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रविवार, 14 नवंबर 2021

3212 ..सर्वश्रेष्ठ हिन्दी ब्लॉगों की सूची यहां देखी जा सकती है

 सादर अभिवादन। 

रविवारीय अंक लेकर पूर्वादेशानुसार आज फिर हाज़िर हुआ हूँ।

आज बालदिवस है अर्थात तत्कालीन बच्चों के प्यारे चाचा नेहरू (स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू जी ) का जन्मदिवस है जिसे उन्होंने देश के प्यारे बच्चों को समर्पित कर दिया था.

हमारे स्वाधीनता आंदोलन के प्रमुख स्तंभ रहे नेहरू जी को सन 2014 के बाद (हाल ही में एक अभिनेत्री ने एक चैनल को दिए साक्षात्कार में कथित तौर पर कहा है कि देश को आज़ादी 2014 में वर्तमान सत्ताधारी पार्टी का शासन आने के बाद मिली है.) विभिन्न आयामों के साथ बदनाम किया गया है, यहाँ तक कि विकीपीडिया पर भारत सरकार के कंप्यूटर के ज़रिये नेहरू जी के जीवन से संबंधित जानकारी को Edit करके उनके धर्म को बदल दिया गया था जिसे बाद में विकीपीडिया के वॉलेंटियर्स के हस्तक्षेप के उपरांत यथावत किया गया. जब विकीपीडिया द्वारा भारत सरकार से जवाब माँगा गया तब सरकार ने उसे बताया था कि सुरक्षा कारणों से हम उस व्यक्ति का नाम उजागर नहीं कर सकते.

किसी भी व्यक्ति के जीवन में स्याह पक्ष होता है हमें उसके सार्वजनिक जीवन के बहुआयामी स्वरुप से प्रेरणा लेनी चाहिए न कि नकारात्मक पक्ष पर सोच के केन्द्र को टिका दें.

बहरहाल नेहरू जी अपनी समन्वयवादी विचारधारा और धर्मनिरपेक्ष छवि के कारण आज भी कुछ लोगों की आँखों की किरकिरी बने हुए है.

नेहरू जी को सादर नमन.

-रवीन्द्र सिंह यादव


लीजिए पढ़िए चंद चुनिंदा रचनाएँ-

 मेरी बेटी

घर का आँगन सूना ही रह गया

उसकी किलकारी बिना  

उसकी पायल की  झंकार बिना |

मुझे बहुत प्यारी है 

मेरी संस्कारी बेटी  

सब त्यौहार अधूरे लगते 

 उसके बिना|

६१९. ग्रास


माँ कहती है,

पिता ख़ुश नहीं थे 

अपने अंतिम दिनों में,

कई बार भूखे पेट सो जाते थे

अनकहे

अन्तर्मन तेरा, मैं पढ़ पाया,

रहा अनभिज्ञ मैं, तेरे मन गढ़ा क्या,

मन ही तेरा, ना जीत पाया,

मैं, जीतकर भी, हारा दोनों जहां,

लगे हैं डगमगाने, विश्वास मेरे,

थाम लो ना!

 क्या नहीं है प्रेम

यह मेरी सुबह है. इसमें दाखिल होती सर्दियों की धूप है, दूर जाकर दिल के और करीब गए लोगों की याद है, परिंदों की चह चह है, चाय है...हां मैं प्रेम में हूँ इस समूची क़ायनात के, खुद के.

बाबुषा, आज हम भी कव्वाली सुनेंगे...तुम्हारे संग बैठकर.

सर्वश्रेष्ठ ब्लॉगों की सूची

वर्ष 2021 के हिंदी ब्लॉग के सर्वश्रेष्ठ ब्लॉगों की सूची में मेरा ब्लॉग फिर से शामिल होने की खबर हौसला देती है, लिखने के प्रति प्रेरित करती है हां इन डेढ़ दशकों में तो मेरी कविताओं का  तेवर ही मेरे ब्लॉग सरोकार का सरोकार बदला है।  

सर्वश्रेष्ठ हिन्दी ब्लॉगों की सूची यहां देखी जा सकती है

https://www.indiantopblogs.com/p/hindi-blog-directory.html


आज बस यहीं तक
फिर मिलेंगे आगामी गुरुवार

रवीन्द्र सिंह यादव 

 

6 टिप्‍पणियां:

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