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रविवार, 30 मई 2021

3044 ..मुतियन बुँदियन भीग रहा मन

सादर अभिवादन
जाएगा मई आज
बचे हुए सात महीनें मे
और कितने आँसूं बहाने पड़ेंगे
यही सोच रही हूँ मैं....
होइहैं वही जो राम रचि राखा

आइए रचनाएँ देखें...

[शनिवार फरवरी 2021 को प्रकाशित  उनकी अंतिम कविता ]
सहेजते रहे ताड़पत्र गठरियाँ भर
कि रचेंगे छन्द कभी ठठरियाँ कर
जिस देह न वसन, न बसेरा है।


यदि कोई एक कविता ही किसी भी बालमन को सुधारने, बिगाड़ने का काम करती तो ऐसे लोगों से ही पूछना चाहिए कि उनके अपने समय में पढ़ाई जाने वाली कविताओं को रटने के बाद भी उन्हीं के कालखंड के पुरुष माँ-बहिन की गालियाँ क्यों देते नजर आते हैं? दो-चार शब्दों के सहारे बालमन पर गलत असर पड़ने वालों को ध्यान रखना चाहिए


इस कविता के पास
पांच उंगलियां और है एक अंगूठा
जिससे बन सकती है
तर्जनी भी और मुट्ठी भी
यह कविता
सिखा सकती है जीना
और आवाज़ उठाना


उड़ते बन पखेरू,
मन पखेरू
विभास के संग ,
शब्द प्रचय से संचित,
मुतियन बुँदियन भीग रहा मन
प्राची का प्रचेतित रंग ,


तुम पढ़ जाती हो
एक पल में
हजारों बार
और में
जी लेता हूँ
तुम्हें
शब्दों के पार...।
.....
बस आज यहीं तक
सादर


11 टिप्‍पणियां:

  1. जल्दी से साल-साल निपट जाए... पुनः सारी दुनिया में शान्ति फैले

    अनुपम प्रस्तुतीकरण...
    शुभकामनाएं

    जवाब देंहटाएं

  2. जी बहुत अच्छी प्रस्तुति है, सभी रचनाएं अच्छी और गहरी हैं...। उम्मीद ये साल निकल ही जाएगा। आप अपना ध्यान रखें। मेरी रचना को सम्मान देने के लिए आभारी हूं...एक निवेदन है कि मेरे सरनेम पर कुछ त्रुटि हो गई है, संभव हो तो उसे सही कर दीजिएगा...।

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. संदीप जी ,
      त्रुटी को संशोधित कर दिया गया है .... आभार .

      हटाएं
    2. आभार दीदी
      सुबह से नेट बाधित था
      सादर नमन..

      हटाएं
  3. आज तो एक से बढ़ कर एक प्रस्तुति मिली पढ़ने को ... बहुत सारे रंग थे जीवन के . शुक्रिया .

    जवाब देंहटाएं
  4. बहुत सुंदर चयन ...

    "पांच लिंकों का आनन्द" में मेरी कविता को शामिल करने के लिए आपका हार्दिक आभार यशोदा अग्रवाल जी 🙏

    जवाब देंहटाएं
  5. आलसीकाचिट्ठाफेम गिरिजेश राव जी के बारे में पढ़कर हार्दिक दुःख हुआ।वर्षा जी के बाद ब्लॉग जगत से एक मज़बूत स्तंभ चला गया। विनम्र सादर श्रद्धांजलि और नमन🙏🙏🙏🙏

    जवाब देंहटाएं
  6. मेरी कविता को सम्मान देने हेतु सादर धन्यवाद।

    जवाब देंहटाएं
  7. विविधतापूर्ण रचनाओं से सज्जित उत्कृष्ट प्रस्तुति,सादर शुभकामनाएं आदरणीय यशोदा दीदी ।

    जवाब देंहटाएं

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