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मंगलवार, 13 जुलाई 2021

3088 ..हो जाने दो, पलों को, कुछ और संकुचित

सादर नमस्कार
भाई कुलदीप जी का समाचार आया
नेटवर्क मोबाईल पर तो है पर
लेपटॉप पर कट-कट कर आ रहा है
कोई बात नहीं हम सब हैं न..
चलिए रचनाएं देखें

स्वप्नों में भयभीत हुआ मन
सीमाओं में खुद को बाँधा
कहीं नहीं थी कोई सीमा
जब भी आँख खोल कर देखा


तेरा जलवा है ही  ऐसा
निगाहें टिकती नहीं
तेरे मुखमंडल पर
फिसल जाती हैं उसे चूम कर |
कितनी बार कहा तुम से
अवगुंठन न हटाओ अपने आनन से


कहानियों से क्या होता है ?
हाँ , कुछ याद रह जाती हैं ।
दिल में जगह बना लेती हैं ।
नेक इरादे तराश देती हैं ।
पर सच कहाँ हो पाती हैं ?
कहानी कहानी होती है ।


हंसी-मजाक का रिवाज
हमारी संस्कृति में
माहौल को खुशनुमा बनाने में
काफी सहायक रही है।
शादी में एक बहुत ही प्यारा रिवाज है
द्वार-छेकाई का।
जिसमें दालधोई मटकोड़
आदि की रस्में निभाकर वापस आने पर
घर पुत्रियां द्वार घेरकर खड़ी होती हैं और
सुंदर-सलोने गीत गाकर नेग मांगती है।


हो जाने दो, पलों को, कुछ और संकुचित,
ये विस्तार, क्यूँ हो और विस्तृत!
हो चुका आहत, बह चुका वक्त का रक्त,
रहूँ कब तक, मैं प्रतीक्षारत!



छाया हो तो व्यवधान हूँ
मौलिक हो तो आधार हूँ

संशय हो तो दुविधा हूँ
श्रद्धा हो तो उद्धार हूँ

झूठ हो तो विभ्रम हूँ
सच हो तो ओंकार हूँ .
....
बस
सादर


15 टिप्‍पणियां:

  1. शुभ प्रभात..
    कम समय में
    अच्छी प्रस्तुति..
    आभार..
    सादर..

    जवाब देंहटाएं
  2. सभी रचनाएँ बेहतरीन है।
    बहुत सुंदर अंक।

    सादर।

    जवाब देंहटाएं
  3. बहुत ही सुन्दर अंक सभी रचनाएं बेमिसाल हैं।

    जवाब देंहटाएं
  4. सुप्रभात! सुंदर और सराहनीय प्रस्तुति, आभार!

    जवाब देंहटाएं
  5. सादर आभार, दिग्विजय जी. इस सुन्दर प्रस्तुति में शामिल करने के लिए.
    सभी रचनाएं पढ़ीं. विविध भावनाओं का सम्मिलित स्वर मन को भाया.
    अंत में अमृता जी की सरल किन्तु सारगर्भित कविता पढ़ कर लगा, ताज़ा हवा का झोंका आया और आगे बढ़ गया. अभिनन्दन !

    जवाब देंहटाएं
  6. सुंदर शानदार पठनीय अंक, बहुत शुभकामनाएं आपको आदरणीय।

    जवाब देंहटाएं
  7. आज की प्रस्तुति के सभी लिंक्स बहुत बढ़िया रहे । प्रसन्न हूँ तो ..... प्रसन्न कर गया । आभार

    जवाब देंहटाएं
  8. हार्दिक आभार प्रसन्नता बिखेरने के लिए । सुन्दर प्रस्तुति के लिए हार्दिक बधाई ।

    जवाब देंहटाएं
  9. बहुत सुंदर अंक। मेरी रचना को शामिल करने के लिए हार्दिक धन्यवाद।

    जवाब देंहटाएं

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