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मधुर गीतों का ये सफर ;
रूँध कंठ में दम तोड़ देगें
आत्मा के स्वर प्रखर ;
बसना मेरी मुस्कान में नित
ना संग आँसुओं के बहना तुम
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आज बस
सादर
दिन भर ब्लॉगों पर लिखी पढ़ी जा रही 5 श्रेष्ठ रचनाओं का संगम[5 लिंकों का आनंद] ब्लॉग पर आप का ह्रदयतल से स्वागत एवं अभिनन्दन...
आभार। कृपया ब्लाग को फॉलो भी करें
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जवाब देंहटाएंआप ठीक तो हैं न
हटाएंपरहेज़ रखिएगा
आभार..
सादर।.
आभार
जवाब देंहटाएंआभार अरुण भाई
हटाएंसादर..
Nice article thanks for shareing blogging tips in hindi
जवाब देंहटाएंवाह!बेहतरीन प्रस्तुति ।
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर प्रस्तुति, यशोदा दी।
जवाब देंहटाएंआदरणीय दीदी, नमस्कार !
जवाब देंहटाएंसुंदर रचनाओं का संकलन प्रस्तुत करने के लिए आपका हार्दिक धन्यवाद, मेरी रचना का चयन करने के लिए आपका बहुत आभार,आपको मेरी हार्दिक शुभकामनाएं एवम नमन ।
चुंनिदा लिंको से सजा बेहतरीन प्रस्तुति दी,प्रिय रेणु की पुरानी रचना फिर से पढ़ने को मिली बहुत अच्छा लगा,सादर नमन आपको
जवाब देंहटाएंअच्छा रहा अंक
जवाब देंहटाएंप्रिय यशोदा ,
जवाब देंहटाएंआज की सभी रचनाएँ हृदय स्पर्शी रहीं ।
बहुत भावुक हो गया मन ।
ईश्वर मर गया ने तो रुला ही दिया ।
बेहतरीन संकलन ।
शुभ संध्या दीदी
हटाएंसही कह रही हैं आप
वो ब्लॉग कापी प्रोटेक्ट है
शायद इसीलिए मर्म कापी नहीं कर पाई
बेहद गमनीन करने वाली रचना है
आभार..
सादर नमन..
चुंनिदा लिंको से सजा बेहतरीन और खूबसूरत चर्चा मंच
जवाब देंहटाएंहमारे लेख को सामिल करने के लिए
आपका बहुत बहुत धन्यवाद और आभार 🙏🙏
बेहतरीन संकलन
जवाब देंहटाएंप्रिय दीदी , बहुत भावपूर्ण अंक जिसकी रचनाएँ गहन विचार परक और पठनीय हैं | प्रिय मनीषा का लेख गाँव में व्याप्त सोच का सूक्ष्म अवलोकन करता है | एक युवा रचनाकार के ये तेवर समाज में परिवर्तन की किसी भावी क्रान्ति के परिचायक हैं |प्रिय जिज्ञासा जी ने भी बहुत भावुकता से आज की वस्तुस्थ्ती को शब्दांकित किया है तो अरुण जी ने मार्मिकता से मौत के औचक रूप को लिखा है | पुरुषोतम जी की लेखनी भावों के विभिन्न रंग शब्दों में उतारने में खूब माहिर है | एकाकीपन की को प्रभावी ढंग से व्यक्त करती है उनकी रचना | ईश्वर मर गया -- रचना मन को भिगो आँखें नम कर गयी | बहुत प्रिय और मन के पास ना कितने ईश्वरों को , बिना किसी आहट के मौत चुपके से चुरा ले गयी | ये घटनाएं सचमुच के ईश्वर के अस्तित्व पर प्रश्न चिन्ह लगा रही है | मेरी रचना को मई में दुसरी बार पांच लिंक मंच पर स्थान मिला है जो मेरे लिए गर्व का विषय है | सभी रचनाकारों को मेरी शुभकामनाएं | आपको आभार और प्रणाम |
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