निवेदन।


फ़ॉलोअर

बुधवार, 9 जून 2021

3054..अभी जमीर में जान बाकी है..

।। भोर वंदन ।। 
 "भोर की हर किरण को मैं बांध लेना चाहती हूँ, 
तिमिर की सारी दिशाएं लाँघ लेना चाहती हूँ। 
 बहुत दिन तक मौन रहकर फिर कहीं जो खो गया था, 
आज उस स्वर को तुम्हारे द्वार पर गुंजन करूंगी। 
एक दिन माथे चढ़ाकर मैं इसे चंदन करूंगी." 
-निर्मला जोशी 

स्वयं को उठायें और चलते रहे.. साथ ही नज़र डालें लिंकों पर.. 

कतरा के चलते थे जो कभी अपनों की नजर से 
तड़पते है मिलाने को नज़रे अब उनकी नजर से।। 

 बेवफाई की अदा में माहिर थे वो सदा से ही... 
कसूर अपना था मिल गई नज़र उनकी नजर से। 

 क्युं अपने सभी याद आने लगे हैं, 
दिया दुश्मनी का जलाने लगे हैं । 
 वो चुपके से रख कर काँधे पे उनके, 
वफ़ा नफ़रतों की बढ़ाने लगे हैं .. 

दिल को, तसल्ली 
थोड़ी सी, मैंने, दी तो थी, 
अभी, कल ही! 
 पर ये जिद पर अड़ा,
रूठ कर पड़ा, 
बेवजह, दूर वो खड़ा.. 

अभी ज़मीर में थोड़ी सी जान बाकी है ज़मीर ज़िंदा रख, 
कबीर ज़िंदा रख सुल्तान भी बन जाये तो, 
दिल में फ़कीर ज़िंदा रख 
 (अज्ञात) 

 "उदासी, संताप, कष्टों से भरा अजीब समय आ गया है। 
कुर्सी पर मायूसी से बैठे 'क' ने गहरी उसाँस भरी। 
 "समय परिवर्तनशील है। 
एक समान कभी नहीं रहता। इसमें अजीब क्या है?" 

क्यों कहते हो कि उसे छोड़ दूँ 
 अदना-सी, वह क्या बिगाड़ती है तुम्हारा? 
 मैंने समय इसके साथ ही गुज़ारा 
 इसने ख़ुद को जलाए दिया मुझको सहारा 
 इसके साथ मेरा वक़्त बेफ़िक्र रहता है 
 और जीवन बेपरवाह चलता है 
 तन्हाइयों में एक वही तो है जो साथ रहती है 
 ** 
।।इति शम ।। 
धन्यवाद
 पम्मी सिंह 'तृप्ति'.. ✍️   

17 टिप्‍पणियां:

  1. स्वागतम..
    जीत की शुभकामनाएं
    शुभ प्रभात..
    शानदार अंक.।
    सादर..

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. शुभेच्छा संपन्न प्रतिक्रिया हेतु धन्यवाद।

      हटाएं
  2. आपकी उपस्थिति सुखद एहसास कराती
    सशक्त योद्धा को बधाई
    श्रमसाध्य कार्य हेतु साधुवाद

    जवाब देंहटाएं
  3. सुंदर प्रस्तुति ।
    शुभ प्रभात ।
    एक सफल प्रयास ।

    जवाब देंहटाएं
  4. बहुत सुन्दर प्रस्तुति,हमारी रचना को शामिल करने के लिए आभार पम्मी जी।

    जवाब देंहटाएं
  5. वेलकम बैक
    सावधानी रखिएगा...
    सादर..

    जवाब देंहटाएं
  6. हालात सुधरते जरूर नज़र आ रहे हैं, पर अब और भी सावधानी की जरुरत है ! सभी सावधान रहें, सुरक्षित रहें, यही कामना है

    जवाब देंहटाएं
  7. आपकी और आपके सुंदर लिंक का हृदय से स्वागत और शुभकामना।

    जवाब देंहटाएं
  8. बहुत ही शानदार अंक है....आपको बधाई। सभी रचनाकारों को भी खूब बधाई।

    जवाब देंहटाएं
  9. आपकी उपस्थिति देखकर बड़ा हर्ष हुआ, सुन्दर रचनाओं से सज्जित अंक के लिए बधाई आपको । बहुत शुभकामनाएं ।जिज्ञासा सिंह ।

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. सुखद अनुभव हुआ साकारात्मक टिप्पणी पढ़कर।आभार

      हटाएं

आभार। कृपया ब्लाग को फॉलो भी करें

आपकी टिप्पणियाँ एवं प्रतिक्रियाएँ हमारा उत्साह बढाती हैं और हमें बेहतर होने में मदद करती हैं !! आप से निवेदन है आप टिप्पणियों द्वारा दैनिक प्रस्तुति पर अपने विचार अवश्य व्यक्त करें।

टिप्पणीकारों से निवेदन

1. आज के प्रस्तुत अंक में पांचों रचनाएं आप को कैसी लगी? संबंधित ब्लॉगों पर टिप्पणी देकर भी रचनाकारों का मनोबल बढ़ाएं।
2. टिप्पणियां केवल प्रस्तुति पर या लिंक की गयी रचनाओं पर ही दें। सभ्य भाषा का प्रयोग करें . किसी की भावनाओं को आहत करने वाली भाषा का प्रयोग न करें।
३. प्रस्तुति पर अपनी वास्तविक राय प्रकट करें .
4. लिंक की गयी रचनाओं के विचार, रचनाकार के व्यक्तिगत विचार है, ये आवश्यक नहीं कि चर्चाकार, प्रबंधक या संचालक भी इस से सहमत हो।
प्रस्तुति पर आपकी अनुमोल समीक्षा व अमूल्य टिप्पणियों के लिए आपका हार्दिक आभार।




Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...