किसी परिचय की मोहताज नहीं है
वे फिलहाल मशहूर चर्चामंच की
आज पढ़िए उनके ब्लॉग की चंद रचनाएँ...
आगे का आंकलन आप पर छोड़ती हूँ
अब आज के अंक का असली मकसद
छैंछठवां विषय
धर्म
उदाहरण
प्रकाशन तिथि- 15 अप्रैल 2019
प्रविष्ठि सम्पर्क प्रारूप पर ही मान्य
दिन भर ब्लॉगों पर लिखी पढ़ी जा रही 5 श्रेष्ठ रचनाओं का संगम[5 लिंकों का आनंद] ब्लॉग पर आप का ह्रदयतल से स्वागत एवं अभिनन्दन...
आभार। कृपया ब्लाग को फॉलो भी करें
आपकी टिप्पणियाँ एवं प्रतिक्रियाएँ हमारा उत्साह बढाती हैं और हमें बेहतर होने में मदद करती हैं !! आप से निवेदन है आप टिप्पणियों द्वारा दैनिक प्रस्तुति पर अपने विचार अवश्य व्यक्त करें।
टिप्पणीकारों से निवेदन
1. आज के प्रस्तुत अंक में पांचों रचनाएं आप को कैसी लगी? संबंधित ब्लॉगों पर टिप्पणी देकर भी रचनाकारों का मनोबल बढ़ाएं।
2. टिप्पणियां केवल प्रस्तुति पर या लिंक की गयी रचनाओं पर ही दें। सभ्य भाषा का प्रयोग करें . किसी की भावनाओं को आहत करने वाली भाषा का प्रयोग न करें।
३. प्रस्तुति पर अपनी वास्तविक राय प्रकट करें .
4. लिंक की गयी रचनाओं के विचार, रचनाकार के व्यक्तिगत विचार है, ये आवश्यक नहीं कि चर्चाकार, प्रबंधक या संचालक भी इस से सहमत हो।
प्रस्तुति पर आपकी अनुमोल समीक्षा व अमूल्य टिप्पणियों के लिए आपका हार्दिक आभार।
आदरणीय दीदी, सुप्रभात सभी को। आज की प्रस्तुति प्रिय अनीता के नाम देखकर अपार हर्ष हुआ। इसीलिए चन्द शब्द लिखने से खुद को रोक ना पाई। अनीता सचमुच बहुत अच्छी रचनाकार तो हैं ही उनमें ek बालसुलभ निश्चलता भी है। उनकी रचनाएँ अपनी मौलिक शैली में लिखी जा रही हैं और पाठक के मन को छूती हैं। प्रिय अनीता को बहुत बहुत बधाई और प्यार र सुंदर उपलब्धि के लिए। आपको साधुवाद इस निष्पक्ष प्रस्तुति के लिए। शेष ब्लॉग का भ्रमण कर रात में लिखती हूँ। प्रणाम।
जवाब देंहटाएंआदरणीया अनीता को हार्दिक बधाई । उनकी रचनाओं में एक कोमल मन का क्रंदन सुनाई देता है। बहुत-बहुत शुभकामनाएँ ।
जवाब देंहटाएंबहना अनिता जी को हार्दिक बधाई ... वे उम्दा सृजन करती हैं
जवाब देंहटाएंसुंदर संकलन
सुंदर संकलन
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत सुंदर रचनाएँ
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बधाई
सुंदर संकलन
सुंदर प्रस्तुतिकरण
अनिता को यह खुशी और सम्मान देने के लिए आप का आभार । बहुत ही सुंदर रचनायें चुनी है आप ने, वह मासूम है वही मासूमित इन रचनाओं में झलकती है। एक बार फिर आप को आभार उत्साहवर्धन के लिए ।
जवाब देंहटाएंप्रणाम
सुप्रभातम् सभी को:)
जवाब देंहटाएंयशोदा दी का हार्दिक आभार,जिन्होंने प्रिय अनीता के द्वारा उगाये कोमल,भावों और शब्दों की खुशबू से लबरेज़ कुछ बेहतरीन पुष्पों को एक हार में पिरोया है आज।
आत्मविश्वासी,ज़िंदादिल और निर्मल मन के व्यक्तित्व से सुसज्जित प्रिय अनीता को सुनहरे भविष्य की असीम शुभकामनाएँ.. हार्दिक बधाई।
सभी रचनाएँ बहुत अच्छी है।
बहुत सुन्दर प्रस्तुति। अनीता जी के लिये शुभकामनाएं।
जवाब देंहटाएंप्रिय सखी अनीता जी को हार्दिक अभिनंदन । वाकई ,उनकी हर एक रचना लाजवाब होती है । उनके उज्जवल भविष्य की कामना सह ..।
जवाब देंहटाएंउम्दा सृजन.. सभी रचनाएँ लाजवाब।
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत शुभकामनाएँ।
सुंदर रचनाएँ
जवाब देंहटाएंसभी रचनाएँ अत्यन्त सुन्दर अनीता जी को सुनहरे भविष्य की असीम शुभकामनाएँ.. हार्दिक बधाई।
जवाब देंहटाएंसभी रचनाएँ अति सुन्दर और सराहनीय हैं।मन की बेचैनी और कोमलता भाव स्वतंत्र रुप से मुखरित है।अनीता बहनो की उत्कृष्ट रचनाओं के लिए उन्हें हार्दिक बधाई।ढेर सारी शुभकामनाओं के साथ---
जवाब देंहटाएंअलग तरह की बेहतरीन पेशकश
जवाब देंहटाएंकवियत्री अनिता जी को अनन्त शुभकामनाएं
ऐसे ही लिखते रहे आप
अनीता जी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं ,उनकी रचनाये दिल को छू लेने वाली होती है ,आगे भी उनकी रचनाये हमे यूँ ही लुभाती रहे बस यही कामना हैं
जवाब देंहटाएंकिन शब्दों में आपका आभार व्यक्त करू शब्द नहीं मिल रहे, इतना स्नेह, सम्मान, कभी उम्मीद भी नहीं की थी मैंने |
जवाब देंहटाएंआप सभी मित्रों को मेरा ढ़ेर सारा स्नेह और आभार | आदरणीया यशोदा दी जी आप को तहे से आभार और ढ़ेर सारा स्नेह |
सादर
अभिवादन..
हटाएंहम सभी चर्चाकारों की पसंद की रचनाओं का प्रकाशन कर चुके हैं
पण्डित रूपचंद्र शास्त्री जी की पसंद भी प्रकाशित हो चुकी है..
आप भी चर्चमंच की चर्चाकार हैं..हम चाहते हैं कि पूरा ब्लॉग जगत आपको पहचानने लगे...
सादर..
वाह, बेहतरीन प्रस्तुति, बहुत ही अच्छा लगा
जवाब देंहटाएंअनीता जी के ब्लाॅग को हमकदम में पाकर।
अनीता जी को सारगर्भित सुंदर रचनाओं के लिए
हार्दिक बधाई।आपका सहृदय आभार
सुंदर प्रस्तुति अनिता जी बहुत बहुत बधाई
जवाब देंहटाएंप्रिय अनीता -- आपके ब्लॉग पर आजके अंक में शामिल सभी रचनाएँ तो पढ़ी ही कई अन्य रचनाओं को भी पढ़ा | आपका ब्लॉग आज ब्लॉग जगत के अग्रणी ब्लोग्स में शुमार है | लिखती रहो | माँ शारदे की कृपा आप पर बनी रहे मेरी यही कामना और दुआ है | लेखन में जीवटता की झलक पाकर अच्छा लगता है | ये आपके जीवन का प्रतिबिम्ब है | वीर जवान की अत्यंत साहसी पत्नी जो जीवन के मोर्चे पर अपने परिवार के समस्त दायित्व निभाकर साहित्य में अतुलनीय सहयोग दे तो इस रचनात्मकता की किमात कई गुना बढ़ जाती है | मंच और यशोदा दीदी को एक बार फिर शुक्रिया और आभार इस बेहतरीन प्रस्तुती के लिए |
जवाब देंहटाएंकृपया कीमत पढ़ें
हटाएंअनीता जी की उत्कृष्ट रचनाओं के साथ हलचल की शानदार प्रस्तुति... बहुत बहुत बधाई अनीता जी !....
जवाब देंहटाएंआप सभी का तहे दिल से आभार, आप ने इनता स्नेह और सम्मान दिए | शब्द नहीं है की किन शब्दों से आप का आभार व्यक्त करू |हमेशा अपना स्नेह और साथ यूँ ही बनाये रखे |
जवाब देंहटाएंआभार
सादर