगन कर
धूप में मिठास घोल
दिन को भीनी खुशबू से भर जाते हैं।
शानदार अंक
सादर..
सुंदर सरस भूमिका तथा विविधता से परपूर्ण शानदार अंक । प्रिय श्वेता जी आपके श्रमसाध्य कार्य को मेरा नमन । मेरी रचना को स्थान देने के लिए असंख्य आभार । सभी रचनाकारों को मेरी हार्दिक शुभकामनाएं ।
जवाब देंहटाएंbahut sundar
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया प्रिय श्वेता। सर्द के गुलाबी मौसम के आगमन पर हृदय को भाती सुंदर रचना से सजी भूमिका के साथ सरस और मधुर प्रस्तुति। दिगम्बर जी की शानदार ग़ज़ल के साथ कुसुम बहन का वीर रसयुक्त ओज भरा काव्य चकित कर गया तो बेला के फूल मर्म को छू गए। सभी रचनाकारों को बधाई और नमन। हार्दिक स्नेह और शुभकामनाएं इस रोचक और पठनीय प्रस्तुति के लिए।🌷🌷❤️❤️
जवाब देंहटाएंपर इतनी प्यारी प्रस्तुति पर पाठकों की प्रतिक्रिया न आना बहुत खेदजनक है। चर्चाकार का हौंसला बढ़ाने और मंच को नमन करने , प्रस्तुति में सम्मिलित रचनाकारों को तो जरुर उपस्थित रहना चाहिए। आखिर एक बडे़ पाठक वर्ग तक रचना पहुंचाने का श्रेय इन्हीं को जाता है।🙁
जवाब देंहटाएंप्रिय रेणु बहन आपके स्नेह सिक्त शब्दों से मन का उल्लास द्विगुणित हुआ।
हटाएंसस्नेह आभार आपका।
मैं ब्लाॅग पर आपके स्नेह स्पर्श की प्रतिक्षा मैं हूं।
सस्नेह।
भीनी भीनी खुशबूदार पंक्तियां ---
जवाब देंहटाएंशीत हवाओं संग
रात-रातभर झूमते हरसिंगार
भोर होते ही
प्रवासी पक्षियों के
गीत से मदमस्त
डालियों से लुढ़क पड़ते हैं
और दूब का प्रगाढ़ आलिंगन कर
धूप में मिठास घोल
दिन को भीनी खुशबू से भर जाते हैं।
👌👌👌👌👌👌👌🌷🌷
अप्रतिम श्वेता! आपकी भूमिका अपने आप में मुकम्मल एक रचना होती है, सुंदर शानदार पंक्तियां जैसे सुहाते जाड़े का मदहोश करता नशा।
जवाब देंहटाएंसभी लिंक्स पठनीय आकर्षक।
सभी रचनाकारों को हार्दिक बधाई।
मेरे आल्हा 'वीर छंद' आधारित रचना को पांच लिंको पर स्नेह देने के लिए हृदय से आभार।
सस्नेह सादर।
पांच लिंकों में स्थान देने के लिए आपका बहुत बहुत आभार श्वेता जी।
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर प्रस्तुति,एक से बढ़कर एक
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