कितने खौफ़नाक मंज़र हैं यहां तबाही के.
सादर नमन.....
हे ईश्वर.....
अब तो रहम करो......
बहुत हो गया......
वक्त को कौन रोक पाया है
दिन भर ब्लॉगों पर लिखी पढ़ी जा रही 5 श्रेष्ठ रचनाओं का संगम[5 लिंकों का आनंद] ब्लॉग पर आप का ह्रदयतल से स्वागत एवं अभिनन्दन...
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शुभ प्रभात..
जवाब देंहटाएंफंसी हुई दुनिया कैसे अपने ही पांसों में
एक वायरस टहल रहा आदम की सांसों में...
बेहतरीन अंक..
आभार आपका..
सादर..
बहुत सुंदर संकलन
जवाब देंहटाएंअच्छा संकलन है...। ये दौर वाकई बहुत कठिन है सभी को संभलना होगा।
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंप्रिय साहित्यकार भाई बहनों आशा है आप सपरिवार असल कुसल होंगे। आज का लिंक कुछ चिन्तित करने वाला लगा। सारे लोग अति गम्भीर लग रहे है। खैर बात चिन्तित होने की भी है। कोहराम मचा है लेकिन ज्यादा सिरियस लेने का नायी। सब राशन का चक्कर है। दोस्तो घबराने का नायी। इस काल के मुंह से वही बाहर आयेगा जो घबरायेगा नहीं। हमारी शक्ति इससे कई गुना जादा है ये विस्वास खुद को देना होगा। एक सैनिक होने के नाते मुसीवतों से पार पाने का मेरेा व्यगतिगत अनुभव है। सो प्लीज साकारात्मक रहीए योग प्रणायाम करते रहीए। खुश रहिए और करोना से जीतये सब ठीक होगा।
जवाब देंहटाएंजय हिन्द।
मैं सहमत हूँ। अब सबको मनोबल बढ़ानेवाले, प्रेरक पोस्ट लिखने चाहिए। कोरोना से जंग जीतकर ठीक होनेवालों की कहानियाँ और उनके अनुभव भी सामने आएँगे तो अच्छा रहेगा।
हटाएंआज दो अंक साथ ही पढ़े। वैसे तो रात के बारह बज चुके हैं और पता नहीं ये आज है या कल है। भाईसाहब कुलदीपजी की बेहतरीन प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंThis is really fantastic website list and I have bookmark you site to come again and again.
जवाब देंहटाएंdarkness quotes
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