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रविवार, 28 अक्तूबर 2018

1199...."चिट्ठे ‘उलूक टाइम्स’ तक पहुँचे 18 लाख व्यूज़

सादर अभिवादन...
पहली कोशिश..
मोबाईल प्रयोग की..
होंगी गलतियाँ ढेरों...
प्रारम्भ तो कर दिया..
परिणाम चाहे जो हो...
कहते हैं न....
सर डाला ऊखल में..तो
मूसल से क्या डरना......
चलें पसंदीदा रचनाओं की ओर...।

बर्तन माझती कुम्हारिन....ज़फ़र

किसी की आँख  हैं पीली किसीकी आँखे गुलाबी हैं,
बर्तन माझती कुम्हारिन के हुस्न पर ग़रीबी हावी हैं..!!!

प्रेम की दीपक तुमने हज़ारो किताबो में जला रखे,
मुफलिशी और भूख को मैंने कलाम अपनी चढ़ादी हैं,

चाँद सा....पंकज प्रियम

क्यूँ देखे तू चँदा, खुद चेहरा तेरा चाँद सा
क्यूँ देखूँ मैं चँदा, जब प्यारा मेरा चाँद सा।

चाहत होगा चकोर का,क्या होगा भोर का
क्यूँ इंतजार करना,ये मुखड़ा तेरा चाँद सा


करवाचौथ....अनुराधा चौहान

माथे पर कुमकुम सजे
करें सोलह श्रृंगार
सुहागिनें मनाएं मिलकर
करवाचौथ का त्यौहार

मेहंदी लगे हाथों में
रंग-बिरंगी चूड़ियां
आलता लगे पैरों में
छनकती हैं पायलिया

तेरी याद आई....साधना वैद

बंद घर के दरवाज़े,
बंद दिल के दरवाज़े
घंटी बजा जब भी अन्दर आई
पग ठिठके, मन उमड़ा,
हूक सी उठी दिल में और
जाने क्यों अम्मा तेरी
बहुत याद आई !


आओ न प्रेम को अमर कर दो....अभिलाषा (अभि)

तुम्हारे लिए कोई कसम न हो
फिर भी पूरा जनम है
सात फेरे न सही
हम तेरे तो हैं,
सुहाग का चूड़ा, बिछुआ, महावर
आरती का थाल
सब कुछ सजाया है

शुभकामनाएँ उलूक को
अट्ठारह लाख पृष्ठ दर्शन लांघने हेतु

डॉ. सुशील कुमार जोशी

किसी को लग रहा है 
कबड्डी चल रही है 

जी नहीं 
ये एक जगह की 
बात नहीं है जनाब 

देश में 

हर गली मोहल्ले में 
ध्यान से देखिये जनाब 

कान खोलिये नाक खोलिये 
आँख खोलिये जनाब 


-*-*-*-

आज्ञा दें
यशोदा




11 टिप्‍पणियां:

  1. सुप्रभात दी:)
    आपकी परेशानी समझ सकते हैं..पर फिर भी आपके द्वारा किया प्रयास सराहनीय है।
    सारी रचनाएँ बहुत अच्छी है आज के अंक की।
    सुंदर प्रस्तुति है दी।
    सादर।

    जवाब देंहटाएं
  2. सुप्रभात,
    नमस्कार,बहुत लाज़वाब रचनाये हैं,
    काफी विभिन्नताएं लिए हैं आज की प्रस्तुति।
    उलूक को बधाई सुभकामनाये
    ,जफ़र को भी स्थान देने के लिए धन्यवाद

    जवाब देंहटाएं
  3. चिट्ठों की चिट्ठाकारों की
    पाठकों की टिप्पणीकारों की
    जय के साथ
    सब से ज्यादा जयजयकार
    चिट्ठों के समचार देने वाले
    सुबह के और शाम के अखबारों की

    आभारी है 'उलूक टाइम्स' पाँच लिंकों की हलचल. चर्चा मंच और ब्लॉग बुलेटिन जैसे बड़े प्लेटफॉर्म के चिट्ठा चर्चाकारों का भी इस मील के पत्थर तक पहुँचाने के लिये।

    पुन: आभार।

    जवाब देंहटाएं
  4. शुभ दोपहर
    सुंदर प्रस्तुति के साथ बहुत अच्छी रचनाओं का चयन।
    आपकी श्रमसाध्य को नमन
    धन्यवाद।

    जवाब देंहटाएं
  5. सुंदर प्रस्तुति बेहतरीन रचनाएं सभी चयनित रचनाकारों को बहुत बहुत बधाई मेरी रचना को स्थान देने के लिए बहुत बहुत आभार यशोदा जी

    जवाब देंहटाएं
  6. सदैव की भाँति बेहतरीन... मुझे स्थान देने के लिए बहुत आभार🙏🙏🙏🙏

    जवाब देंहटाएं
  7. आपकी हृदय से आभारी हूँ यशोदा जी ! पिछली २७ तारीख से प्रवास में थी आज ही गृह वापिसी हुई है ! मेरी रचना को स्थान देने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद !

    जवाब देंहटाएं

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