आज आसान नहीं था प्रस्तुति बनाना
काफी से अधिक जोर लगाना पड़ा घुटने को
अनमोल मोती.....रेवा टिबड़ेवाल
सीपों मे बंद
मोती
जैसे आँसू
आज ढुलक कर
बिखर गए हैं
हमारे चारों तरफ ,
मार्च के महीनें में तालाब दम तोड़ रहे हैं
दिन भर ब्लॉगों पर लिखी पढ़ी जा रही 5 श्रेष्ठ रचनाओं का संगम[5 लिंकों का आनंद] ब्लॉग पर आप का ह्रदयतल से स्वागत एवं अभिनन्दन...
आभार। कृपया ब्लाग को फॉलो भी करें
आपकी टिप्पणियाँ एवं प्रतिक्रियाएँ हमारा उत्साह बढाती हैं और हमें बेहतर होने में मदद करती हैं !! आप से निवेदन है आप टिप्पणियों द्वारा दैनिक प्रस्तुति पर अपने विचार अवश्य व्यक्त करें।
टिप्पणीकारों से निवेदन
1. आज के प्रस्तुत अंक में पांचों रचनाएं आप को कैसी लगी? संबंधित ब्लॉगों पर टिप्पणी देकर भी रचनाकारों का मनोबल बढ़ाएं।
2. टिप्पणियां केवल प्रस्तुति पर या लिंक की गयी रचनाओं पर ही दें। सभ्य भाषा का प्रयोग करें . किसी की भावनाओं को आहत करने वाली भाषा का प्रयोग न करें।
३. प्रस्तुति पर अपनी वास्तविक राय प्रकट करें .
4. लिंक की गयी रचनाओं के विचार, रचनाकार के व्यक्तिगत विचार है, ये आवश्यक नहीं कि चर्चाकार, प्रबंधक या संचालक भी इस से सहमत हो।
प्रस्तुति पर आपकी अनुमोल समीक्षा व अमूल्य टिप्पणियों के लिए आपका हार्दिक आभार।
अति सुंदर
जवाब देंहटाएंवाहह सुंदर लिंको का चयन बहुत अच्छी रचनाएँ 👌👌
जवाब देंहटाएंसुंदर लिंक संयोजन ! बहुत खूब !
जवाब देंहटाएंउम्दा संकलन
जवाब देंहटाएंवाह !!
बढ़िया प्रस्तुति। आभार 'उलूक' के एक सूत्र को जगह देने के लिये।
जवाब देंहटाएंशुभप्रभात.
जवाब देंहटाएंरायपुर में इतनी गर्मी...
यहां तो 3 दिन की तेज बारिश केबाद आज धूप खिली है....
धूप में बैठने का मन था...
पर व्यस्त हूं...
सुंदर प्रस्तुति....
आभार आप का...
बहुत अच्छी हलचल प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर लिंक्स ! मेरी लघु कथा - बोझ - को स्थान देने के लिए आपका हार्दिक आभार यशोदा जी !
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंवाह,,
जवाब देंहटाएंवाह!सुंदर संकलन बेहतरीन रचनाओं का
जवाब देंहटाएंअच्छे सूत्र ...
जवाब देंहटाएं