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सोमवार, 7 फ़रवरी 2022

3297 ... हम-क़दम का नमूना स्वायंभू विषय है शब्द

 सादर नमन

एक प्रश्न उछला था
कॉलम हम-क़दम को पुनः प्रारंभ किया जाए
साप्ताहिक के बदले इसे पाक्षिक किया जाए
आज का यह अंक मात्र नमूना है
विषय शब्द ही - शब्द
शब्द एक अर्थ अनेक
प्रत्येक शब्द से जो अर्थ निकलता है, वह अर्थ-बोध कराने वाली शब्द की शक्ति है।
शब्द की तीन शक्तियाँ हैं - अभिधा, लक्षणा में और व्यंजना। जिनमें वे शक्तियाँ होती हैं वे शब्द भी तीन प्रकार के होते हैं- वाचक, लक्षक और व्यंजक। इनके अर्थ भी तीन प्रकार के होते हैं- वाच्यार्थ, लक्ष्यार्थ और व्यंग्यार्थ।
वाचक शब्द साक्षात संकेतित अर्थ का बोधक होता है। वाचक शब्दों के चार भेद होते हैं- जातिवाचक शब्द, गुणवाचक शब्द (विशेषण), क्रियावाचक तथा द्रव्यवाचक शब्द।
आप सुधि पाठकों के लिए इतनी भूमिका पर्याप्त है
अर्थ का अनर्थ वे कर लेंगे
...........


ऐसा लग रहा है
ब्लॉग मे सालों बाद आई हूँ
आती भी नहीं
एक कविता पढ़ी मैं आज...
प्रतिक्रिया लिखते-लिखते
वहीं रम गई...
आप भी पढ़िए वो प्रतिक्रिया..
जो ढल गई कविता सी...




वो इक शब्द जो मेरी कलम को अक्सर
खून में दर्द की सियाही मिला-२ पिलाता  
और फिर दर्द ही दर्द हर हर्फ़ में उभर आता
बस ...सिर्फ इक उसी शब्द के न होने से
कलम खून की कमी से लड़खड़ा रही है
सिर्फ इक शब्द...................."तुम" !




आज से सदियों पहले
शायद सृष्टि के समय
मैंने दिल की किताब से
कुछ अक्षर चुराये।
चोरी तो चोरी है - कभी पकड़ी ही जायेगी
घबराई सी मैं
उन अक्षरों को लेकर भटकती रही
फिर मैंने वो अक्षर
एक कली में छुपा दिए




शब्द है भाषाओ में
शब्द है भावनाओ में,
मुझे दूसरों से जोड़े
वो मेरे शब्द है,
मुझे मेरे मन से जोड़े
वो भी मेरे शब्द है,
शब्द पिता से आशीर्वाद दिलाता
शब्द ही माँ से प्यार,
शब्दों से बहन को सताया
शब्दों से बने यारो का यार।


इस रचना मे में काफी से अधिक विवाद हुआ था सालों पहले
विवादास्पद तो कुछ दिखी नहीं....


छह साल की छोकरी,
भरकर लाई टोकरी।

टोकरी में आम हैं,
नहीं बताती दाम है।



आज बस इतना ही
सादर

8 टिप्‍पणियां:

  1. शुभ प्रभात दिबू
    शानदार अंक..
    आभार..
    सादर..

    जवाब देंहटाएं
  2. वाह ! बहुत सुंदर रचनाओं से सजी प्रस्तुति।
    और बच्चों के लिए लिखी रचना पर विवाद करनेवालों को बच्चों की नजर से सोचना चाहिए था, कुछ ज्यादा ही सोच जाते हैं लोग।

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. पोलिस पब्लिक स्कूल की पहली कक्षा की पाठ्यक्रम में है ये कविता
      सादर..

      हटाएं
  3. वाकई में बहुत ही शानदार व सराहनीय प्रस्तुति!
    इस बेहतरीन और अनोखी परिस्थिति के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद🙏

    जवाब देंहटाएं
  4. वाह बहुत खूबसूरत प्रस्तुति

    जवाब देंहटाएं

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