मुझे चादार की घूंघट से झांक कर देखता है,
भगवान की मूर्ति पर पड़ी | उसने देखा भगवान ने
कुछ की नजरों में
फिर मिलेंगे
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शुभ प्रभात दीदी..
जवाब देंहटाएंसादर नमन
आज की अनूठी प्रस्तुति
मन को भा गई
सादर
बहुत सुन्दर हलचल प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी हलचल प्रस्तुति
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