निवेदन।


फ़ॉलोअर

गुरुवार, 6 मई 2021

3020...अपना ऑक्सीजन सिलिंडर साथ लाइए!

सादर अभिवादन।

गुरुवारीय अंक में आपका स्वागत है।

पहले हम पुलिस को कोसते थे जब समाचार मिलता था-

थाने में रपट लिखाने गए फ़रियादी से पुलिस ने काग़ज़,पेन और समोसे माँगे। आजकल करोना पीड़ित मरीज़ को भर्ती करने से पूर्व अस्पताल शर्त रखते हैं कि अपना ऑक्सीजन सिलिंडर साथ लाइए! 

#रवीन्द्र_सिंह_यादव 

आइए अब आपको आज की पसंदीदा रचनाओं की ओर ले चलें-

शब्द बाण... साधना वैद

ये चलते हैं

जिह्वा की कमान से

और जब चलते हैं

रक्त की एक बूँद भी

दिखाई नहीं देती

लेकिन मन प्राण आत्मा को

निमिष मात्र में घायल कर

निर्जीव बना जाते हैं !


विहान आयेगा


संग्राम है जीवन अगर

लड़ना ही होगा मगर

जीत तक लड़ते रहेंगे

क्यों पराजय की कहेंगे।।


अंजान रिश्ते...पुरुषोत्तम कुमार सिन्हा

कल, पल बन जाए भारी!

यूँ, निभा यारी!

कर, उन अनाम रिश्तों की सवारी,

कल, कौन दे, तुझको यूँ ढ़ाढ़स,

यूँ, बेकल पल बिता,

यूँ गढ़, व्यथा की अन्तःकथा तू!

क्यों इतने हम मजबूर हुए

साँसों पे तलवारें लटकी है

आँखें धड़कन पर अटकी है

हम रोएँ या फिर सिर पटके

जीवन की राहें  भटकी है।

मैं तुम्हारे कारण यहां हूं और तुम मेरे कारण यहां हो ~ मुल्ला नसरुद्दीन प्रस्तुति :रिंकी राउत 


मुल्ला तो बहुत डर गया। बारात के लोग उसके चारों तरफ इकट्ठे हो गए और उन्होंने पूछा: ‘तुम यहां क्या कर रहे हो? इस कब्र में क्यों पड़े हो?’ मुल्ला ने कहा: ‘तुम बहुत कठिन सवाल पूछ रहे हो। मैं तुम्हारे कारण यहां हूं और तुम मेरे कारण यहां हो।


आज बस यहीं तक 

फिर मिलेंगे अगले गुरुवार। 

रवीन्द्र सिंह यादव  


12 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत ही बेहतरीन लिंक्स ...

    जवाब देंहटाएं
  2. शुभ प्रभात ....
    हमेशा की तरह उत्कृष्ट अंक।।।।।
    🙏

    जवाब देंहटाएं
  3. बहुत अच्छी रचनाएँ। सुंदर अंक।

    जवाब देंहटाएं
  4. बहुत ही सार्थक रचनाओं की प्रस्तुति।
    आपकी प्रस्तुतियों की ख़ासियत यह होती है कि आप यहाँ बहुत ज्यादा रचनाएँ प्रस्तुत नहीं करते हैं। इससे पढने की उत्सुकता बढती है।

    जवाब देंहटाएं
  5. समसामयिक रचनाओं से परिपूर्ण सुंदर व प्रेरक प्रस्तुति । हर एक रचना भावपूर्ण व प्रेरक थी , बहुत आनंद आया पढ़ कर । हृदय से अत्यंत आभार व आप सबों को प्रणाम ।

    जवाब देंहटाएं
  6. सुन्दर सार्थक सूत्रों से सुसज्जित आज का अंक ! मेरी रचना को इसमें स्थान दिया आपका हृदय से बहुत बहुत धन्यवाद एवं आभार रवीन्द्र जी ! सादर वन्दे !

    जवाब देंहटाएं
  7. बेहतरीन रचना संकलन एवं प्रस्तुति सभी रचनाएं उत्तम रचनाकारों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं मेरी रचना को स्थान देने के लिए सहृदय आभार आदरणीय 🙏 सादर

    जवाब देंहटाएं
  8. सार्थक प्रस्तुति, भूमिका आज का विकृत सच कह रही है।
    सभी रचनाएं बहुत आकर्षक।
    सभी रचनाकारों को बधाई।
    मेरी रचना को शामिल करने के लिए हृदय से आभार।
    सादर।

    जवाब देंहटाएं

आभार। कृपया ब्लाग को फॉलो भी करें

आपकी टिप्पणियाँ एवं प्रतिक्रियाएँ हमारा उत्साह बढाती हैं और हमें बेहतर होने में मदद करती हैं !! आप से निवेदन है आप टिप्पणियों द्वारा दैनिक प्रस्तुति पर अपने विचार अवश्य व्यक्त करें।

टिप्पणीकारों से निवेदन

1. आज के प्रस्तुत अंक में पांचों रचनाएं आप को कैसी लगी? संबंधित ब्लॉगों पर टिप्पणी देकर भी रचनाकारों का मनोबल बढ़ाएं।
2. टिप्पणियां केवल प्रस्तुति पर या लिंक की गयी रचनाओं पर ही दें। सभ्य भाषा का प्रयोग करें . किसी की भावनाओं को आहत करने वाली भाषा का प्रयोग न करें।
३. प्रस्तुति पर अपनी वास्तविक राय प्रकट करें .
4. लिंक की गयी रचनाओं के विचार, रचनाकार के व्यक्तिगत विचार है, ये आवश्यक नहीं कि चर्चाकार, प्रबंधक या संचालक भी इस से सहमत हो।
प्रस्तुति पर आपकी अनुमोल समीक्षा व अमूल्य टिप्पणियों के लिए आपका हार्दिक आभार।




Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...