सादर अभिवादन।
रविवारीय अंक लेकर हाज़िर हूँ।
आइए अब आपको आज की पसंदीदा रचनाओं की ओर ले चलें-
सांकल खोलो
738. वसन्त पंचमी (वसन्त पंचमी पर 10 हाइकु)
बसन्त रंगरेज़
धरा लजाई।
पीला ही पीला
बसन्त जादूगर
फूल व मन।
"अब रजत स्वर्ण मंजरियों से, लड़ गई आम्र रस की डाली
झर रहे ढाक, पीपल के दल, हो उठी कोकिला मतवाली"
देखते ही देखते इस शहर के कई बागों में हजारों नये फूल खिल गये
ना जाने मुझे अपने बाग के लिए कितने बसंत तक इंतज़ार करते रहना पड़ेगा
वसुधैव कुटुम्बकम् 'व्यंग्य लघुकथा'
"ओह, तो उनका नुमाइंदा बन कर आये हो। अरे भाई, कैसी छोटी बात कर दी आपने? मैं जो कुछ लेता था, सारा मोहल्ले पर ही तो खपा देता था।... और थोड़ा कुछ बचा भी होगा तो इधर सेवा में लगा दिया, जहाँ अब रहता हूँ। इस मोहल्ले या उस मोहल्ले में कोई फ़र्क नहीं मानता मैं तो। सब अपने ही तो भाई हैं।"
-माधव जी ने वसुधैव कुटुम्बकम् का आदर्श दर्शाया।
नई पुस्तक के लिए आदरणीय मीना शर्मा जी को बधाई एवं शुभकामनाएँ-
'तब गुलमोहर खिलता है' - मेरा तीसरा कविता संग्रह
विघ्नहर्ता विनायक की असीम कृपा, मेरे कान्हा के अनुग्रह, माँ शारदे के कृपा कटाक्ष, गुरुजनों, माता-पिता, व पूर्वजों के आशीर्वाद से आज मेरे तीसरे कविता संकलन 'तब गुलमोहर खिलता है' का प्रकाशन कार्य संपूर्ण हुआ और वसंत पंचमी के शुभ अवसर पर यह पाठकों के लिए उपलब्ध हो गई है।
सखी मीना जी को अशेष शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंसुंदर अंक भाई रवीन्द्र जी
आभार ..
सादर..
सखी मीना को जन्मदिन की शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंसादर..
बहुत अच्छी हलचल प्रस्तुति में मेरी ब्लॉग पोस्ट सम्मिलित करने हेतु आभार!
जवाब देंहटाएंमेरी रचना को इस सुन्दर पटल पर स्थान देने के लिए प्रिय भाई रवीन्द्र जी का बहुत आभार! सभी रचनाकारों को भी उनकी सुन्दर रचनाओं के लिए बधाई! आ. मीना जी को भी उनकी नई पुस्तक के लिए विशेष बधाई!
जवाब देंहटाएंसभी रचनाओं से मुखातिब हुई । मेरी रचना लेने के लिए रविन्द्र जी शुक्रिया ।
जवाब देंहटाएंमीना जी को हार्दिक बधाई । लेकिन उनका ब्लॉग नहीं खुल रहा ।
सुन्दर अंक सभी रचनाकारों को बधाई और शुभकामनाएं। मीना जी का ब्लॉग नहीं खुल रहा। मुझे समय नहीं मिल पाया सुबह से। शायद लिंक सही नहीं हुआ 🙏🙏
जवाब देंहटाएंसभी का सादर धन्यवाद। मेरे ब्लॉग का लिंक नहीं खुल रहा है, शायद कोई तकनीकी गड़बड़ है।
जवाब देंहटाएंवैसे भी आज मन बहुत उदास है मेरी प्रिय गायिका लता मंगेशकर के चले जाने से....
सभी को बसंत पंचमी की ढेर सारी शुभकामनाएं।
जवाब देंहटाएंमेरी रचना को बेहतरीन रचनाकारों के बीच में सम्मिलित करने के लिए आभार एवं धन्यवाद।