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बुधवार, 17 अप्रैल 2019
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10 टिप्पणियां:
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जवाब देंहटाएंसबको एक समान नजर से देखने वाले भगवान महावीर, जो अहिंसा और अपरिग्रह के साक्षात मूर्ति थें । उनकी जयंती पर सभी को शुभकामनाएँ।
जवाब देंहटाएंइस सम्बंध में मैंने भी कल एक लेख " जियो और जीने दो " पोस्ट किया है।
गौवंश की पीड़ा को अपने ब्लॉग पर स्थान देने के लिए हृदय से आभार आपका पम्मी जी।
आज ब्लॉग पर कविताओं के अतिरिक्त भी बहुत कुछ है।
प्रणाम सभी को।
उम्दा लिंक्स चयन
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर संकलन।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुति ।
जवाब देंहटाएंव्वाहहहह
जवाब देंहटाएंबेमिसाल प्रस्तुति
सादर
बहुत सुंदर रचनाओं से सजा सराहनीय अंक है आज का पम्मी जी..सुंदर प्रस्तुति..👌
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर रूप में सजाई है पंक्तियाँ।सादर
जवाब देंहटाएंशानदार प्रस्तुति करण उम्दा पठनीय लिंक संकलन...
जवाब देंहटाएंखूबसूरत रचनाओं का संगम और प्रस्तुति हमेशा की तरह रसमयी। सादर आभार।
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