दिन भर ब्लॉगों पर लिखी पढ़ी जा रही 5 श्रेष्ठ रचनाओं का संगम[5 लिंकों का आनंद] ब्लॉग पर आप का ह्रदयतल से स्वागत एवं अभिनन्दन...
निवेदन।
---
फ़ॉलोअर
बुधवार, 9 अक्तूबर 2019
1545..दर्द उठे तो सूने पथ पर पाँव बढ़ाना चलते जाना..
11 टिप्पणियां:
आभार। कृपया ब्लाग को फॉलो भी करें
आपकी टिप्पणियाँ एवं प्रतिक्रियाएँ हमारा उत्साह बढाती हैं और हमें बेहतर होने में मदद करती हैं !! आप से निवेदन है आप टिप्पणियों द्वारा दैनिक प्रस्तुति पर अपने विचार अवश्य व्यक्त करें।
टिप्पणीकारों से निवेदन
1. आज के प्रस्तुत अंक में पांचों रचनाएं आप को कैसी लगी? संबंधित ब्लॉगों पर टिप्पणी देकर भी रचनाकारों का मनोबल बढ़ाएं।
2. टिप्पणियां केवल प्रस्तुति पर या लिंक की गयी रचनाओं पर ही दें। सभ्य भाषा का प्रयोग करें . किसी की भावनाओं को आहत करने वाली भाषा का प्रयोग न करें।
३. प्रस्तुति पर अपनी वास्तविक राय प्रकट करें .
4. लिंक की गयी रचनाओं के विचार, रचनाकार के व्यक्तिगत विचार है, ये आवश्यक नहीं कि चर्चाकार, प्रबंधक या संचालक भी इस से सहमत हो।
प्रस्तुति पर आपकी अनुमोल समीक्षा व अमूल्य टिप्पणियों के लिए आपका हार्दिक आभार।
त्योहारों, वारों के बाद अब समय जग की रीति- नीति के साथ..यह प्रस्तुति बड़ी ही सटीक लगी। आगे कर्म पथ का विस्तार है रही त्योहारों का सार है।
जवाब देंहटाएंशुभ प्रभात।
रीति- नीति के साथ..यह प्रस्तुति बड़ी ही सटीक लगी। आगे कर्म पथ का विस्तार है यही त्योहारों का सार है।
जवाब देंहटाएंशुभ प्रभात।
बेहतरीन प्रस्तुति..
जवाब देंहटाएंहँसा ज़ोर से जब
तब दुनिया बोली
इसका पेट भरा है
अप्रतिम...
सादर..
सराहनीय संकलन
जवाब देंहटाएंबढ़िया प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंविजय पर्व के आत्ममंथन से जुड़ी रचनाओं का अद्वितीय संकलन.
जवाब देंहटाएंअलग-अलग दृष्टिकोण. विभिन्न आयाम.
इस संकलन में स्थान देने के लिए सहर्ष विनम्र आभार पम्मी जी.
सदैव की भांति बेहतरीन सामग्रियों का चयन....
जवाब देंहटाएंमेरी पोस्ट को शामिल करने हेतु हार्दिक आभार !
सराहनीय प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंसुंदर प्रस्तुति ,सादर नमन
जवाब देंहटाएंहमेशा की तरह शानदार भुमिका के साथ प्रस्तुति,
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर लिंक संयोजन, सभी रचनाएं उच्चस्तरिय सभी रचनाकारों को बधाई।
मेरी रचना को पांच लिंको में शामिल करने के लिए तहे दिल से शुक्रिया पम्मी जी ।
हर बार की तरह ... लाजवाब प्रस्तुति ... सुन्दर संकलन ...
जवाब देंहटाएंआभार मेरी रचना को जगह देने के लिए ...