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गुरुवार, 17 जून 2021
3062 ..अपना तो अपना रहेगा ग़ैर फिर भी ग़ैर है
10 टिप्पणियां:
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बेहतरीन प्रस्तुति...
जवाब देंहटाएंसादर नमन
आभार..
जवाब देंहटाएंचैन आया
सादर
श्रमसाध्य प्रस्तुतीकरण हेतु साधुवाद
जवाब देंहटाएंउम्दा लिंक्स चयन
जी ! नमन संग आभार आपका .. मेरी बतकही/सोच को अपने मंच पर स्थान देने के लिए ...
जवाब देंहटाएं(एक मन के ऊहापोह वाला सवाल, शायद अतिशयोक्ति नहीं होगी और ना ही आपकी प्रस्तुति को कम आँकना होगा,कि रवीन्द्र जी स्वस्थ हैं ना ! ...)
जी, एकदम स्वस्थ हैं
हटाएंवे आज बुधवार के धोखे में थे
आभार
सादर
बेहतरीन प्रस्तुति ।
जवाब देंहटाएंआभारी हूं आपका आदरणीय अग्रवाल जी। आपके द्वारा रचना का चयन मन को उत्साह देता है। सभी रचनाएं श्रेष्ठ हैं और सभी रचनाकारों को भी खूब बधाई...।
जवाब देंहटाएंवाह!सुंदर प्रस्तुति ।
जवाब देंहटाएंसुंदर रचना संकलन
जवाब देंहटाएंसुंदर रचनाओं से सज्जित अंक ।
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