अकेले नहीं रहोगे तुम,
उदासी नहीं घेरेगी तुम्हें,
लॉकडाउन तुम्हें अच्छा लगेगा.
अनपढ़ औरतें...अनीता सैनी
"कीनिया की एक महिला जिसके आठ बच्चे थे वह विधवा थी। लोगों के कपड़े धोकर अपने बच्चों का पेट भरती थी। हाल ही में कोरोना की वजह से काम पर नहीं जा सकती थी। खाने को घर पर कुछ नहीं था, बच्चों को बहलाने के लिए वह पत्थर उबालने लगी। बच्चों को कुछ संतोष होगा जिसके इंतज़ार में वे सो जाएँगे।"
और झुमरीतिलैया से,
जैसे सारे संगीतप्रेमी
इन्हीं जगहों में जाकर हों बसे ।
पम्मी सिंह 'तृप्ति' जी मातृशोक के लिए बेहद दुःख है,माता की आत्मा को ईश्वर शांति प्रदान करे और परिवार को दुःख सहन करने की शक्ति दे।
जवाब देंहटाएंसराहनीय प्रस्तुतीकरण
सदा स्वस्थ्य रहें
दिवंगत आत्मा को विनम्र श्रद्धांजलि। भगवान चिरंतन शांति प्रदान करें!🙏🙏🙏
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया संकलन. मेरी कविता को शामिल किया आभार.दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि।
जवाब देंहटाएंमाता श्री मंजु सिंह को
जवाब देंहटाएंअश्रुपूरित श्रद्धाञ्जली
सादर नमन
आदरणीया पम्मी जी की माताजी के निधन का समाचार बड़ा दुखभरा है.
जवाब देंहटाएंपरमात्मा माताजी की आत्मा को शांति दे और स्वजनों को दुख से उबरने की क्षमता दे. उन्हें मेरे श्रद्धा सुमन अर्पित हैं.
सुंदर प्रस्तुति में मेरी रचना शामिल करने के लिए सादर आभार.
सुन्दर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंदुःखद समाचार मन को उदास कर गया। ईश्वर पम्मी जी एवं उनके परिवार को यह शोक सहन करने की शक्ति दें और दिवंगत माताजी की आत्मा को शांति प्रदान करें।
जवाब देंहटाएंपरमात्मा माँ की आत्मा को शांति दे व पम्मी जी को इस दुःख के क्षणों में शक्ति दे, पठनीय लिंक्स का चयन, आभार मुझे भी शामिल करने हेतु !
जवाब देंहटाएंदिवंगत आत्मा को शांति मिले यही ईश से निवेदन है, सुंदर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंपम्मी दी,
जवाब देंहटाएंमाँँ को मेरी ओर से श्रद्धा पुष्प अर्पित कर दीजिए कृपया।
विविधतापूर्ण सुंदर उत्कृष्ट सूत्रों से सजी प्रस्तुति में मेरी साधारण सी रचना शामिल करने के लिए बहुत-बहुत आभार आपका रवींद्र जी।
सादर शुक्रिया।
बहुत अच्छी हलचल प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंप्रिय पम्मी जी की माता जी के बारे में दुखद समाचार से मन को बहुत पीड़ा पहुंची | ईश्वर उनकी आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दे | पुण्यात्मा माँ की पुण्य स्मृति को कोटि नमन | माँ की छाया से वंचित होना बहुत वेदना पूर्ण है , ईश्वर पम्मी जी को ये सपरिवार ये दुःख सहने की शक्ति दे |सार्थक अंक है आदरणीय रवीन्द्र जी | सभी रचनाकारों को शुभकामनाएं | सादर
जवाब देंहटाएंआदरणीया पम्मी मैम आपकी माता जी को मेरी ओर से भी श्रद्धा सुमन अर्पित।
जवाब देंहटाएंसुंदर रंगों से सजी इस लाजवाब प्रस्तुति में मेरी रचना को स्थान देने हेतु आपका हार्दिक आभार आदरणीय सर। सभी रचनाकारों को हार्दिक बधाई। सादर प्रणाम 🙏