गई दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ
कुछ रचनाएँ हैं..पर पहले एक कालजयी रचना
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आज बस
कल आएँगी सखी पम्मी जी
सादर
दिन भर ब्लॉगों पर लिखी पढ़ी जा रही 5 श्रेष्ठ रचनाओं का संगम[5 लिंकों का आनंद] ब्लॉग पर आप का ह्रदयतल से स्वागत एवं अभिनन्दन...
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सुंदर रचनाएँ हैंं।
जवाब देंहटाएंनिश्चित ही इस संकल्प पर हमें दृढ़ रहना होगा कि हम मानव बने और मानवता के संदेश को अपनी लेखनी से शब्द दें।
यशोदी आप सहित सभी को दीपोत्सव पर्व की शुभकामनाएँ।
बेहतरीन अंक।सभी रचनाएँ अत्यंत सुंदर और सराहनीय हैं ।दीदी सहित सभी रचनाकारों को हार्दिक बधाई।दीपोत्सव पर्व,भैया दूज एवं चित्रगुप्त पूजा की ढेर सारी शुभकामनाएँ।
जवाब देंहटाएंभाई दूज की शुभकामनाएँ...
जवाब देंहटाएंबढ़िया प्रस्तुति..
सादर..
सस्नेहाशीष व असीम शुभकामनाओं के संग शुभ दिवस
जवाब देंहटाएंभैया के बाढ़ो सिर पगिया,भउजी के बाढ़ो सिर सिंदूर
सराहनीय प्रस्तुतीकरण
Suprabhat Sundar sankalan aabhar aapka
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी हलचल प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर अंक, बहुत अच्छी रचनाएँ। सादर।
जवाब देंहटाएंआदरणीय यशोदा दीदी , आज का सुंदर अंक देखकर बहुत ख़ुशी हुई | कल भी सुंदर प्रस्तुति थी , पर उपस्थित होना मुमकिन ना हुआ |आज हमकदम का विषय ना पाकर निराशा हुई | मैं तो बहुत दिनों से लिख नहीं पा रही , लेकिन मंच पर निर्धारित विषयों पर सुंदर रचनाएँ आ रहीं थी | अच्छा ही चल रहा था सब , पर अचानक क्यों व्यवधान आया समझ नहीं आया | पता नहीं स्थायी है या अस्थायी | आज के सभी रचनाकारों के साथ आपको भी हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं | सादर
जवाब देंहटाएंबढ़िया व सुंदर रचनाएँ
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